पंजूलाल सेन के फर्जीवाड़ा पर जनजाति कार्य विभाग क्यों ले नहीं रहा संज्ञान ?
मूल विभाग ट्राईबल से कैसे पहुंच गये शिक्षा विभाग पंजूलाल सेन
सिवनी। गोंडवाना समय।
जिला शिक्षा विभाग कार्यालय सिवनी में पूर्व के अधिकारियों और कुछ कर्मचारियों के साथ सांठगांठ कर आर्थिक चढ़ोत्तरी चढ़ाकर नियम कानून को ताक पर रखकर ट्राईबल विभाग के अंतर्गत मूल विभाग वाले अध्यापक को शिक्षा विभाग में माध्यमिक शिक्षक बनाने का खेल खेला गया जो आज भी जारी है।
इस मामले में शिक्षा विभाग के साथ मिलकर कुछ ट्राईबल विभाग के अध्यापकों ने प्रतिनियुक्ति के नाम पर नियमों की धज्जियां आज भी उड़ाते चले आ रहे है। जिनमें पंजूलाल सेन जिनका मूल विभाग ट्राईबल विभाग है लेकिन सेटिंग व सांठगांठ के कारण शिक्षा विभाग में माध्यमिक शिक्षक बन गये है।
आदिवासी विकासखंड छपारा के लाटगांव में बता रहा पदस्थ
हम आपको बता दे कि ट्राईबल से शिक्षा विभाग में प्रतिनियुक्ति पर जारी किये गये आदेशों के तहत आॅनलॉइन रिकार्ड को सर्च करने पर पता चला है कि पंजूलाल सेन हाईस्कूल लाटगांव विकासखंड छपारा में पदस्थ है बता रहा है।
वहीं वे जिला शिक्षा विभाग में भी शिक्षा विभाग के पोर्टल में माध्यमिक शिक्षक के रूप में पदस्थ है। यह तो स्पष्ट है कि पूंजलाल सेन का मूल विभाग ट्राईबल विभाग है जो कि सेटिंग सांठगांठ से शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे है।
फर्जीवाड़ा कर माध्यमिक शिक्षक बन गये पंजूलाल सेन
पंजूलाल सेन का मूल विभाग आदिम जाति कल्याण विभाग है जिन्हें अस्थाई रूप से शैक्षणिक कार्य हेतु माध्यमिक शाला कन्या बखारी में पदस्थ किया गया था। वहीं पंजुलाल सेन को लेकर विभागीय पोर्टल पर एक नजर देखे तो एक ओर खुलासा हुआ है कि पंजूलाल सेन को शिक्षा विभाग के पोर्टल में 14 मार्च 2013 से माध्यमिक शिक्षक सोशल सार्इंस बताया जाकर हाईस्कूल बखारी में दिखा रहा है।
जो कि अपने आप में फर्जीवाड़ा दिखाई देता है क्योंकि पंजूलाल सेन का मूल विभाग ट्राईबल विभाग है जिन्हें अस्थाई तौर पर प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया था लेकिन पंजूलाल सेन प्रतिनियुक्ति की आड़ में मूल विभाग को ही छोड़कर शिक्षा विभाग में माध्यमिक शिक्षक बन गये है।