उमरिया जिले मे गोंड शासन के धरोहरो के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु चलायेंगे अभियान एवं सग्रहालय की होगी स्थापना
उमरिया/शहडोल। गोंडवाना समय।
गोंड समाज महासभा शहडोल संभाग के अध्यक्ष बाला सिंह तेकाम ने कहा है कि उमरिया जिले मे विखरे पडे गोंड शासन काल के पुरातात्विक महत्व के किला, गढ़ी, बावली, तालाबो जैसे मुडकटिया किला बारहखाम्ह, टकटई गढ़, सिंहपुर गढ़ी, आकाशकोट, मंजनगढ़, कौडिया किला, चंदिया गढ़ी, बांधवगढ़, अमरपुर गढ़ी व इनसे संलग्न कुआ बावली, गढ़ी तालाबो के संरक्षण संवर्धन के लिए आंदोलन चलायेंगे और जन सहयोग से एक स्थल पर प्रतिकृतियो की संग्रहालय बनाने का प्रयास किया जायेगा। इनके अतिरिक्त जोगीमढ़ी, देवाझरी, डेउढापाट, भांगराज, बंधइनी, चंदनिया जैसी शीर्ष पर्वत चोटियो को संग्रहालय में समाहित किया जायेगा, यह कोशिश उमरिया जिला से की जा रही है।
यह अभियान गौरवशाली इतिहास को संजोने का है
उक्त संबंध में बाला प्रसाद सिंह तेकाम संभागीय अध्यक्ष शहडोल ने जानकारी देते हुये बताया कि इसमे गोंड समाज के घर-घर को जोड़ने की मुहिम चलाया जायेगा। जिले के ऐसे गोंड परिवारो को जोड़ा जा रहा है जिनके गांव परिवार मे शूरवीर मुखिया मोकद्दम रहे है, जो आज भी याद किये जाते है उनके रेखाचित्र बनवाकर रखा जायेगा। यह अभियान गौरवशाली इतिहास को संजोने का है, जिसमे सर्व समाज को लेखको, कथाकारो, चित्रकारो, मूर्तिकारो को जोड़कर संग्रहालय का निर्माण किया जायेगा। आशा है बुद्धिजीवी कर्मचारी अधिकारी विद्यार्थी किसान सभी वर्ग का सहयोग मिलेगा। यह संग्रहालय उमरिया में इसलिए महत्वपूर्ण होगा क्योंकि जिले विश्व विख्यात बाधवगढ राष्ट्रीय उद्यान स्थित है ।