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देश की रक्षा करने के लिये छिंदवाड़ा जिले के 10 युवा आर्मी में हुए चयनित

देश की रक्षा करने के लिये छिंदवाड़ा जिले के 10 युवा आर्मी में हुए चयनित 

अधिकांश नौजवानों के पिता कृषक एवं माता ग्रहणी हैं 


छिंदवाड़ा। गोंडवाना समय।

छिंदवाड़ा जिले में देश की रक्षा सहित अन्य पुलिस विभाग से संबंधित विभागों में युवाओं को सेवा देने के लिये जय जवान फिजिकल सोसायटी छिंदवाड़ा के द्वारा विशेष अभियान चलाकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सेना से सेवानिवृत्त हुये सैनिकों के द्वारा विशेष रूप से मार्गदर्शन व प्रशिक्षण दिये जाने के कारण छिंदवाड़ा जिले के नौजवानों को देश की सुरक्षा संस्थानों एवं पुलिस विभाग व अन्य सुरक्षा विभागों में सेवा प्रदान करने का अवसर प्राप्त हो रहा है।
            इसके साथ ही जय जवान फिजिकल सोसाइटी छिंदवाड़ा द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में भी नंबर वन बनाने की कवायद प्रशिक्षण के माध्यम से की जा रही है। जय जवान फिजिकल सोसाइटी छिंदवाड़ा में ट्रेनिंग हासिल करने वाले जिले के 10 युवाओं का आर्मी मे चयन हुआ हैं। सोसाइटी के संचालक सूबेदार मोहन घंगारे ने जानकारी देते हुए बताया की फिजिकल परीक्षा लगभग 40 युवाओं ने उत्तीर्ण की थी लेकिन मेडिकल एवं लिखित परीक्षा होते-होते लाखो की भीड़ में छिंदवाड़ा जिले के 10 युवा अपनी जगह बनाने मे सफल हुए और वे आर्मी के लिये चयनित हुए।

आर्मी में चयनित हुए छिंदवाड़ा जिला के दस जवानों की जमीनी हकीकत

हम आपको बता दे कि जय जवान फिजिकल सोसाइटी छिंदवाड़ा के द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले नौजवानों ने दिन रात मेहनत करते हुये लगन के साथ लक्ष्य को तय कर प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात परीक्षा देने के साथ साथ फिजिकल टेस्ट में भी सफलता पाकर देश की रक्षा करने हेतु आर्मी में सेवा प्रदान करने का अवसर प्राप्त किया है।
                इन 10 नौजवानों की मेहनत के साथ साथ पारिवारिक हकीकत से हम आपको रूबरू कराते है। शम्भू वर्मा इनके पिताजी श्री शोकीन वर्मा कृषक एवं माँ ग्रहणी हैं। ये ग्राम हरणभटा के रहने वाले हैं। इनका उद्देश्य ही आर्मी में सेवा करना था। वहीं विलास परतेती इनके पिता श्री मानिकराव परतेती वन विभाग में पदस्थ है एवं माँ ग्रहणी हैं ये ग्राम थूएपानी के रहने वाले हैं। परिवार मे एक भाई एक बहन हैं। देश सेवा की इच्छा के कारण आर्मी की तैयारी की हैं। 

आर्मी में भर्ती होकर देश की रक्षा हेतु सेवा करना था उद्देश्य

वहीं ऋषिकांत पटेल इनके पिताजी श्री राजकुमार पटेल कृषक एवं माँ ग्रहणी हैं। ये ग्राम बड़ेगाँव के रहने वाले हैं। आर्मी मे जाने के लिये ही इन्होने एनसीसी भी किया हैं। वहीं अरविंद कुमरे ये छीपानाला के रहने वाले हैं इनके पिताजी का नाम श्री मानिकराम कुमरे कृषक एवं माँ ग्रहणी हैं।
        तीन वर्षों से निरंतर मेहनत करके इन्होने यह मुकाम हासिल किया हैं। इसी तरह तुषार सूर्यवंशी ये मैनिखापा के रहने वाले हैं। इनके पिताजी का नाम श्री परमानन्द सूर्यवंशी कृषि कार्य करते हैं और माँ ग्रहणी हैं। इनका उद्देश्य हर हालत में आर्मी में भर्ती होकर देश की रक्षा हेतु सेवा करना था जिसमें वह सफल हुये। 

आर्मी में जाने का था इरादा जिसमें ये सफल हुये 

इसी तरह विजय फरकारे ये सारंगबिरी के रहने वाले हैं इनके पिताजी का नाम श्री जोगीराम फरकारे जो कि कृषक एवं माँ ग्रहणी हैं। गांव से और भी लोग आर्मी में होने कारण आर्मी में जाने का इरादा इन्होंने बनाया जिसमें ये सफल हुये। वहीं श्री निर्मल साहू ये राजेगांव के रहने वाले हैं इनके पिताजी का नाम श्री निरंजन साहू कृषक एवं माँ ग्रहणी हैं। बचपन से ही आर्मी मे जाने का शौक था।
                इसी तरह श्री अभिषेक प्रजापति ये बिंदरई रोहनाकला के रहने वाले हैं पिताजी का नाम श्री टीकाराम प्रजापति कृषक एवं माँ ग्राहणी हैं। आर्मी मे जाकर देश सेवा के इरादे से इन्होने एनसीसी भी किया हैं। वहीं अरविन्द चन्द्रवंशी ये ग्राम कोसमी के रहने वाले हैं। इनके पिताजी का नाम श्री चैतराम चन्द्रवंशी कृषक एवं माँ ग्रहणी हैं। परिवार मे एक भाई दो बहन हैं।
                बॉर्डर पर जाकर देश सेवा करने का अवसर प्राप्त होगा एवं फौजी वर्दी पहनने की अत्यधिक इच्छा होने कारण आर्मी की तैयारी की। इसी तरह रंगीला उइके ये ग्राम बम्हनी के रहने वाले हैं इनके पिताजी का नाम श्री धंन्नू उइके मजदूरी का कार्य एवं माँ ग्रहणी हैं। परिवार मे एक भाई और तीन बहन हैं। बचपन से ही आर्मी मे जाने का जूनून था।


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