भाजपा नेताओं का धान खरीदी केंद्रों में अघोषित कब्जा
स्वसहायता समूह की आड़ में भाजपा नेताओं और खाद्य अधिकारी की चल रही दुकानदारी
प्रधानमंत्री की मंशा पर भाजपा नेता और खाद्य अधिकारी मिलकर फेर रहे पानी
सिवनी। गोंडवाना समय।
देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा देने के साथ साथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा हमेशा स्वसहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्तिकरण करने के लिये रोजगार से जोड़ने की कवायद चलाई जाती है।
इसी के तहत मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में भी खरीदी केंद्रों की जिम्मेदारी स्वसहायता समूह की दी गई है और यह मध्यप्रदेश सरकार की अच्छी पहल भी है ताकि स्वसहायता की समूह की महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा एवं वे आर्थिक रूप से मजबूत भी होंगी, इसके साथ ही संबंधित कार्यों में आर्थिक अनियमितताएं भी कम होने की पूरी संभावना रहती है लेकिन सत्ता का स्वाद चखकर लाभ कमाने वाले नेताओं की नजर भी हमेशा सत्ता का सदुपयोग करने में ही लगी रहती है कि कहां से और कैसे सत्ता के सहारे दौलत कमाने को मिल जाये।
क्या खाद्य नागरिक आपूर्ति अधिकारी शैलेष शर्मा के साँठगांठ कर भाजपा नेता कर रहे खरीदी ?
ऐसे ही अधिकांश भाजपाई नेताओं ने स्वसहायता समूह के जरिए पर्दे के पीछे रहकर खाद्य नागरिक आपूर्ति अधिकारी शैलेष शर्मा से सांठगांठ करते हुये खरीदी केंद्रों के संचालन की जिम्मेदारी ले लिये है। जिला मुख्यालय सिवनी में रहने वाले अधिकांश नेताओं ने ग्रामीण अंचलों यानि सिवनी शहर से 70 से 80 किलोमीटर की दूरी तक भी जाकर धान की खरीदी कर रहे है, आखिर भाजपा के नेता धान खरीदी केंद्रों में पार्टनर और पर्दे के पीछे से स्वयं क्यों संचालित कर रहे है, आखिर धान खरीदी करने के पीछे उनका क्या फायदा है, यह तो भाजपा के नेता, स्व सहायता समूह और खाद्य नागरिक आपूर्ति अधिकारी ही अच्छे से जानते है।
भाजपा पार्षद और संगठन के प्रमुख पदाधिकारी मिलकर कर रहे धान खरीदी
सिवनी जिले में धान खरीदी केंद्रों में अधोषित रूप से भाजपाई नेताओं का कब्जा है कहा जाये तो गलत नहीं होगा। भले ही अधिकांशतय: धान खरीदी केंद्रों में स्व सहायता समूह को खरीदी केंद्रों कार्य कागजों में दिया गया है लेकिन पर्दे के पीछे से अधिकांश खरीदी केंद्रों में खाद्य नागरिक आपूर्ति अधिकारी की सांठगांठ से भाजपा नेताओं का कब्जा है। सिवनी जिला मुख्यालय में नेतागिरी करने वाले भाजपा नेताओं में तो कुछ पार्षद और संगठन के पदाधिकारी मिलकर धान की खरीदी कर रहे है। भाजपाई पार्षद अपने वार्ड का विकास, साफ-सफाई व अन्य कार्य को छोड़कर फिलहाल धान खरीदी करने में ज्यादा व्यस्त है।
पीएम के लोकल फॉर वोकल की उड़ा रहे धज्जियां
हम आपको बता दे कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लोकल फॉर वोकल का नारा भी दिया है जिसके तहत स्थानीय व्यक्ति को आर्थिक रूप से मजबूत किया जाने की उनकी मंशा है लेकिन प्रधानमंत्री की मंशा पर सिवनी जिले में भाजपाई और खाद्य नागरिक आपूर्ति अधिकारी मिलकर पानी फेरकर धज्जियां उड़ा रहे है।
वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भी स्वसहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने की योजना निरंतर चला रहे है। सिवनी जिले में भी धान खरीदी केंद्रों की जिम्मेदारी स्व सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को दी गई है।
अधिकांश खरीदी केंद्रों पर स्व सहायता समूह की महिलाओं का नाम पर कागजों तक सीमित है उनकी आड़ में पर्दे के पीछे से भाजपा के नेताओं का अघोषित कब्जा है और भाजपा के नेताओं के द्वारा धान की खरीदी की जा रही है।