गोंडवाना पुनरूथान दिवस का द्वितीय वर्ष 28 अक्टूबर 2022 को मनाया जायेगा
कार्यक्रम स्थल ग्राम तिवरता, वि.खं. पाली, जिला-कोरबा छत्तीसगढ़ होगा
छत्तीसगढ़। गोंडवाना समय।
गोंडवाना भू-भाग के समस्त मातृ-शक्ति, पितृ-शक्ति, लया-लयो, गोंडवाना समग्र विकास क्रांति आंदोलन के पथप्रदर्शक, शुभचिंतक, आप सभी को विदित है कि हमारे गोंडवाना के महामानव प्रणेता गोंडवाना रत्न दादा हीरा सिंह मरकाम जी के नेतृत्व में एवं मूलनिवासी समाज प्रमुखों के सहयोग से 26 नवंबर 2006 को दिल्ली में विशाल जनआंदांलन से पूरे देश के मूलनिवासियों हेतु वनाधिकार मान्यता अधिनियम पास कराया गया था।
इसके साथ ही मार्च 2012 को छ.ग. राज्य में आरक्षण विसंगति की संवैधानिक संघर्ष हेतु चार दिनों तक पूर्ववर्तीय सरकार द्वारा केन्द्रीय जेल रायपुर में बंदी बनाकर रखा गया और छत्तीसगढ़ राज्य के जनजाति वर्ग को 32 प्रतिशत आरक्षण का संवैधानिक अधिकार दिलाया गया। इसके साथ ही पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी के द्वारा देश के मूलनिवासियों के लिए गोंडवाना समग्र विकास क्रांति आंदोलन का महाअभियान पूरे देश में चलाया गया।
जिन्हें समाज द्वारा गोंडवाना रत्न व 89 शंभू की उपाधि दिया गया। ऐसे महान गोंडवाना के शुभचिंतक, पंथप्रदर्शक, समस्त गोंडवाना गोंड महासभा, कोया पूनेम महासभा, गोंडवाना साहित्यकार, गोंडवाना इतिहासकार, गोंडवाना सम्पादकों एवं मूलनिवासी समाज प्रमुखों व जनप्रतिनीधियों की उपस्थिति में संपन्न होना है। जिसमें आप सभी की उपस्थिति प्रार्थनीय है। गोंगो कार्यक्रम प्रात: 7.50 से तिरूमाल इंद्रपाल सिंह मरकाम गोंडवाना राष्ट्रीय पुनेमाचार्य एवं गोंडी धर्म सेवा संरक्षण समिति, धैराभांठा डूमरकछार चौक द्वारा संपन्न किया जायेगा।