मॉ-बहन के बारे में गलत बात बोली तो गला दबाकर फुलकुंवर की कर दिया हत्या
हत्या के मामले लटोरी पुलिस चौकी ने किया आरोपी को गिरफ्तार
लटोरी पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम राजकिशोरनगर निवासी नेतलाल की पुत्री फुलकुंवर 16 अक्टूबर को घर से निकली और शाम तक वापस घर नहीं आने पर रिश्तेदारों व आसपास में पता व तलाश किया गया, दिनांक 21 अक्टूबर 2022 को गांव के पठारी करचा में एक शव देखा गया, शव के कपड़े से पहचान हुई कि उसकी लड़की फुलकंवर है।
सूचना पर चौकी लटोरी पुलिस ने मर्ग कायम कर मौके पर पहुंची और बारीकी से तफ्तीश करने के बाद शव को पीएम के लिए भेजा। डॉक्टर के द्वारा मृतिका के शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण हत्यात्मक लेख किए जाने पर अपराध क्रमांक 294/22 धारा 302, 201 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
पूछताछ करने पर हत्या की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया
पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्रीमान रामकृष्ण साहू ने हत्या के मामले की गंभीरतापूर्वक विवेचना कर आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश चौकी प्रभारी धनंजय पाठक को दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु के मार्गदर्शन में चौकी लटोरी पुलिस के द्वारा मामले की बारीकी से विवेचना की गई। मुखबीर की सूचना पर मामले में संदेही नामिक कुमार को हिरासत में लिया और उससे कड़ी पूछताछ करने पर हत्या की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया।
हत्या कर दिया और शव को ले जाकर झांड़ी में छिपा दिया
पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि 15 अक्टूबर को अपना मोबाईल मृतिका को दिया था, दिनांक 17 अक्टूबर 2022 को भटगांव से काम कर वापस गांव आया और एक व्यक्ति के मोबाईल से अपने मोबाईल नंबर जिसे फुलकुंवर को दिया था, उसमें फोन कर पूछा कि कहां हो तब मृतिका ने पठारी करचा में होना बताया, तब यह उससे मिलने गया। जहां फुलकुंवर के द्वारा गुस्सा होकर रात तक कहां काम करते हो कहते हुए मॉ-बहन के बारे में गलत बात बोली, जिस कारण यह गुस्सा होकर गला दबाकर फुलकुंवर की हत्या कर दिया और शव को ले जाकर झांड़ी में छिपा दिया।
हत्या का खुलासा करने में इनका रहा महत्वपूर्ण योगदान
हत्या के मामले में आरोपी नामिक कुमार उर्फ सोनू यादव पिता मोहन यादव उम्र 20 वर्ष सा. राजकिशोरनगर, चौकी लटोरी को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी लटोरी धनंजय पाठक, एएसआई मनोज पोर्ते, प्रधान आरक्षक विशाल मिश्रा, पिंगल मिंज, आरक्षक नंदकिशोर राजवाड़े, अशोक कनौजिया, शोभनाथ कुशवाहा, बुधनाथ सिंह, सिंह राजवाड़े, अम्बिका मरावी व अमलेश्वर सिंह सक्रिय रहकर हत्या का खुलासा करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।