क्या घंसौर जनपद पंचायत सीईओ मनीष बागरी की भूमिका में हुये भ्रष्टाचार में जिला पंचायत भी बनेगी हिस्सेदार ?
जिला पंचायत बडेÞ पैमाने पर नियम विरूद्ध राशि आहरित करने के मामले में कार्यवाही के लिये भेजेगी प्रस्ताव या करेगी बचाव
कांग्रेस भ्रष्टाचार के विरोध में जनपद सीईओ हटाओं को लेकर सौंपेगी ज्ञापन
भाजपा क्या सीईओ साथ देगी या शिवराज सरकार की साख बचाने कार्यवाही के लिये आयेगी सामने चल रही जनचर्चा
सिवनी/घंसौर। गोंडवाना समय।
आदिवासी मध्यप्रदेश में आदिवासी जिला सिवनी के अनुसूचित क्षेत्र घँसौर में जनपद पंचायत घंसौर के अंतर्गत 2 करोड़ 19 लाख 86 हजार 823 रूपये ग्राम पंचायतों द्वारा नियम विरूद्ध तरीके से आहरित करने के बाद जिला पंचायत सीईओ सिवनी के द्वारा संज्ञान लेकर जांच करवाकर कारण बताओं सूचना पत्र जनपद पंचायत सीईओ मनीष बागरी सहित अन्य जिम्मेदारों को लिखा गया है, उसके बाद जनपद पंचायत घंसौर में हड़कंप मचा हुआ है।
वहीं इसके बाद जनपद पंचायत घँसौर के सीईओ और अन्य जिम्मेदार बेखौफ होकर यह कहते हुये चर्चा कर रहे है कि कुछ नहीं होगा ऐसा तो चलते रहता है ऐसे कई कारण बताओं सूचना पत्र आते-जाते रहते है और इनके जवाब देते रहते है। मध्यप्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा मीटिंगों, काफ्रेंस, मंचों से भाषण में जो कुछ कहा जाता है उसके विपरीत सिवनी जिले के आदिवासी विकासखंड घंसौर में खुल्लम खुला भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने साफ कहा था कि सरकार की धनराशि में आर्थिक अनियमितता या गड़बड़ी करने वाले भी माफिया की ही तरह है लेकिन घँसौर जनपद पंचायत सीईओ मनीष बागरी की भूमिका के चलते ग्राम पंचायतों नियम विरूद्ध कार्य भी करवा लिया और राशि का आहरण भी कर लिया है। घँसौर जनपद पंचायत मनीष बागरी को जिस तरह से जिला पंचायत सीईओ द्वारा कारण बताओं सूचना पत्र में स्पष्ट लिखा गया है कि जनपद पंचायत सीईओ की बिना भूमिका की इतनी बड़ी राशि का आहरण किया जाना संभव नहीं है जो यह स्पष्ट करता है कि जनपद पंचायत घंसौर के सीईओ मनीष बागरी माफिया से कम नहीं है।
कांग्रेस खोलेगी मोर्चा, सीईओ हटाओं को लेकर सौंपेगी ज्ञापन
जनपद पंचायत घंसौर वर्तमान स्थिति में सिवनी जिले की सबसे ज्यादा भ्रष्ट जनपद पंचायत के नाम से विख्यात हो चुकी है। जब से जनपद पंचायत सीईओ मनीष बागरी ने पदभार संभाला है तब से भ्रष्टाचार की जड़ मजबूत होती जा रही है। कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में संज्ञान लेते हुये जनपद पंचायत सीईओ मनीष बागरी को हटाने को मोर्चा खोल दिया है।
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी 2 मई 2022 दिन सोमवार को ब्लॉक कांग्रेस कमेटी घंसौर के अध्यक्ष राजेंद्र पटेल के नेतृत्व में समस्त कांग्रेसी की उपस्थिति में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी, महिला कांग्रेस कमेटी, किसान कांग्रेस कमेटी, यूथ कांग्रेस कमेटी, कांग्रेस सेवादल, एनएसयूआई कमेटी, मंडलम सेक्टर प्रभारी एवं समस्त वरिष्ठ कांग्रेसियों की उपस्थिति में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कार्यालय से एक रैली निकाली जाएगी यह रैली घंसौर नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए एसडीएम के समक्ष महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा।
भ्रष्टाचार के मामले में भाजपा की स्थिति सहयोगी के रूप में आ रही नजर
हम आपको बता दे कि जनपद पंचायत घंसौर के अंतर्गत 19 ग्राम पंचायतों में नियम विरूद्ध तकनीकि स्वीकृति व प्रशासकीय स्वीकृति देकर बजट जारी कर राशि प्रदत्त करने वाले जनपद पंचायत के सीईओ, एसडीओ, एपीओ, तकनीकि अमला, कुछ विभागीय कर्मचारी की सांठगांठ से लगभग 19 ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों के द्वारा नियम विरूद्ध राशि आहरित करने के मामले में जहां जिला पंचायत सीईओ ने संज्ञान लेकर कारण बताओं सूचना पत्र लिखा है।
कांग्रेस पार्टी ने भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाते हुये सीईओ हटाओं को लेकर मोर्चा खोलते हुये महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने का एलान कर दिया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी जिनकी प्रदेश में सरकार है जिनके प्रधानमंत्री जी कहते है न खाऊंगा न खाने दुंगा वहीं दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री सुशासन व ईमानदारी की बात करते है उन्हीं के राजपाठ में नियम विरूद्ध तरीके से राशि आहरित करने का मामला उजागर हुआ है।
इस मामले में घँसौर ब्लॉक में भाजपा मण्डल ने मौन धारण कर लिया है वे कुछ भी इस मामले में बोलने को तैयार नहीं है। छोटी छोटी बात पर विज्ञप्ति जारी करने वाले भाजपा के विज्ञप्तिवीर घंसौर जनपद पंचायत के मामले में एक शब्द समाचार के लिये नहीं लिख पा रहे है और न ही बोल पा रहे है। जो यह स्पष्ट दर्शा रहा है कि घंसौर के भाजपा के नेता पदाधिकारी जनपद पंचायत घँसौर के सीईओ और जिम्मेदारों के द्वारा किये गये नियम विरूद्ध कार्यों का साथ दे रहे है।