पर्यावरण एवं प्रकृति की रक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पूजा की परंपरा शुरू की थी
मुख्यमंत्री आतिथ्य में सम्पन्न हुआ पर्यावरण संरक्षण एवं प्राकृतिक खेती कार्यक्रम
कार्यक्रम के लाइव प्रसारण को एनआईसी, कृषि विज्ञान केंद्र सहित अन्य स्थानों में देखा गया
सिवनी। गोंडवाना समय।
गोवर्धन पूजा के अवसर पर कुशाभाउ ठाकरे सभागार भोपाल से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में आयोजित पर्यावरण संरक्षण एवं प्राकृतिक खेती विषय पर आयोजित कार्यक्रम का सीधा प्रसारण जिला मुख्यालय स्थित एनआईसी केंद्र एवं कृषि विज्ञान केंद्र सिवनी में देखा एवं सुना गया। कृषि विज्ञान केंद्र में कलेक्टर डॉ राहुल हरिदास फटिंग, उप संचालक कृषि श्री मौरिस नाथ, महाप्रबंधक, जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र सहित अन्य अधिकारी एवं पर्यावरण प्रेमी उपस्थित रहे।
किसान परंपरागत रूप से पालतू जीवों की व्यवस्था करता आया है
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने पर्यावरण एवं प्रकृति की रक्षा के लिए गोवर्धन पूजा की परंपरा शुरू की थी, जो आज भी परंपरागत रूप से मनाया जाता है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्रीन सिटी इंडेक्स का भी शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि किसान परंपरागत रूप से पालतू जीवों की व्यवस्था करता आया है। हमारे देश का नारा है वसुधैव कुटुबं, सभी का कल्याण हो, सभी निरोगी हों, सभी सुखी हों, हमारी परंपरा में वन एवं पालतू जीवों तथा वनस्पति पूजा की परंपरा रही है, भारत के दर्शन से ही प्रकृति का संरक्षण कर सकती है। हमें धरती को सुरक्षित बनाये रखने के लिए सोचना होगा। सरकार और समाज मिलकर इसके लिए कार्य करें। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मिशन लाइफ की थ्योरी दी है। इसके लक्ष्यों को पूरा करने के लिए जीवन शैली में परिवर्तन लाना होगा, हमें पेड़ लगाना होगा। पानी की बरबादी रोकनी होगी
सांस्कृतिक परंपराओं का पालन तथा पर्यावरण संरक्षण के उपाय करने होंगे
उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण करना चाहिए। सांस्कृतिक परंपराओं का पालन तथा पर्यावरण संरक्षण के उपाय करने होंगे। विकास तथा रोटी के बीच समन्वय बनाना होगा। ग्रीन एनर्जी का उपयोग, गोबर का संरक्षण तथा सही उपयोग करके ग्रीन बेल्ट तैयार कर सकेंगे। स्वच्छता में मध्यप्रदेश नंबर एक का राज्य है। ग्रीन इंडेक्स में भी प्रदेश नंबर एक में लाना है। उन्होंने आम जनों से सरकार के साथ मिलकर गौवंश का संरक्षण करने की बात कही। उन्होंने कहा कि गौ मूत्र एवं गोबर का बेहतर उपयोग करने के लिए दवा बनाने तथा सी एन जी बनाने का कार्य किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक खेती करके जमीन को बंजर होने से बचाये, किसान जमीन के छोटे टुकडों में प्राकृतिक खेती अपनायें।