बसपा का भाईचारा सम्मेलन 26 जुलाई को पलारी में आयोजित
महाराजा छत्रपति शाहूजी महाराज द्वारा 26 जुलाई 1902 को अपनी रियासत में आरक्षण लागू किया गया था
सिवनी। गोंडवाना समय।
बहुजन समाज पार्टी द्वारा 26 जुलाई 2023 को आरक्षण दिवस पर पिछड़ा वर्ग भाई-चारा सम्मेलन का आयोजन अग्रवाल धर्मशाला खैरा पलारी में किया गया है। ज्ञात हो देश में पहली बार कुर्मी समाज में जन्में कोल्हापुर रियासत (महाराष्ट्र) के महाराजा छत्रपति शाहूजी महाराज द्वारा 26 जुलाई 1902 को अपनी रियासत में आरक्षण लागू किया गया था। आरक्षण आर्थिक उन्नति का विषय नहीं है। यह समाज में सभी को प्रतिनिधित्व प्रदान कर सामाजिक न्याय प्रदान करना है।
समता मूलक समाज की स्थापना करना चाहती है बसपा
छत्रपति शाहू जी देश में एक मात्र ऐसे राजा हुए है जिन्हें राज ऋषि की उपाधि प्रदान की गई थी। शाहू जी द्वारा गंगाराम कामले नामक एक अछूत युवा से अपने महल के पास एक होटल खुलवाया था एवं प्रितदिन अपने अधिनस्थ कर्मचारियों के साथ वहां चाय पीकर समाज में समानता एवं भाई-चारा का संदेश देना चाहते थे।
चूंकि बसपा शाहू जी को अपना आदर्श मानती है और उनके पद चिन्हों पर चलकर समाज में भाई-चारा स्थापित कर समता मूलक समाज की स्थापना करना चाहती है। इसीलिए बहन कु. मायावती राष्ट्रीय अध्यक्ष बसपा एवं पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के निर्देश पर पूरे प्रदेश में आरक्षण दिवस पर पिछड़ा वर्ग भाई-चारा सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।
सम्मेलन में अतिथियों के रूप में ये रहेंगे मौजूद
सम्मेलन में मुख्य अतिथि उमाकांत बन्देवार जोन प्रभारी रीवा, एवं विशेष अतिथि मुन्नालाल चौधरी जिला महा सचिव, प्रेमचंद साहू जिला सचिव, बी.एल.कुमरे पूर्व प्रदेश महासचिव, के.एल.भलावी वरिष्ठ बसपा नेता केवलारी, कैलाश डहेरिया, चन्द्रशेखर गौतम, विधान सभा प्रभारी केवलारी, श्रीमति चन्द्रकला मरार पूर्व सरपंच खामी, गुमान सिंह उइके, एड. कु. संतोष चौधरी, एड. संतोष डहेरिया बसपा नेता केवलारी होगें एवं अध्यक्षता शैलेन्द्र कौसरे विधानसभा अध्यक्ष केवलारी करेगें।
कार्यक्रम को सफल बनाने की इन्होंने की अपील
कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील दीपक चौधरी, मोहन मरार, अर्जुन यादव, बब्लू बन्देवार, ईश्वरी भारद्वाज, राजेन्द्र ठाकुर, संतोष धुर्वे, रामनंद बिछेला, श्याम लाल पुचाटे, हीरा सैयाम, देवीप्रसाद बन्देवार, गोबरधन बन्देवार, आत्माराम बन्देवार, विनोद बन्देवार, रामनाथ यादव, गुलाब कुटांगले, रामनंदन अहिरवार, तौफीक कादरी, बाबू लाल बट्टी, अरूण बरमैया, मनोज साहू, राजेन्द्र चौधरी, शुभम चौधरी, झामसिंह विश्वकर्मा, केशू विश्वकर्मा आदि लोगो ने की है ।