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मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना के सामुहिक विवाह कार्यक्रम में टेंडरों की जानकारी देने से बच रही जनपद सीईओ

मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना के सामुहिक विवाह कार्यक्रम में टेंडरों की जानकारी देने से बच रही जनपद सीईओ

जनपद पंचायत घंसौर में खाने, टेंट एवं अन्य सामग्री के टेंडरों में बरती गई भारी लापरवाही 

मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना के अंतर्गत सामुहिक विवाह कार्यक्रम आज


घंसौर। गोंडवाना समय।


मध्यप्रदेश सरकार की जनहितैषी योजनाओं में से एक मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह /निकाह योजना का आयोजन समय समय पर पूरे प्रदेश में किया जाता रहा है इसी क्रम में 17 फरवरी 2023 को जनपद पंचायत घंसौर के अंतर्गत आने वाली 77 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत आने वाले हितग्राहियों के लिए सामुहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। हालांकि आयोजन से पहले ही अधिकारियों की लापरवाही से यह आयोजन विवादों में घिरता नजर आ रहा है। जहाँ एक ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सभी सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता लाने की बात कहते नहीं थकते वहीं दूसरी ओर जनपद पंचायत घंसौर के अंतर्गत होने वाले इस विशाल आयोजन की जानकारी जनपद पंचायत की सीईओ सुमन खातकर एवं उनके अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा नहीं दी जा रही है। इस पूरे आयोजन के विवादों में रहने के कई पहलू हैं जहाँ इस आयोजन को लेकर बुलाए गए टेंडरों को लेकर जनपद पंचायत घंसौर के अधिकारी कर्मचारियों की बोलती बंद है तो दूसरी ओर आयोजन के आमंत्रण कार्ड पर स्थानीय विधायक योगेंद्र सिंह बाबा व क्षेत्रीय सांसद व केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते का नाम नहीं छपवाने को लेकर भी विवादों की सुदबुदाहत सामने निकलकर आ रही हैं। 

अपने चहेते दुकानदारों को टेंट, खाने व अन्य सामग्री के लिए दे दिए गए आॅर्डर


वहीं इस पूरे आयोजन में कितने जोड़े शादी के बंधन में बंधेंगे या कितने लोगों के लिए जनपद पंचायत घंसौर प्रशासन के द्वारा व्यवस्थाऐं की जा रही हैं इन सब सवालों को लेकर जब हमारी टीम जनपद पंचायत घंसौर की मुख्यकार्यपालन अधिकारी सुमन खातकर के पास पहुंचीं तो उन्होंने किसी भी प्रकार की जानकारी देने से मना कर दिया वहीं जानकार सूत्र बताते हैं कि जनपद पंचायत घंसौर के सभाकक्ष में पिछले दिनों बुलाए गए खाने, टेंट एवं अन्य सामग्री के टेंडरों में भारी लापरवाही बरती गई एवं दुगने दामों पर टेंडर बुलबाकर अपने चहेते दुकानदारों को टेंट, खाने व अन्य सामग्री के लिएआॅर्डर दे दिए गए। 

केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते एवं क्षेत्रीय विधायक योगेंद्र सिंह बाबा का नाम आमंत्रण पत्र से गायब



मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के इन सामुहिक विवाह कार्यक्रम में इस कदर लापरवाही बरती गई कि आमंत्रण पत्र पर क्षेत्रीय विधायक व सांसद तक के नाम नहीं छपवाए गई वहीं इस पूरे मामले पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों व कांग्रेस ,भाजपा जैसे राजनैतिक दलों से जुड़े लोगो ने किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं देते हुए अपसरशाही के खिलाफ दबे सुर में आवाज उठाई जब हमारी टीम ने कांग्रेस से जुड़े एक नेता से इस विषय में फोन पर चर्चा की तो उन्होंने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि विधायक जी का नाम आमंत्रण पत्र में होना चाहिए था परंतु जनपद पंचायत घंसौर की बेलगाम अपसरशाही की वजह से नहीं छप पाया वहीं भाजपा से जुड़े एक नेता ने केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते के आमंत्रण पत्र में नाम नहीं होने को अधिकारियों की गलती बताते हुए छोटी बात कहकर मामले से पल्ला झाड़ लिया वहीं अब सवाल यह उठता है कि क्या स्थानीय विधायक ,सांसद का इन वेलगाम अधिकारियों पर इतना भी दबाव नहीं कि इतने ब्रह्द स्तर पर हो कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र पर अपना नाम अंकित करा सकें।

टेंडरों की जानकारी देने से क्यों बच रहे अधिकारी

जनपद पंचायत घंसौर के द्वारा पिछले दिनों बुलाए गए टेंडरों में आखिर कौन सी गड़बड़ी बरती गई है जिसे लगातार जनपद पंचायत घंसौर के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा छुपाने के प्रयास किया जा रहा है यह सवाल पूंछना इसीलिए आवश्यक हो जाता है क्योंकि जब जनपद के अधिकारियों कर्मचारियों के पास कोई आंकड़ा ही नहीं तो फिर किस कितने लोगो के लिए खाने ,टेंट कपड़ा और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं सवाल तो बनता है।

आखिर कौन बताएगा कि कार्यक्रम के लिए कितने आवेदन आए और कितने आवेदन निरस्त हो गए


जनपद पंचायत घंसौर के अंतर्गत आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के सामुहिक विवाह कार्यक्रम को जनपद पंचायत घंसौर के अधिकारी कर्मचारियों द्वारा कितनी गम्भीरता से लिया जा रहा है इसकी बानगी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है आयोजन के एक दिन पहले तक जनपद पंचायत घंसौर की मुख्यकार्यपालन अधिकारी के पास कोई आंकड़े नहीं है जब इस विषय पर हमारी टीम ने मुख्यकार्यपालन अधिकारी सुमन खातकर से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने किसी भी प्रकार की जानकारी देने से इंकार कर दिया। हालफिलहाल जनपद पंचायत घंसौर में यह कोई पहला मौका नहीं है इससे पहले भी यहाँ आयोजनों के नाम पर लाखो रुपये का बन्दरबांट किया जा चुका है परंतु आज होने वाले इस आयोजन में जनपद पंचायत के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा कितनी सक्रियता दिखाई देती है यह सोचनीय विषय रहेगा और जनता के पैसों का बन्दरबांट करने की पूर्वनियोजित योजना बना चुके इन अधिकारियों कर्मचारियों से क्या उच्चाधिकारी जबाब लेंगे इस पर भी निगाहें टिकी हुई हैं।

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