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दादा मोतीरावण कंगाली जी एवं दादा हीरा सिंह मरकाम जी की प्रतिमा का बैहर में 28 मई को होगा अनावरण

दादा मोतीरावण कंगाली जी एवं दादा हीरा सिंह मरकाम जी की प्रतिमा का बैहर में 28 मई को होगा अनावरण 

गोंडवाना समग्र विकास रथ यात्रा बैहर विधानसभा हेलिपैड ग्राऊड में होगा समापन 

गोंगपा के राष्ट्रीय पदाधिकारी सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि होंगे शामिल

सुनेश शाह उइके, संवाददाता
बैहर। गोंडवाना समय।  

बैहर विधानसभा व आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में गोंडवाना समग्र क्रांति आंदोलन के प्रणेता, पीली क्रांती के जनक और गोंडवाना जनजागृति के प्रतीक दो अनमोल रत्न पेनवासी दादा मोतीरावण कंगाली जी, पेनवासी दादा हीरा सिंह जी की प्रतिमा बैहर में स्थापित की जाएगी।
            


इसके साथ ही हम आपको बता दे कि बैहर क्षेत्र में पहली बार गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष तिरू. एस. एफ कमलेश सर के मार्गदर्शन में दिनांक 23 मई 2023 से गोंडवाना समग्र विकास रथ यात्रा की शुरूआत की गयी थी। यह गोंडवाना विकास यात्रा गढ़ी़, बिरसा, मंडई और मलाजखंड से होते हुए उकवा क्षेत्र के गांव-गांव भ्रमण कर तत्पश्चात कल बैहर में गोंडवाना विकास यात्रा का समापन किया जाएगा।  

गोंडवाना समग्र विकास रथ यात्रा का प्रमुख उद्देश्य 


बैहर विधानसभा क्षेत्र में निकाली गई गोंडवाना समग्र विकास यात्रा का प्रमुख उद्देश्य पेनवासी दादा मोतीरावण कंगाली जी एवं पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी के अधुरे सपनों को साकार करना व पुन: महान गोंडवाना राज्य का निमार्ण करना है।
                

जहां सभी लोग खुशहाली जीवन यापन कर समाज की  बुनियादी ताकत को मजबूत कर भाषा, संस्कृती, सभ्यता की पहचान को आने वाली भावी पीढ़ि के लिए संजोकर जीवित रखना है। इसके साथ ही शिक्षा, रोजगार, संवैधानिक अधिकारों के प्रति जनजागृति कर समाज की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति करना है। बैहर हेलीपैड ग्राऊड में 28 मई 2023  को ही रात्री कालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। 

दादा मोतीरावण कंगाली जी ने गोंडवाना के स्वर्णिम इतिहास से रूबरू कराने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है 


हम आपको बता दे कि पेनवासी दादा मोतीरावण कंगाली ने गोंडवाना के साहित्य, संस्कृति के साथ साथ गोंडी धर्म, भाषा में अपना ऐतिहासिक योगदान दिया है, उनके द्वारा खोजे गये एवं लिखे गये साहित्य आजीवन गोंडवाना समुदाय के लिये प्रमाण के रूप में जानकारी के साथ अपना ज्ञान बढ़ाने के लिये हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी।
                दादा मोतीरावण कंगाली के गोंडवाना साहित्य, संस्कृति, गोंंडी धर्म, गोंडी भाषा के लिये दिये गये महत्वपूर्ण योगदान में सहायक के रूप में हमेशा सहयोग करने में गोंडवाना रत्न पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाया है। पेनवासी दादा मोतीरावण कंगाली ने गोंडवाना के स्वर्णिम इतिहास से रूबरू कराने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 

दादा हीरा सिंह मरकाम जी ने गोंडवाना समुदाय में जनजागृति व चेतना में लाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है 


वहीं हम आपको बता दे कि गोंडवाना रत्न पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी ने अपना पूरा जीवन गोंडवाना की जनजागृति में अर्पण में कर दिया। आज उन्हीं की देन है कि देश में पीली क्रांति की चमक भारत के कोने कोने में चमक रही है और शोषणकारी ताकतों को डरा भी रही है।
            पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी ने गोंडवाना समुदाय को जागृत करने के लिये समाज में संवैधानिक अधिकारों के लिये, सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, राजनैतिक चेतना लाने के लिये कई किलोमीटर पैदल चलकर, भूखे-प्यासे रहकर सुख-सुविधाओं का त्याग करते हुये कम साधन-संसाधन में रात-दिन मेहनत कर अपना फर्ज निभाया है।
                गोंडवाना रत्न पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी ने गोंडवाना समुदाय में जनजागृति व चेतना में लाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस तरह दादा हीरा-मोती की जोड़ी ने गोंडवाना समुदाय में प्रत्येक क्षेत्र में मिलकर जनजागृति व चेतना लाने में ऐतिहासिक योगदान दिया है।
            दादा मोतीरावण कंगाली जी एवं दादा हीरा सिंह मरकाम जी के ऐतिहासिक योगदान को जानने व समझने के लिये उनकी स्थापित होने वाली प्रतिमा बैहर में आने वाली पीढ़ि सहित वर्तमान नागरिकों को गोंडवाना का प्रेरणादायक संदेश देगी। 

प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में ये रहेंगे मौजूद

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तिरू. तुलेश्वर मरकाम राष्ट्रीय, तिरू दरबू सिंह उइके राष्ट्रीय अध्यक्ष किसान मोर्चा जीजीपी, श्याम सिंह मरकाम राष्ट्रीय महासचिव, अनिल सिंह धुर्वे राष्ट्रीय अध्यक्ष युवा मोर्चा जीजीपी, अमान सिंह पोर्ते प्रदेश अध्यक्ष जीजीपी, गोंडवाना स्वर लहरी प्रेमशाह मरावी, संगीता प्रेमशाह मरावी, भुवन सिंह कोर्राम बालाघाट, हरनामसिंह मरावी परसवाड़ा़, हेमलाल धुर्वे बिरसा, सुनील उइके सरपंच संघ प्रदेश उपाध्यक्ष, धारासिंह मर्सकोले एवं बैहर,परसवाडा़, बिरसा, गढ़ी़, उकवा, मलाजखंड, आदि बालाघाट जिलें के अनेक ब्लाकों के सामाजिक संगठनों के सामाजिक लोग उपस्थित होंगे। 

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