उमा भारती की पुलिस को खुली छूट, शराब पीकर कोई रौब दिखाए तो जड़ दो घूंसा
सिंघम की तरह काम करो और इस नीति का पालन कराओ, आपका कोई कुछ नहीं कर पाएगा
भोपाल। गोंडवाना समय।
मध्यप्रदेश सरकार ने जब से नई शराब नीति बनाई है, तब से मध्यप्रदेश में शराब बंदी की मांग कर रही उमा भारती काफी खुश हैं।
इस खुशी में उमा भारती ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के लिए भोपाल के रवींद्र भवन में अभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में सीएम के साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी मौजूद रहे।
बीजेपी का नेता है या किसी नेता का बेटा हूं कहें तो उसके मुंह में एक घुंसा जड़ देना
कार्यक्रम के दौरान मंच से बोलते हुए उमा भारती ने कहा कि इस नीति के आने के बाद अब पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी बन गई है कि वे शराब पीकर पैदल चलने वाले और वाहन चलाने वालों को पकड़कर थाने में बंद कर दें और अगर कोई उनको धौंस दिखाएं तो उठाकर एक घूंसा दें। उमा भारती ने कहा कि कोई पुलिस से कहे कि फलां आदमी बीजेपी का नेता है या किसी नेता का बेटा है तो उसके मुंह में एक घुंसा जड़ देना। आप पर कोई कार्यवाही होती है या ट्रांसफर किया जाता है तो डरना नहीं, मैं आपके पास आकर खड़ी हो जाऊंगी। आप सिंघम की तरह काम करो और इस नीति का पालन कराओ, आपका कोई कुछ नहीं कर पाएगा।
पुलिस कर्मचारी निश्चिंत हो जाएं अब उनकी दीदी बैठी हुई हैं
उमा भारती ने आगे कहा कि अमेरिका में राष्ट्रपति की बेटी का शराब पीकर गाड़ी चलाने पर पुलिस ने चालान कर दिया था और यहां पर बेचारे पुलिस वाले डर जाते हैं कि हमारा ट्रांसफर हो जाएगा। सामने वाला भी धमकाने लगता है कि तुम जानते नहीं हो मैं कौन हूं। मैंने सारे पुलिस वालों से कह दिया ऐसी व्यवस्था बनाई है कि मेरा यह भाषण सब तक पहुंच जाएगा। अब से तुम सिंघम वाला मामला दिखाओ। पुलिस कर्मचारी निश्चिंत हो जाएं अब उनकी दीदी बैठी हुई हैं।
उमा दीदी संन्यासी हैं, किसी पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं करतीं
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उमा दीदी और मेरा रिश्ता बरसों पुराना है। मैं युवा मोर्चे में था, एक दिन उमा दीदी का फोन आया कि टीकमगढ़ जिले के मोथी गाँव में एक बेटी का विवाह कराने चलना है।
हम पैदल नदी पार कर के गाँव पहुंचे थे और दीदी के पास जो कुछ था उसे देकर बाकी साथियों के सहयोग से बेटी का विवाह करवाया था। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उमा दीदी संन्यासी हैं, किसी पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं करतीं। राममंदिर आंदोलन में उमा दीदी को जान दाँव पर लगाकर काम करते देखा।
उस सरकार को उखाड़ कर फेंक दिया था
वर्ष 2003 के पहले लोग कहते थे कि बीजेपी के बस का नहीं है, चाहे कुछ भी हो, सरकार दिग्विजय सिंह बनाएँग लेकिन उस समय घनघोर परिश्रम करते हुए एवं शरीर और अपने स्वास्थ्य को दाँव पर लगाकर काम करते हुए उस सरकार को उखाड़ कर फेंक दिया था। उमा भारती की वजह से बीजेपी ने वर्ष 2003 में मध्यप्रदेश में सरकार बनाई थी।