केवलारी विधानसभा में विशेषकर आदिवासी व किसान मतदाता दिखा सकते है भाजपा को बाहर का रास्ता
जनता से दूरी और ठेकेदारों व भ्रष्टाचारियों से करीबी के रूप में पहचाने जाते है विधायक राकेश पाल
सिवनी। गोंडवाना समय।
भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस की सरकार गिराकर कांग्रेसी विधायकों को अपने पाले में लाकर भले ही चौथी बार सरकार बना लिया हो और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बन गये हो लेकिन शिवराज सरकार ग्राउंड रिपोर्ट को खराब करने में भाजपा के जीते हुये अधिकांश विधायक का धरातल में रिपोर्ट कार्ड बेहद खराब स्थिति में है यही विधायक वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को चुनाव में बाहर का रास्ता दिखाते हुये हार का स्वाद चखाने के लिये अपनी भूमिका निभायेंगे।
सिवनी जिले में केवलारी विधानसभा में आदिवासी मतदाताओं की संख्या बाहुल्य स्थिति में अपना स्थान रखती है इसके साथ ही आदिवासी मतदाता केवलारी विधानसभा में विधायक बनाने के लिये किंग मेकर की भूमिका निभाते है।
यही आदिवासी मतदाता केवलारी विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान विधायक राकेश पाल की कार्यप्रणाली से खासे नाराज है। भले ही विधायक राकेश पाल अपनी साख बचाने के लिये आदिवासियों का तैयार करने का प्रयास करें लेकिन धरातल की रिपोर्ट में आदिवासियों के बीच केवलारी विधायक राकेश पाल की स्थिति खराब है।
रजनीश सिंह ठाकुर की जनविरोधी कार्यप्रणाली के कारण जीते थे राकेश पाल सिंह चुनाव
कांग्रेस का एक छत्र राज स्व ठाकुर हरवंश सिंह के कार्यकाल में रहा उनका निधन होने के बाद उनके बेटे ठाकुर रजनीश सिंह को भी केवलारी विधानसभा के मतदाता ने एक अवसर प्रदान किया था लेकिन उनके और उनके पिता की कार्यप्रणाली में अंतर रहने के कारण वे दूसरी बार विधायक नहीं बन पाये। इसका फायदा भारतीय जनता पार्टी को मिला और इसी जनविरोधी लहर की बहती हुई धारा में राकेश पाल विधायक बनकर किनारे लग गये थे। इसके लिये भले ही भाजपाई और वे स्वयं यह बता रहे हो राकेश पाल सिंह ने केवलारी में कांग्रेस का गढ़ को ढहाने में मुख्य भूमिका निभाया है। जबकि राजनैतिक जानबकारों की माने तो उनका कहना है कि ठाकुर रजनीश सिंह के जनविरोधी कार्यप्रणाली के कारण ही विकल्प के रूप में राकेश पाल को विधायक बनने का मौका मिला था।
अब विधायक बनने के बाद राकेश पाल भी रजनीश सिंह ठाकुर की तरह जनविरोधी लहर को खुद के लिये मजबूत बनाने के साथ साथ भारतीय जनता पार्टी को चुनाव में हार के लिये विधानसभा से बाहर का रास्ता दिखाने के लिये महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री तैयार करायें रिपोर्ट कार्ड तो केवलारी विधानसभा की वास्तविक स्थिति सामने आयेगी
केवलारी विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी को विधायक राकेश पाल पूरा भरोसा दिलाने की कोशिश कर रहे है कि मेरी छबी जनता के बीच में सबसे अच्छी है लेकिन भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यदि वर्ष 2023 में केवलारी विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी की यथार्थ स्थिति क्या है इसका रिपोर्ट कार्ड ठेकेदारों और भ्रष्टाचारियों को छोड़कर मतदाताओं से गोपनीय रिपोर्ट कार्ड तैयार करवा ले तो वास्तविकता सामने आ जायेगी कि केवलारी विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की ओर भाजपा से विधायक बनने वाले राकेश पाल की वास्तविक स्थिति क्या है।
हवा हवाई में वर्ष 2018 की तरह भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव में विधायकों को टिकिट रेवड़ी की तरह वांटा तो ये तय माना जा सकता है कि अगली बार कांग्रेस की सरकार बन जाने के बाद जोड़ तोड़ की सरकार बनाने की स्थिति में भी भारतीय जनता पार्टी की स्थिति नहीं रहेगी।
विधानसभा चुनाव के दौरान खर्च किये गये रूपये का हिसाब में बताया था
केवलारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक राकेश पाल भले ही अपने आप को पाक साफ बताने का प्रयास करते रहे लेकिन केवलारी विधानसभा क्षेत्र में जनता से दूरी बनाने की उनकी अपनी विशेष पहचान है। इसके साथ ही ठेकेदारी प्रथा और भ्रष्टाचारियों का गढ़ केवलारी विधानसभा क्षेत्र को बनाने में विधायक राकेश पाल कोई कमी नहीं छोड़ रहे है।
केवलारी विधायक राकेश पाल ने अपने विधानसभा क्षेत्र के पुलिस थानो में कौन अधिकारी थाना प्रभारी रहेगा इसके लिये वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अपने विधानसभा चुनाव के दौरान खर्च किये गये रूपये का हिसाब में बताया था।
जिसका आॅडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ था और आज भी वह आगामी विधानसभा के चुनाव में प्रत्येक मतदाता का कितना मूल्य था इसको बताने के लिये प्रमाणिक रूप में विरोधियों के पास हिफाजत से रखा हुआ है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि केवलारी विधानसभा क्षेत्र में राकेश पाल सिंह ठेकेदारों के साथ भ्रष्टाचारियों का गढ़ में मुख्य भूमिका क्यों निभा रहे है।