हत्या के आरोपी संतोष धुर्वे को बनाना पुलिस व बीएमओ का षडयंत्र, गोंगपा ने मामले की सीबीआई जांच की मांग
विक्की कहार हत्याकांड के बाद आदिवासी युवक को आरोपी बनाये जाने पर आदिवासी समाज में आक्रोश व्याप्त
गोंगपा ने लखनादौन मुख्यालय में खोला का विरोध का मोर्चा, न्यायोचित कार्यवाही के लिये सौंपा ज्ञापन
सिवनी। गोंडवाना समय।
सिविल अस्पताल लखनादौन में विक्की कहार की हत्या के बाद लखनादौन पुलिस द्वारा विक्की कहार की हत्या किये जाने के मामले में आदिवासी युवक संतोष धुर्वे को आरोपी बनाये जाने के बाद से ही लखनादौन पुलिस की कार्यवाही पर आम जनमानस सवाल उठा रहा है। वहीं लखनादौन पुलिस थाना में पदस्थ थाना प्रभारी मनोज गुप्ता का आदिवासी समुदाय में आक्रोश उत्पन्न कर आदिवासियों की नाराजगी मध्यप्रदेश सरकार, पुलिस प्रशासन के विरोध में मोर्चा खोलने के लिये विवश करना उनकी कार्यप्रणाली में शामिल रहा है।
लखनादौन पुलिस थाना प्रभारी मनोज गुप्ता की कार्यप्रणाली के चलते पूर्व में भी लगभग 10 वर्ष पहले आदिवासी किसान की आत्महत्या के मामले में पहली बार आदिवासी समुदाय और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा सिवनी मुख्यालय में बंद का आयोजन किया गया था जो कि सिवनी जिला मुख्यालय के लिये इतिहास है। वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के आंदोलन के कारण शांति व सुरक्षा व्यवस्था कायम करने के लिये सरकार, शासन, प्रशासन को बाहर से पुलिस फोर्स बुलवाकर सुरक्षा व शांति व्यवस्था बनाना पड़ा था जिसमें भी शासकीय धनराशि खर्च होती है।
अब एक बार फिर हत्याकांड जैसे मामले में आदिवासी युवक को आरोपी बनाये जाने के बाद लखनादौन पुलिस थाना प्रभारी मनोज गुप्ता ने आदिवासी समुदाय व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी में आक्रोश उत्पन्न कर नाराजगी बढ़ा दिया है जिसका नजारा 25 अक्टूबर 2022 को लखनादौन मुख्यालय में गोंगपा दिखा चुकी है। गोंगपा के 25 अक्टूबर को हुये आंदोलन के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित पुलिस प्रशासन के खिलाफ में आदिवासियों द्वारा खुलकर विरोध दर्ज कराया गया है। जहां एक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं आदिवासियों को रिझाने में लगे है तो वहीं लखनादौन पुलिस आदिवासियों को विरोध करने के लिये मजबूर कर रही है।
8 दिन में नहीं हुई न्यायोचित कार्यवाही तो लखनादौन को बंद कराकर करेंगे चकाजाम-रामगुलाम उईके
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने विक्की कहार हत्याकांड के मामले में आदिवासी युवक संतोष धुर्वे को लखनादौन पुलिस द्वारा आरोपी बनाये जाने के बाद 25 अक्टूबर 2022 को पूर्व सूचना अनुसार दिये गये अल्टीमेटम के बाद मंगलवार 25 अक्टूबर को लखनादौन मुख्यालय में पुलिस प्रशासन के विरोध में मोर्चा खोला ओर पुलिस द्वारा विक्की हत्याकांड के मामले में आदिवासी युवक को आरोपी बनाये जाने के मामले में पुलिस प्रशासन सवाल खड़े हुये मुख्य आरोपी को बचाने का आरोप लगाया।
इसके साथ ही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष रामगुलाम उईके ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुये कहा ईमानदारी से पुलिस विक्की हत्याकांड की जांच कर वास्तविक हत्यारों को जेल में डाले में एवं निर्दोष आदिवासी युवक संतोष धुर्वे को जेल से बाहर निकालने का काम करें।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष रामगुलाम उईके ने पुलिस प्रशासन सहित अस्पताल प्रबंधन को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि सर्राफा व्यापारी और रसूखदारों को बचाने के लिये आदिवासी युवक संतोष घुर्वे को हत्या के मामले में फंसाया गया है जिसका गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की निंदा करती है एवं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की ओर से उन्होंने चेतावनी दिया कि यदि 8 दिन के अंदर सही कार्यवाही नहीं की गई तो लखनादौन मुख्यालय में बंद का आयोजन ओर चकाजाम किया जायेगा।
सीबीआई एवं एसआईटी से जांच कराई जाने की गोंगपा ने रखी मांग
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा न्यायोचित कार्यवाही हेतु महामहिम राज्यपाल मध्यप्रदेश भोपाल, मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश शासन भोपाल, केंद्रीय गृह मंत्री भारत सरकार, गृह मंत्री महोदय मध्यप्रदेश शासन भोपाल, अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष नई दिल्ली, अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष मध्यप्रदेश भोपाल, पुलिस महानिदेशक पीएचक्यू भोपाल, मुख्य न्यायाधीश उच्च न्यायालय जबलपुर मध्यप्रदेश, केंद्रीय जांच ब्यूरो, (सीबीआई) कार्यालय नई दिल्ली एवं भोपाल, मानवाधिकार आयोग अध्यक्ष नई दिल्ली एवं भोपाल सहित सिवनी कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपा गया है।
जिसमें आदिवासी विकासखंड लखनादौन मुख्यालय में स्थित शासकीय चिकित्सालय में विक्की कहार युवक की हत्या के मामले में आदिवासी युवक संतोष धुर्वे जो कि निर्दोष है उसे हत्या करने के अपराध में षडयंत्र के तहत फंसाया जा रहा है, जिसमें लखनादौन पुलिस थाना प्रभारी मनोज गुप्ता, एसडीओपी, बीएमओ सोलंकी, सहित अन्य अस्पताल के कुछ चिकित्सक व उनके परिवारजन शामिल है, बेगुनाह संतोष धुर्वे जो कि आदिवासी समाज का युवक है उसे उसे प्रताड़ित करने वाले संबंधित पुलिस, स्वास्थ्य विभाग व रसूखदार व्यापारी व चिकित्सक पर अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया जावे एवं संतोष धुर्वे पर दर्ज किया गया प्रकरण को खारिज किया जाकर वास्तविक हत्यारों को पकड़ा जाये साथ, इसके ही विक्की कहार की हत्या के मामले में उच्च स्तरीय जांच करने हेतु सीबीआई एवं अन्य एजेंसी जैसे एसआईटी से जांच कराई जाने की मांग की गई है।
वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा सौंपे गये ज्ञापन को लखनादौन मुख्यालय में तहसीलदार को सौंपा गया। वहीं ज्ञापन के पश्चात जब स्थानीय पत्रकारों ने आंदोलन के संबंध में बयान लेने का प्रयास किया तो तहसीलदार ने बयान देने से साफ इंकार कर दिया।
थाना प्रभारी, एसडीओपी व बीएमओ ने षडयंत्र रचकर आदिवासी युवक को बना दिया आरोपी
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा लखनादौन मुख्यालय में विक्की कहार की हत्या के मामले में उनके परिजनों को न्याय दिलाने एवं बेगुनाह व निर्दोष आदिवासी युवक संतोष धुर्वे को पुलिस थाना प्रभारी, एसडीओपी लखनादौन द्वारा हत्या के मामले में आरोपी बनाकर फंसाये जाने पर 25 अक्टूबर 2022 दिन मंगलवार को न्यायोचित कार्यवाही हेतु गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के समस्त पदाधिकारियों, कार्यकतार्ओं एवं क्षेत्रिय नागरिकों की उपस्थिति में ज्ञापन प्रेषित किया गया जिसमें प्रमुख रूप से मांगों में कहा गया कि विक्की कहार युवक के शव मिलने की सूचना सबसे पहले संतोष धुर्वे द्वारा ही दी गई थी। इसके साथ ही विक्की कहार व संतोष धुर्वे एक मोहल्ले में लखनादौन मुख्यालय में निवास करते रहे है।
वहीं आपस में इनके अच्छे संबंध भी है कभी इनका आपसी विवाद नहीं होता था लेकिन लखनादौन पुलिस थाना प्रभारी व एसडीओपी एव ंबीएमओ सोलंकी द्वारा जानबूझकर षडयंत्र रचते हुये संतोष धुर्वे को आरोपी झूठी मनगढंत कहानी बनाकर आरोपी बना दिया गया है जो कि आदिवासी युवक व आदिवासी समाज के साथ आदिवासी विकासखंड में अन्याय है इस मामले में महामहिम राज्यपाल जो कि आदिवासियों के संरक्षक होने के नाते तत्काल संज्ञान लेकर सीबीआई, उच्चस्तरीय जांच हेतु न्यायोचित दिशा निर्देश जारी करें।
षडयंत्र करके जानबूझकर सीसीटीव्ही फुटेज के साथ छेड़छाड़ किया गया है
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा सौंपे गये ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि विक्की कहार की हत्या दिनांक से लेकर एवं उसके लगभग 1 माह पूर्व के लखनादौन अस्पताल जहां पर विक्की कहार की हत्या हुई है उसके सीसीटीव्ही फुटेज को जप्त किया जाए एवं अस्पताल प्रबंधन के द्वारा षडयंत्र करके जानबूझकर सीसीटीव्ही फुटेज के साथ छेड़छाड़ किया गया है, कुछ कमरों के कैमरे बंद थे और खराब बताये गये है यही षडयंत्र का सबसे बड़ा कारण है और संदेह को जन्म देता है।
यदि लखनादौन अस्पताल के कैमरे खराब थे तो उन्हें समय रहते सुरक्षा की दृष्टि से सुधरवाया क्यों नहीं गया या बदलवाया क्यों नहीं गया, सिविल अस्पताल में लगे कैमरे घटिया स्तर के क्यों खरीदे गये इसके लिये कैमरे सप्लाई करने वाले सप्लायर और विभाग के संबंधित अधिकारी जिम्मेदार है इसकी भी जांच की जावे। लखनादौन अस्पताल में घटना स्थल से संबंधित कमरो स्थल एवं हत्या के संबंध में शामिल वास्तविक लोगों को बचाने के लिये उनका आवागमन व अन्य गतिविधियों को सीसीटीव्ही फुटेज से हटाया गया है एवं उन स्थलों के कैमरों को खराब बताया गया है इसके साथ ही सीसीटीव्ही कैमरों से संबंधित रिकार्डों के साथ छेड़छाड़ किया गया इसकी तकनीकि जांच आवश्यकता है जो कि संदेहस्पद है इसलिये इस संबंध में उच्च स्तरीय जांच की सख्त आवश्कता है ताकि एक निर्दोष आदिवासी युवक को बचाया जा सके इसके साथ ही विक्की कहार की हत्या के मामले में भी उनके परिजनों को न्याय मिल सकें, इसके साथ ही कानून एवं संविधान में जनता का विश्वास कायम रह सके।
महिला चिकित्सक से सरार्फा व्यापारी के सुपुत्र का अक्सर मिलने जाना वो भी रात्रि के समय में जाना संदेहस्पद स्थिति है
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा सौंपे गये ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि लखनादौन अस्पताल में बीएमओ, पदस्थ एक चिकित्सक, उनके परिवार की सदस्य चिकित्सक एवं लखनादौन मुख्यालय के एक सरार्फा व्यापारी के सुपुत्र की कार्यप्रणाली विक्की कहार की हत्या से संबंधित है, जिसकी चर्चा लखनादौन नगर में व्याप्त है, लखनादौन अस्पताल में बिना किसी कारण के ही एक महिला चिकित्सक से सरार्फा व्यापारी के सुपुत्र का अक्सर मिलने जाना वो भी रात्रि के समय में जाना संदेहस्पद स्थिति है।
इसके साथ ही हत्याकांड के दिन भी अस्पताल में अनाधिकृत एवं मरीजों से संबंध नहीं रखने वाले लोगों का लखनादौन अस्पताल हत्याकांड स्थल में आवागमन हुआ था इसकी जांच पड़ताल की जावे। विक्की कहार की हत्या से लखनादौन अस्पताल के बीएमओ, महिला चिकित्सक व सरार्फा व्यापारी के सुपुत्र के तार जुड़े हुये है यदि इसकी उच्च स्तरीय जांच की जाती है तो हत्या का खुलासा हो सकता है और निर्दोष, बेगुनाह आदिवासी युवक संतोष धुर्वे हत्या के झूठे आरोप से बच सकता है।
लखनादौन पुलिस द्वारा हत्या के बाद आदिवासी युवक संतोष धुर्वे के बाल नोचे जाकर जप्त किया गया है
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा सौंपे गये ज्ञापन में विक्की कहार की हत्या दिनांक के बाद से ही रसूखदारों एवं वास्तविक हतयारों को बचाने के लिये लखनादौन पुलिस एवं अस्पताल के प्रबंधन के द्वारा षडयंत्र आदिवासी युवक संतोष धुर्वे के साथ किया जा रहा था, उसे मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया है, आदिवासी युवक को लखनादौन पुलिस द्वारा बेरहमी से मारा पीटा गया है, उसे थर्ड डिग्री का इस्तेमाल करके जबरदस्ती कोरे कागजों में हस्ताक्षर करवाये गये है, लखनादौन पुलिस द्वारा आदिवासी युवक संतोष धुर्वे जो कि बेगुनाह है उसे इतना ज्यादा मारा पीटा गया था कि संतोष धुर्वे के शरीर में हरे, नीले, काले निशान उभर आये थे इसके साथ ही करेंट लगाने जैसे भी अमानवीय कृत्य किया गया है।
लखनादौन पुलिस द्वारा आदिवासी युवक संतोष धुर्वे के बाल नोचे जाकर जप्त किया गया है इसके पीछे लखनादौन पुलिस और रसूखदार वास्तविक हत्यारों का षडयंत्र है कि विक्की कहार के शव के पास एवं उसके शरीर से संतोष धुर्वे के बाल मिले थे, यह झूठी कहानी बनाकर लखनादौन पुलिस डीएनए टेस्ट व अन्य षडयंत्र करके निर्दोष आदिवासी संतोष धुर्वे जो कि बेगुनाह है उसे हत्यारा साबित करने का षडयंत्र किया गया है। लखनादोन पुलिस द्वारा विक्की कहार की हत्या होने के बाद पुलिस थाना लखनादौन एवं अन्य स्थलों में संतोष धुर्वे के बाल को नोंचा जाकर झूठा सबूत बनाकर फंसाने का षडयंत्र किया गया है जिसकी उच्चस्तरीय जांच की आवश्यकता है जिससे वास्तविक हत्यारों तक पहुंचा जा सकता है।
मोबाईल व बैंक लेनदेन के 4 माह पूर्व के निकाले रिकार्ड
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा ज्ञापन में यह भी मांग की गई है कि विक्की कहार के मोबाईल नंबर की हत्या दिनांक से लेकर विगत 4 माह की कॉल डिटेल्स निकाली जावे, जिसमें संदिग्ध मोबाईल नंबरों से संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ की जावे, जिनसे विक्की कहार की बार बार बाते होती थी, इसके साथ ही विक्की कहार के हत्या दिनांक तक की आर्थिक लेनदेन से संबंधित बैंक खाता नंबर में बीते 4 माह में हुये आिर्थक लेनदेन आदि की सूक्ष्मता से जांच की जावे।
संतोष धुर्वे को ही रसूखदार मानकर झूठा फंसा दिया गया है
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि विक्की कहार की हत्या के बाद उनके परिजनों व लखनादौन नगर की जनता के द्वारा हत्यारों को पकड़ने के लिये आंदोलन किया गया था इस संबंध में इस दौरान कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाकर रसूखदारों पर 24 घंटे के अंदर कार्यवाही करने के लिये कहा गया था लेकिन लखनादौन पुलिस ने निर्दोष बेगुनाह आदिवासी संतोष धुर्वे को ही हत्या का आरोपी बना दिया गया है जबकि संतोष धुर्वे के परिजन कोई भी रसूखदार नहीं है वरन वास्तविक हत्या करने एवं षडयंत्र करने वाले रसूखदार है जिन्हें छोड़ दिया गया है और संतोष धुर्वे को ही रसूखदार मानकर झूठा फंसा दिया गया है।
संतोष धुर्वे पर दर्ज प्रकरण को खारिज किया जाकर उसे रिहा किया जावे
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा ज्ञापन सौंपते समय यह मांग की जाकर चेतावनी दी गई है कि विक्की कहार हत्याकांड के मामले में उच्च स्तरीय जांच करके लखनादौन नगर मुख्यालय में ही यदि जनता व पुलिस के बीच जनसंवाद रखा जाता है तो स्पष्ट हो जायेगा कि लखनादौन नगर की जनता क्या चाहती है, हत्या का सच क्या है, ऐसे अनेक कारण है जिसकी सूक्ष्मता से जांच हेतु कार्यवाही की आवश्यकता है।
वहीं यदि 8 दिनों के अंदर विक्की कहार की हत्या की सीबीआई जांच एवं अन्य उच्च स्तरीय एजेंसी से जांच कराया जावे, संतोष धुर्वे पर दर्ज प्रकरण को खारिज किया जाकर उसे रिहा किया जावे। यदि संतोष धुर्वे आदिवासी युवक पर हत्या का दर्ज प्रकरण वापस नहीं लिया गया, खारिज नहीं किया जाता है और विक्की कहार के परिजनों को न्याय नहीं मिलता है तो 8 दिनों के बाद गोंडवाना गणतंत्र पार्टी न्याय हेतु लखनादौन मुख्यालय में बंद कराने और चकाजाम का आयोजन करेगी इसके साथ ही उग्र प्रदर्शन करेंगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।