अधूरे सामुदायिक स्वच्छता परिसर का विकास यात्रा में हो गया लोकार्पण
5 किलोमीटर दूर से ही विकास यात्रा में जनप्रतिनिधियों और नेताआें ने फोड़ दिया नारियल
सामुदायिक स्वच्छता परिसर की पुताई कर निर्माण पूरा दिखाने की कोशिश, अंदर हैं अधूरे
घंसौर ब्लॉक के 73 पंचायत में होना है निर्माण
सिवनी। गोंडवाना समय।
आदिवासी विकासखंड घंसौर के अंतर्गत स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम पंचायतों में बनाए जाने वाले सामुदायिक स्वच्छता परिसर में मनमानी की जा रही है।
कुछ पंचायतों में परिसरों का निर्माण पूरा ही नहीं हुआ और पुताई कर दी गई है। जनपद पंचायत घंसौर क्षेत्र की 73 पंचायतों में अभियान के तहत स्वच्छता परिसर बनाए जा रहे हैं।
स्वच्छता परिसर की लागत 3 लाख 45 हजार रुपए निर्धारित है
इसी के तहत बीजासेन ग्राम पंचायत की स्वच्छता परिसर की लागत 3 लाख 45 हजार रुपए निर्धारित है। सामुदायिक स्वच्छता परिसर का डीपीआर में 45000 मनरेगा, 9000 हजार 15 वित्त, 210000 स्वच्छ भारत मिशन कुल 3 लाख 45 हजार रूपये व्यय किया जाना है। ग्रामीण क्षेत्रों में हाट बाजार, मेला सहित अन्य होने वाले सार्वजनिक कार्यक्रमों में लोगों को सुविधा मिले और गांवों में स्वच्छता बनी रहे। इसी उद्देश्य से सामुदायिक स्वच्छता परिसर बनाए जा रहे हैं। परिसर बनाने के लिए कुछ ग्राम पंचायतों को बाद में स्वीकृति मिली है। स्वच्छता परिसरों की देखरेख पंचायतों को ही करना है। स्वच्छता परिसरों का यदि कोई सार्वजनिक आयोजन के दौरान उपयोग करेगा तो उससे एक निश्चित राशि भी पंचायत ले सकेगी। हालांकि यह सब ग्राम पंचायतों को ही तय करना है।
जवाबदार कर रहे अनदेखी
स्वच्छता परिसरों को देखा जाए तो कुछ जगह इनका निर्माण व्यवस्थित तो कुछ जगह निर्माण में लापरवाही की जा रही है। इनकी गुणवत्ता पर भी जवाबदारों का ध्यान नहीं है। कुछ जगह तो निर्माण पूरा हुए बिना ही रंग पुताई कर दिया गया है। ऐसा ही एक मामला बरगी बांध डूब क्षेत्र के बीजासेन गांव से सामने आया है, ग्रामीणों ने बताया कि 5 किमी किलोमीटर दूर कुदवारी पंचायत जो कि विकास यात्रा का सेक्टर था। वहीं 5 किलोमीटर दूर से ही अधूरे सामुदायिक स्वच्छता परिसर का लोकार्पण कर दिया गया है। सामुदायिक स्वच्छता परिसर में अभी प्लंबर का कार्य भी पूरा नहीं हुआ है और न ही पानी की टंकी रखी गई। अभी शौचालय में भी दरवाजे नहीं लगे है और ना ही टाइल्स लगी और न ही फर्स बना है। बाहर से निर्माण पूरा होने का दिखावा किया जा रहा है जबकि परिसर के अंदर दरवाजे और अन्य काम अधूरे, देखे जा सकते हैं। यहां सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि विकास यात्रा के दौरान जनप्रतिनिधियों और नेताओं ने बिना देखे ही 5 किलोमीटर दूर बैठकर सामुदायिक स्वच्छता परिसर का लोकार्पण कर दिया है।