750 स्क्वेयर फीट का एक-एक प्लाट 63 जोड़ों को गोंगपा नेता हेमंत
सरेयाम ने दान की 2 करोड़ 31 लाख की जमीन
गोंगपा जिला अध्यक्ष हेमंत सरेआम गोंडवाना समग्र क्रांति आंदोलन के लिये बने मिशाल
बैतुल। गोंडवाना समय।
बैतूल में हुआ एक सामूहिक विवाह समारोह पूरे मध्यप्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है। इसमें 63 आदिवासी जोड़े विवाह बंधन में बंधे। विशेष बात यह रही कि दूल्हा-दुल्हन को अपना आशियाना बनाने के लिए बतौर उपहार 750 वर्गफीट का प्लॉट दिए गए।
ये जमीन गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष हेमंत सरयाम के स्वामित्व की थी। दरअसल, अखिल गोंडवाना महासभा के बैनर तले बीते मंगलवार को बैतूल के हमलापुर में गोंडवाना विवाह और भूदान सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसके लिए 100 से ज्यादा जोड़ों का पंजीयन कराया गया था। परिणय सूत्र में बंधने के बाद हर वधु को कन्यादान में गौठाना क्षेत्र में 25 बाई 30 = 750 वर्गफीट आवास के लिए भूखंड का दानपत्र दिया गया है।
गोंडि धर्म संस्कृति रीति-रिवाजों से हुये विवाह
दोपहर 12 बजे पड़ापेन और मुठवा पूजन से इस विवाह समारोह की शुरूआत हुई। दोपहर 12.30 बजे से आंगापेन दर्शन हुआ। 2 बजे शादी की रस्में शुरू हुईं। इनके पूरे होने के बाद करीब 3 बजे से विवाहित जोड़ों को भू-दान पत्र बांटे गए। समारोह में आस-पास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। विवाह कार्यक्रम गोंडी धर्म, संस्कृति, परंपरा, रीति रिवाज के अनुसार संपन्न हुये।
जोड़ों को प्रमाणित दानपत्र सौंपे गए
गोंडवाना सामुहिक आदर्श विवाह और भूदान सम्मेलन में नवविवाहित जोड़ों को प्रमाणित दानपत्र सौंपे गए। इसके लिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष हेमंत सरयाम ने मौजा मरामझीरी में खसरा नंबर 11/2 रकबा 0.809 हेक्टेयर में से जमीन दान की है। दानपत्र के साथ जमीन का ले आउट भी लगाया गया है। हालांकि, पंजीयन शुल्क समेत नामांतरण के लिए खर्च का भार दंपती को उठाना होगा।
आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा देना है उद्देश्य
दूल्हा-दुल्हन को प्लॉट गिफ्ट करने वाले हेमंत सरयाम ने बताया कि नवविवाहित जोड़ों को दान किए गए प्रत्येक भूखंड की शासकीय कीमत 3 लाख 85 हजार रुपए है। इसके आधार पर पूरी जमीन का मूल्य 2 करोड़ 31 लाख रुपए है। उन्होंने बताया कि समाज के विवाह समारोह आदिवासी संस्कृति के लिहाज से किए जाने चाहिए। इसी परंपरा को बढ़ावा देने के लिए यह आयोजन किया गया था।
गोंगपा जिला अध्यक्ष हेमंत सरयाम ने शिवराज सरकार को वास्तविकता का एहसास कराया
हम आपको बता दे कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सरकार बनाने के पश्चात मुख्यमंत्री कन्यादान योजना चलाकर सरकार की धनराशि से अभियान व कार्यक्रम चलाया जा रहा है। वहीं गोंडवाना समग्र क्रांति आंदोलन के तहत वर्ष 1991 के बाद से ही गोंडवाना सामुहिक आदर्श विवाह मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ राज्य में सामुहिक रूप से कराये जा रहा है।
जहां पर गोंडी धर्म, संस्कृति, परंपरा, रीति रिवाज के आधार पर विवाह कराये जाने की निरंतर प्रक्रिया की जा रही है। गोंडवाना समग्र क्रांति आंदोलन की ही नकल करते हुये मध्यप्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री सामुहिक कन्या विवाह योजना प्रारंभ किया था।
वहीं बैतुल में हुये सामुहिक विवाह में गोंडवाना समग्र क्रांति आंदोलन व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष हेमंत सरयाम ने मध्यप्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री सहित सत्ता व सत्ताधारी संगठन के पदाधिकारियों को आईना दिखाकर यह सिद्ध कर दिया है कि सरकार की धनराशि से मुख्यमंत्री सामुहिक कन्या विवाह में आमंत्रित अतिथि बनकर मंच में बैठने व माईक से भाषण देने से कुछ नहीं होने वाला है।
वास्तविकता तो गोंगपा जिला अध्यक्ष हेमंत सरयाम जैसे कार्य करने में है। वैतुल में 63 वर वधु विवाहित जोड़े को 750 स्केयर फिट का प्लाट देकर गोंगपा जिला अध्यक्ष हेमंत सरयाम ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य लोगों को भी एहसास कराया है कि यदि आप सक्षम है तो किस तरह से लोगों की सहायता कर सकते है।
नवदंपती बोले- सामाजिक रीति रिवाजों को बढ़ावा मिलेगा
शादी के उपहार स्वरूप जमीन मिलने से दूल्हा-दुल्हन काफी खुश नजर आए। एक दुल्हन छाया ने बताया कि इस जमीन पर छोटा सा घर बनाकर व्यवसाय भी शुरू करेंगे। वहीं, दूल्हे विक्की धुर्वे ने कहा कि ऐसी पहल से आदिवासी समाज में बड़ा बदलाव आएगा। सामाजिक रीति रिवाजों को बढ़ावा भी मिलेगा।
63 कन्याओं का कराया विवाह, प्रत्येक जोड़े को हेमंत सरेआम ने किया 750 वर्गफीट का प्लाट दान
समाज को बदलने के लिए केवल सरकार के प्रयास ही काफी नहीं, समाज के बीच से भी आवाज आनी चाहिए। ऐसा ही उदाहरण मंगलवार को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष हेमंत सरियाम ने पेश किया। बैतूल में हुए विवाह सम्मेलन में उन्होंने 63 कन्याओं का विवाह कराया और प्रत्येक कन्या को घर बनाने के लिए 750 वर्गफीट जमीन का प्लाट दान में दिया।
अखिल गोंडवाना महासभा द्वारा हमलापुर में गोंडवाना विवाह और भूदान सम्मेलन का आयोजन किया गया था। हेमंत सरियाम ने बताया कि उनकी मरामझिरी में 0.809 हेक्टेयर भूमि है। इसमें से ही भूखंड के दानपत्र कन्यादान में दिए गए हैं। आदिवासी संस्कृति से ही विवाह करने की परंपरा को बढ़ावा देने के लिए यह शुरूआत की गई है।