डॉ. हीरा मीणा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार से जोधपुर में हुई सम्मानित
सामाजिक गतिविधियों और आदिवासी लेखन के उत्कृष्ट योगदान के लिए किया गया सम्मान
जोधपुर/राजस्थान। गोंडवाना समय।
जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेसलन में सामाजिक गतिविधियों और आदिवासी लेखन के उत्कृष्ट योगदान के लिए डॉ. हीरा मीना (आदिवासी चिंतक और विमर्शकार) को सम्माृनित किया।
जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के आदिवासी अध्ययन केन्द्र द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर राजीव गाँधी राष्ट्रीय युवा विकास संस्थान (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार) एवं भारतीय समाज विज्ञान अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली (शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार), नेपासी द्वारा दो दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन 23-24 दिसम्बर, 2022 को विश्वेविद्यालय के ब्रहस्पषति सभागार जोधपुर में किया गया।
प्रमुख रूप से ये रहे मौजूद
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेतलन में आदिवासी अध्ययन केन्द्र जोधपुर द्वारा दो सत्रों में आजादी के अमृत महोत्साव लोक प्रशासन के 75 वर्ष बदलाव और चुनौतियों से प्रभावित आदिवासी विषय पर कई शोधालेख पढे गयें।
आदिवासी सत्रों में मंचासीन अध्यक्ष प्रोफेसर नीलिमा देशमुख के साथ वरिष्ठ आदिवासी विषय विशेषज्ञ डॉ. रामधनलाल मीणा (पूर्व आईएएस), डॉ हीरा मीणा (आदिवासी चिंतक और विमर्शकार), डॉ रमेश चंद्र मीणा बूंदी, रामसिंह सेवरा (वरिष्ठ आदिवासी इतिहासकार और लेखक), डॉ. भारत मीणा, महेश चंद गोठवाल शामिल रहें।
प्रशस्ति पत्र देकर साफा के साथ शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया
आदिवासी अध्ययन केंद्र, जोधपुर की ओर से समाज में उत्कृष्ट योगदान के लिए निदेशक जनक सिंह मीणा, जेएनवीयू जोधपुर के सम कुलपति के.एल.रैगर, इग्नू दिल्लीठ के सम कुलपति मनरूप सिंह, प्रोफेसर सुजाता सिंह, चंडीगढ से पूर्व कुलपति प्रोफेसर बी एस घुम्मनन, आई एस सोढी के कर कमलों से समाज सेवा में सामाजिक गतिविधियों और आदिवासी लेखन के उत्कृष्ट योगदान के लिए डॉ. हीरा मीना (आदिवासी चिंतक और विमर्शकार) को सम्मानित किया गया।
इसके साथ ही श्रीमान राम सिंह सेवरा जयपुर, डॉ. में रामधन लाल मीणा रिटायर्ड आईएएस, डॉ. रमेश चंद्र मीणा बूंदी, डॉ. महेश चंद्र गोठवाल अलवर, धर्म सिंह वर्मा जयपुर, डॉ. हीरा मीना (आदिवासी चिंतक और विमर्शकार), चैतन्य कुमार शिक्षा और पत्रकारिता में, राकेश मीणा पत्रकारिता में, रामकेश गुर्जर पत्रकारिता में, विनोद कुमार दवे को पत्रकारिता में प्रशस्ति पत्र देकर साफा के साथ शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
350 से अधिक प्रोफेसर, शोधार्थी और छात्रों ने सहभागिता दर्ज की
जय नारायण व्याकस विश्विविद्यालय, जोधपुर के इस अंतर्राष्ट्रीरय सम्मेलन में देश विदेश के 350 से अधिक प्रोफेसर, शोधार्थी और छात्रों ने सहभागिता दर्ज की। जिसका शानदार और सफल संचालन आदिवासी अध्ययन केंद्र के निदेशक प्रोफेसर जनक सिंह मीणा और उनकी पूरी टीम डॉं कुलदीप, डॉ. बदरी जाट आदि के सौजन्य से हुआ।