झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजे जाने के विरोध में मौन विरोध रैली और ज्ञापन सौंपने जाते समय पुलिस किया गिरफतार
लखनादौन में सर्व आदिवासी समाज, मिशन मध्य भारत आदिवासी बचाओं आंदोलन द्वारा किया जा रहा था मौन विरोध रैली
विक्की कहार हत्याकांड के बाद आदिवासी युवक को आरोपी बनाये जाने पर किया गया था मौन विरोध रैली आयोजन
सिवनी। गोंडवाना समय।
लखनादौन मुख्यालय में रविवार के दिन सर्व आदिवासी समाज, मिशन मध्य भारत आदिवासी बचाओ आंदोलन लखनादौन द्वारा विक्की कहार की हत्या में आदिवासी समाज के व्यक्ति संतोष धुर्वे को पुलिस द्वारा झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजे जाने के विरोध में मोन विरोध रैली और ज्ञापन कार्यक्रम जो कि रानी दुर्गावती चोक से पेट्रोल पंप चौराहे तक किया गया था। इस दौरान लखनादौन में पुलिस द्वारा अधिवक्ता देवसिंह कुमरे, एडवोकेट झनकू लाल कुमरे, रितेश काकोड़िया, प्रेमलाल इनवाती और समस्त सामाजिक कार्यकतार्ओं को गिरफ्तार कर लखनादौन पुलिस द्वारा धारा 151 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत कार्यवाही की गई।
राष्ट्रपति, राज्यपाल व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के नाम ज्ञापन सौंपने जा रहे थे
उक्त संबंध में जानकारी देते हुये अधिवक्ता देव सिंह कुमरे ने बताया कि आंदोलनकारी सर्व आदिवासी समाज द्वारा महामाहिम राष्ट्रपति भारत, महामहिम राज्यपाल के नाम से ज्ञापन मौन रेली के माध्यम से सोपने जा रहे थे। इसके साथ ही सर्व आदिवासी समाज के द्वारा क्षेत्रिय संसद और केंद्रीय मंत्री श्री फगग्न सिंह कुलस्ते को ज्ञापन देने जाने पर पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर आंदोलन को रोकते हुए पुलिस ने बिना कोई अपराध और जुल्म के न्याय की मांग करने वाले आदिवासी समाज के सामाजिक कार्यकतार्ओं के ऊपर झूठा 151 का मुकदमा लगाकर उन्हें गिरफ्तार किया गया।