डीएफओ श्रषिभा और डीएफओ विग्नेश की गोंडी रीति रिवाज से विवाह हुआ संपन्न
गोंड समाज, एक समाज, एक रिवाज, एक आवाज बनाने की ओर अग्रसर हो रहा हैं
शहडोल। गोंडवाना समय।
शहडोल जिला अंतर्गत ब्लॉक ब्योहारी मऊ में सेवा निवृत्त जिला जज गोपाल सिंह नेताम की सुपुत्री के विवाह में अनेकों जिले से पदाधिकारी पहुंचे। श्रषिभा (डीएफओ) ब्यौहारी जिला शहडोल, विग्नेश ( डीएफओ), तमिलनाडु की गोंडी रीति रिवाजों के साथ विवाह संपन्न हुई।
जिसमें मध्यप्रदेश शासन के वन मंत्री कुंवर विजय शाह, विधायक कुंवर सिंह टेकाम, शहडोल सीसीएफ एल.एल उइके, दमोह डीएफओ महेंद्र सिंह उइके व अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी, सगा संबंधी नातेदार की गरिमामयी उपस्थिति रही।
मैं अपनी लड़की का विवाह, गोंडी रीति-रिवाज से कराऊंगा
दरअसल सेवा निवृत जिला न्यायधीश श्री गोपाल सिंह नेताम जी विगत 2 माह पूर्व सीधी जिÞला में गोंड समाज महासभा द्वारा गोंडवाना दरबार आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहा प्रदेश अध्यक्ष आदरणीय बी एस परतेती की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम से प्रभावित होकर मंच में अपने विचार रखे सेवा निवृत्त जिला जज ने कहा कि मैं कभी गोंड, गोंडी, गोंडवाना, गोंडी धर्म, संस्कृति, रीति-रिवाज, पूजा पाठ में कभी ध्यान ही नही दिया। लेकिन आज मैं गोंडवाना दरबार में आकर उपस्थित सभी से वादा करता हू की मैं अपनी लड़की की विवाह गोंडी रीति-रिवाज से कराऊंगा।आज से मैं पूर्ण रुप से गोंड बन गया हूँ। ऐसा हुआ भी, बेटी की शादी गोंडी भूमका द्वारा गोंडी रीति रिवाज से करवाया, इसका श्रेय प्रदेश अध्यक्ष श्री बी एस परतेती को जाता है। जिनके कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में गोंड समाज में ढेर सारा बदलाव आ रहा है। गोंड समाज, एक समाज, एक रिवाज, एक आवाज बनाने की ओर अग्रसर होता नजर आ रहा है।
गोंड समाज के लिए महत्वपूर्ण संदेश और प्रेरणा है
सेवानिवृत्त न्यायदाता न्यायधीश गोपाल सिंह नेताम ने कहा सुपुत्री का विवाह गोंडी परंपरा, संस्कृति, रीति-रिवाज, पूजा-पाठ से संपन्न कराई गई। जो हमारे गोंड समाज के लिए महत्वपूर्ण संदेश और प्रेरणा है। गोंड समाज अपनी मूल संस्कृति, संस्कार और परंपरा, रीति-रिवाज, पूजा पद्धति की ओर लौट रहा है।
पदाधिकारी पहुंचे प्रशिक्षण दिलाई गई
सेवा निवृत्त जिला जज गोपाल सिंह नेताम की सुपुत्री के विवाह में अनेकों जिले से पदाधिकारी पहुंचे। जिसमें गोंड समाज महासभा मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष बी एस परतेती सिवनी, गोंडी भूमका प्रकोष्ठ- प्रदेश उपाध्यक्ष श्री जगदीश प्रसाद परते वरिष्ठ गोंडी भूमका को लेकर आए।
साथ में शहडोल से प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ डा सुनीता केराम, युवा प्रकोष्ठ प्रदेश प्रवक्ता शंकर सिंह केराम, युवा प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष कमलेश उइके, विजय भान मरावी, सत्यभान मरावी, रीवा जिला अध्यक्ष बाके लाल मरकाम, महिला प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष प्रेमबती केराम, सीधी से गोंडी धर्म संस्कृति, साहित्य प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष फतेहबहादुर सिंह मरकाम, जिला अध्यक्ष महाबालेश्वर सिंह ओलको, महिला प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष सुशीला मरकाम, सिंगरौली से जिला अध्यक्ष बुधराम सिंह मरकाम, कुंवर सिंह परस्ते, अनूपपुर से जिला अध्यक्ष ध्यानसिंह श्याम, महिला प्रकोष्ठ विद्यावती श्याम, सिवनी से सहतलाल सरुते अध्यक्ष सेक्टर उगली, चेतन सिंह परते सेक्टर अध्यक्ष सरेखा, मंडला-बालाघाट से गोंडी भूमका जमना प्रसाद सिरसाम, दमोह से गोंडी भूमका व अन्य पदाधिकारी पहुंचे। जिनका गोंडी रीति-रिवाज संस्कृति, परम्परा, पूजा पाठ की प्रशिक्षण भी दी गई।