क्या मृतको के मामले में 6-4 के प्रकरणों में कमीशनखोरी का भी होता है खेल ?
केवलारी में घोटाले के बाद छपारा तहसील कार्यालय में चल रही कमीशनखोरी की चर्चा
सिवनी। गोंडवाना समय।
राहत राशि के प्रकरणों में केवलारी राजस्व कार्यालय में हुये घोटाले के बाद यदि इस तरह के प्रकरणों की खोजबीन तहसील कार्यालयों में की जाये तो चौकाने वाली बाते सामने आ रही है। मृतकों के नाम पर शासन द्वारा मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि में 5 से 10 प्रतिशत तक का खेल इन प्रकरणों का कार्यभार संभालने वाले संबंधित कर्मचारी कर रहे है।
शासन के नियमानुसार मृत्यू होने के पश्चात लगभग 7 से 15 दिन के अंदर संपूर्ण कार्यवाही करके आर्थिक सहायता की प्रक्रिया को पूरा किया जाना है लेकिन तहसील कार्यालयों में पदस्थ इस शाखा से संबंधित कर्मचारी के द्वारा मृतक के अधिकृत वारसान या आवेदक को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने में लेटलतीफ किया जाता है, इसके पीछे कारण मिलने वाली राशि में 5 से 10 प्रतिशत तक कमीशन की मांग की जाती है और फिर संबंधित हितग्राही व आवेदक के खाते में राशि डाली जाती है।
ऐसा ही एक मामला छपारा तहसील कार्यालय में प्रकाश में आया है, जहां पर एसडीएम लखनादौन के स्वीकृति आदेश होने के बाद भी हितग्राही के खाते में राशि नहीं पहुंची है ऐसी चर्चा चल रही है। इस मामले में शिक्षा विभाग से तहसील कार्यालय में कार्य करने की रूची रखने वाले संलग्नीकरण के तहत कर्तव्य निभाने वाले प्रसिद्ध कर्मचारी की अहम भूमिका है।
18 जनवरी 2023 को लखनादौन एसडीएम ने स्वीकृति आदेश भेजा था
हम आपको बता दे कि तालाब में डूबकर मृत्यू होने के कारण शासकीय नियमानुसार आवेदिका के द्वारा तहसील कार्यालय छपारा में आवेदन प्रस्तुत किया गया था। जिस पर नायब तहसीलदार छपारा के द्वारा अग्रिम कार्यवाही हेतु एसडीएम लखनादौन की ओर प्रेषित किया गया था।
जिस पर नायब तहसीलदार छपारा के प्रतिवेदन के अनुसार 10 अक्टूबर 2022 को ही ग्राम सिंदरई क निवासी सियाराम पिता धन्नू गोंड उम्र 60 वर्ष की तालाब के पानी में डूबने से मृत्यू होने के कारण मृतक की पत्नि सिलियाबाई पति सियाराम गोंड निवासी ग्राम सिंदरई थाना व तहसील छपारा को 4 लाख रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई थी जिसमें बकायदा सिलिया बाई गोंड के इंडियन बैंक शाखा भीमगढ़ छपारा के खाता में राशि जमा करने के निर्देश दिये गये थे। जिसका पत्र एसडीएम लखनादौन द्वारा 18 जनवरी 2023 को भेजा गया था।
तालाब में डूबकर हुई थी सियाराम गोंड की मृत्यू
हम आपको बता दे कि सियाराम पिता धन्नू गोंड की मृत्यू के तहत मिलने वाली राशि प्रदान किये जाने को लेकर ग्राम सिंदरई ग्राम पंचायत गौरखपुर तहसील छपारा जिला सिवनी की निवासी है उनके वारसान के रूप में सिलिया बाई गोंड को 4 लाख रूपये आर्थिक सहायता मिलना है। सिलिया बाई गोंड के पति सियाराम गोंड जो कि 5 अक्टूबर 2022 को घर से गोरखपुर जाने के लिये निकले थे लेकिन वह घर वापिस नहीं आये थे जिसके बाद उनकी बहुत खोजबीन की गई थी परंतु वह नहीं मिले फिर 10 अक्टूबर 2022 को घर से आधा किलोमीटर दूर बने तालाब में उनका शव मिला था।
1 सप्ताह में ही बिल जनरेट होने के बाद खाते में रूपये डालने का प्रावधान है
राजस्व विभाग से संबंधित जानबकारों की माने तो 6-4 के प्रकरणों में एसडीएम के स्वीकृति आदेश होने के बाद लगभग 1 सप्ताह में ही बिल जनरेट होने के बाद खाते में रूपये डालने का प्रावधान है। वहीं जबकि 18 जनवरी 2023 को ही लखनादौन एसडीएम के द्वारा स्वीकृति आदेश जारी कर दिया गया था इसके बाद भी संभवतय: तहसील कार्यालय छपारा में पदस्थ संबंधित शाखा के कर्मचारी के द्वारा राशि नहीं भेजी गई है।