राजा शंकर शाह युनिवर्सिटी छिंदवाड़ा के प्रांगण में गोंड राजा शंकर शाह की प्रतिमा स्थापित करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय क्रांति मोर्चा ने सौंपा ज्ञापन
छिंदवाड़ा। गोंडवाना समय।
राजा शंकर शाह यूनिवर्सिटी छिंदवाड़ा के प्रांगण में गोंड राजा शंकर शाह की प्रतिमा स्थापित करने के लिए राष्ट्रीय क्रांति मोर्चा ने मंगलवार 13 सितम्बर 2022 को छिंदवाड़ा कलेक्टर के द्वारा मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, माननीय राज्यपाल, कुलसचिव राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा को सौंपा ज्ञापन।
महान स्वतंत्रता संग्रामी राजा शंकर शाह जी के इतिहास से रूबरू हो सके
ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रीय क्रांति मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय के नाम के संबंध में मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट ने 8 दिसंबर 2021 को छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम राजा शंकर शाह जी के नाम से रखे जाने की घोषणा की थी जो कि वर्तमान में विश्व विद्यालय का नाम राजा शंकर शाह रखा गया है। मुख्यमंत्री से राष्ट्रीय क्रांति मोर्चा ने पुन: आग्रह किया है कि राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा के प्रांगण में राजा शंकर शाह की प्रतिमा स्थापित किया जाए जिससे राजा शंकर शाह जी के और बलिदान दिवस के दिन विश्वविद्यालय के समस्त विद्यार्थी एवं विश्व विद्यालय स्टाफ और कॉलेज, महान स्वतंत्रता संग्रामी राजा शंकर शाह जी के इतिहास से रूबरू हो सके और जन्म दिवस एवं बलिदान के दिन पर आए शंकर शाह जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर इस दिन को अमर बना सके।
क्रांतिकारी भारत माता के सपूतों का अमर इतिहास को याद करने और प्रेरणा लेने की सीख हमें मिलती है
ध्यानाकर्षण करते हुए यह भी कहा कि आगामी 18 सितंबर को पूरे भारत देश में गोंडवाना के महान राजा शंकर शाह और राजकुंवर रघुनाथ शाह का बलिदान दिवस पूरे भारत में मनाया जाता है। ज्ञात है कि अंग्रेजों ने 18 सितंबर 1857 को दोनों स्वतंत्रता संग्रामी को तोप के मुंह में बांधकर उड़ा दिया था क्योंकि दोनों ने अंग्रेजों की स्वाधीनता को स्वीकार नहीं किया था, मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण निछावर किए थे, ऐसे महान क्रांतिकारी भारत माता के सपूतों का अमर इतिहास को याद करने और प्रेरणा लेने की सीख हमें मिलती है और राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा के प्रांगण में राजा शंकर शाह की प्रतिमा 18 सितंबर के दिन स्थापित कराने हेतु ध्यानाकर्षण किया गया। इस मौके पर तुलसी धुर्वे, रामभरोस, देवरावेन भलावी एवं अन्य उपस्थित रहे।