सुश्री लता खापर्डे ने 6 साल की उम्र से ही पूरा जीवन लोक कला को समर्पित कर दिया
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध लोक गायिका सुश्री लता खापर्डे के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया
अंतिम यात्रा लखोली स्थित मुक्ति धाम के लिए निकाली गई
बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, राजनीतिक, सामाजिक नागरिक गण हुए शरीक
दुर्गाप्रसाद ठाकुर, राज्य ब्यूरो प्रमुख।
राजनांदगांव/छत्तीसगढ़। गोंडवाना समय।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध लोक गायिका सुश्री लता खापर्डे के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि लता जी ने छत्तीसगढ़ी बोली और लोक संगीत के उत्थान के लिए जो किया है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध गायिका लता खापर्डे का बुधवार देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। गुरुवार को उनके निवास से अंतिम यात्रा लखोली स्थित मुक्ति धाम के लिए निकली गई जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। अंतिम यात्रा में साथी कलाकारों ने गीत गाकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित किए।
लता खापर्डे ने आमीर खान की फिल्म पिपली लाइव में काम किया
लता खापर्डे ने अपना पूरा जीवन लोक कला को समर्पित कर दिया। 6 साल की उम्र से ही उन्होंने सुप्रसिद्ध कलाकार रामचंद्र देशमुख के सान्निध्य में काम किया और छत्तीसगढ़ी लोक कला में के क्षेत्र में मुकाम हासिल किया। हबीब तनवीर के नया थियेटर से जुड़ कर देश और विदेश नाम कमाया।
नया थियेटर के कलाकारों की लगभग पूरी टीम, चैतराम यादव, उदयराम श्रीवास, रविलाल सांगड़े, रामशरण वैष्णव, मनहरण गंधर्व के साथ लता खापर्डे ने आमीर खान की फिल्म पिपली लाइव में काम किया। लता खापर्डे ने करीब 400 गाने गाए विवाह गीतों पर रिसर्च करने के लिए भारत सरकार ने उन्हें फेलोशिप दिया था। लता खापर्डे ने दो दिन पहले ही अपने दो गाने रिकॉर्ड किए थे।