राशिद खान के विरूद्ध अजाक थाना सिवनी और पुलिस थाना बरघाट में बोरीकला पदाधिकारियों द्वारा की गई शिकायत
पत्रकारिता की धमकी देते हुये पंचायत की फर्जी शिकायत कर मानसिक, शारीरिक, जातिगत रूप से करता है प्रताड़ित
अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम एवं अन्य कानूनी धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर कानूनी कार्यवाही करने की गई मांग
सिवनी। गोंडवाना समय।
जनपद पंचायत बरघाट के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बोरीकला में ग्राम पंचायत पदाधिकारियों को राशिद खान द्वारा पत्रकारिता की धमकी देते हुये परेशान करते हुये प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है जहां पर सरपंच, सचिव और सभी पंचों को द्वारा ग्राम पंचायत बोरीकला में जाकर मारने की धमकी दी गई साथ ही अभद्र भाषा का उपयोग करते हुये आदिवासी सरपंच और सचिव को जाति सूचक अपशब्दों का उपयोग करते हुये धमकी दी गई जिसके बाद बीते दिवस ग्राम पंचायत बोरीकला के सभी पदाधिकारी सरपंच, सचिव खड़ग सिंह मर्सकोले, सहायक सचिव एवं सभी पंचों द्वारा राशिद खान पिता नामालूम जाति मुसलमान पता सिवनी के विरूद्ध पुलिस थाना बरघाट और अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण थाना सिवनी प्रभारी को शिकायत की गई।
राशिद खान फर्जी शिकायत कर ग्राम पंचायत के शासकीय कार्य में बाधा डालता है
ग्राम पंचायत बोरीकला के पदाधिकारियों द्वारा शिकायत में बताया गया कि राशिद खान द्वारा फर्जी शिकायत कर ग्राम पंचायत के शासकीय कार्य में बाधा डालने, शिकायत की जांच के दौरान शिकायत फर्जी पाये जाने पर जनजाति वर्ग के सचिव, रोजगार सहायक, वार्ड पंचों को गोंड गंवार कहकर सार्वजनिक रूप से जातिगत रूप से अपशब्दों का उपयोग कर अपमानित करने, जिंदा गड़ा देने और जान से मारने की धमकी दी गई। राशिद खान के द्वारा पत्रकार बताते हुये पत्रकारिता की आड़ में फर्जी शिकायत व समाचार लगाकर रुपए पैसे की मांग करना एवं करवाना, ग्राम पंचायत की जनजाति वर्ग की महिला सरपंच को अनावश्यक रूप से बदनाम करने का कार्य किया जा रहा है।
जनजाति वर्ग के पदाधिकारियों को जातिगत रूप से करता रहा है अपमानित
पंचायत पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि राशिद खान द्वारा बीते कई माहों से ग्राम पंचायत की फर्जी शिकायत व समाचार छपवाने की धमकी देकर शासकीय कार्य में बाधा डालने का कार्य किया जा रहा है। पत्रकारिता की धमकी देते हुये रूपया पैसा दो नही ंतो तुम्हारा समाचार छाप दुंगा कहकर धमकी देता है। वहीं ग्राम पंचायत के जनजाति वर्ग के पदाधिकारियों को जातिगत रूप से अपमानित करता रहा है। साथ ही पत्रकारिता की धमकी देते हुये मानसिक, शारीरिक रूप से जातिगत रूप से भी प्रताड़ित किया जा रहा है। ग्राम पंचायत बोरीकला की फर्जी शिकायत कर दूसरों के माध्यम से पैसा की डिमांड करता है और खुद भी मिलने पर रुपए पैसा की मांग करता है इसके साथ ही पैसे नहीं देने पर तुम्हारा समाचार छापकर और छपवाकर बदनाम करने की धमकी भी दी जाती है।
राशिद खान द्वारा की गई ग्राम पंचायत की शिकायत जांच के दौरान फर्जी व गलत निकली
पंचायत द्वारा बताया गया कि कुछ समय पहले राशिद खान के द्वारा ग्राम पंचायत बोरीकला की शिकायत की गई थी जिसकी जांच शिकायतकर्ता राशिद खान और ग्राम पंचायत बोरीकाल के सचिव, रोजगार सहायक, वार्ड पंचों सहित ग्रामीणों व जनपद पंचायत बरघाट के संबंधित जांच टीम के द्वारा की मौजूदगी में की गई थी जिसका पंचनामा भी बनाया गया था। जिसमें जांच के दौरान समग्र स्वच्छता मिशन के तहत जांच बिंदुओं के आधार पर शिकायत को ग्रामीणों ने निराधार बताया था एवं शिकायत फर्जी व गलत थी जिससे नाराज होकर राशिद खान द्वारा जनजाति वर्ग के सचिव, रोजगार सहायक, वार्ड पंचों को जातिगत रूप से गोंड गंवार के सचिव, रोजगार सहायक और वार्ड पंच लोग तुम मुझे जानते नहीं हो मैं सिवनी का बड़ा पत्रकार हूं सभी समाचार पेपरों ओर न्यूज चैनल में तुम्हारी पंचायत के खिलाफ समाचार छपवाउंगा और टी वी में दिखवाउंगा।
तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे बोलकर सचिव को नौकरी से हटवा देने की देता है धमकी
पंचायत पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि राशिद खान के द्वारा जांच के दौरान सचिव खड़क सिंह मर्सकोले, रोजगार सहायक रामचंद्र कोड़ोपे, वार्ड पंच शेर सिंह कुमरे, वार्ड पंच किशोर बरकड़े, वार्ड पंच कौशल्या बाई मर्सकोले को जातिगत रूप से अपमानित करते हुये गोंड गंवार कहीं के तुम लोगों को तो मैं यहीं पर खड़े-खड़े गाड़ दुंगा कहा गया इसके साथ ही जिस दिन तुम सिवनी में दिख गये तो तुम्हे वही जान से मरवा दुंगा जैसे शब्दों का उपयोग किया गया। पंचायत पदाधिकारियों द्वारा आगे बताया गया कि राशिद खान हमेशा ग्राम पंचायतों के कार्यों की फर्जी शिकायत करता है, अनावश्यक रूप से परेशान करता है, जातिगत रूप से बात करके धमकी देता है तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे सचिव को नौकरी से हटवा दुंगा इस तरह की धमकी देता है। पंचायत पदाधिकारियों द्वारा राशिद खान पर कानूनी कार्यवाही करते हुये अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत एवं अन्य कानूनी धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की गई है। शिकायत के दौरान खड़ग सिंह मर्सकोले, रामचंद्र कोड़ोपे, शेर सिंह कुमरे, किशोर बरकड़े, कौशल्या बाई मर्सकोले की उपस्थिति रही।