1000 विद्यार्थियों को पर्यावरण मित्र बनने के लिए संकल्प दिला दिया गया है
सिवनी। गोंडवाना समय।
प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी नगर बखारी में चल रहा है पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में प्रेरणादायक अभियान शिक्षा से सफलता का दर्शन विकास परिषद पर्यावरण संरक्षण स्वच्छता संगठन की ओर से पितृ मित्र पर्यावरण मित्र अभियान चलाया जा रहा है जिसमें विकास परिषद के संचालक मनोज रजक द्वारा नगर और आसपास क्षेत्र के विद्यालय में पर्यावरण मित्र बनने के लिए निशुल्क पर्यावरण संरक्षण के लिए सेमिनार आयोजित करके जागरूक कराया जा रहा है।
फेंसिंग करने एवं पालन पोषण का संकल्प दिलाया जा रहा है
पर्यावरण मित्र बनने के लिए विद्यार्थियों को सिखाया जा रहा है कि बारिश के समय अपने आसपास उत्पन्न हुए छोटे-छोटे नन्हे-मुन्ने पौधे आम, जामुन, अमरूद, पीपल, नीम, बरगद या अन्य कोई भी पौधा घर या नालियों के किनारे दिखाई दें उनको आराम से निकालकर अपने घर में रखे कुछ टूटे-फूटे बाल्टी टब या केन को गमले का रूप देकर उसमें मिट्टी डालकर उन पौधों को संरक्षित करें और कम से कम अपने घर में 2 से 3 साल तक पालन-पोषण करके बड़े हो जाने पर उन्हें उन्हें किसी एक सुरक्षित स्थान पर रोपित करके उनकी आस पास की फेंसिंग करने एवं पालन पोषण का संकल्प दिलाया जा रहा है, लगभग अभी 1000 विद्यार्थियों को पर्यावरण मित्र बनने के लिए संकल्प दिला दिया गया है।
10 वर्ष से निशुल्क अभियान के रूप में चलाया जाता है
विचारधारा के माध्यम से लगभग 5000 विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष रूप से पर्यावरण मित्र बनाने का संकल्प लिया गया है और सोशल मीडिया के माध्यम से सभी देशवासियों से आग्रह किया गया है कि आप भी पर्यावरण मित्र बने और नन्हे-मुन्ने पौधों का संरक्षण करके 1 से 2 साल तक अपने घर में पालन पोषण कर के उसे नदी नाले या अन्य किसी धार्मिक स्थान पर रोपित कर के पालन पोषण का संकल्प लें विकास परिषद की ओर से लगभग यह कार्यक्रम 10 वर्ष से निशुल्क अभियान के रूप में चलाया जाता है किसान विद्यार्थी और आम जनों को सेमिनार आयोजित करके पर्यावरण संरक्षण की शिक्षा दी जाती है जिसमें विद्यार्थी को कम से कम एक पौधारोपण कर के पालन पोषण करने का संकल्प और किसानों को अपने खेतों पर बगीचा बनवाने का मुख्य संकल्प अभियान है।