निरंतर 14 दिनों से जारी है किसानों का आमरण अनशन, नहरों के निर्माण से ही, सिवनी का विकास होगा
सिवनी। गोंडवाना समय।
समस्त मजदूर किसान व्यापारी भाइयों जैसा की आप सभी लोगों को ज्ञात है सिवनी विधानसभा अंतर्गत आने वाले कलारबाकी क्षेत्र बलारपुर क्षेत्र बीसावाड़ी क्षेत्र एवं परासिया क्षेत्र कंडीपार क्षेत्र में नहरों का निर्माण होना है लेकिन शासन प्रशासन एवं कर्मचारियों की लचर नीति के कारण हमारे क्षेत्र में नहरों के निर्माण में विलम हो रही हैं। विगत 14 दिनो से जल संसाधन विभाग मुख्य अभियंता कार्यालय के सामने वैनगंगा कॉलोनी सिवनी में क्षेत्रीय किसान आमरण अनशन पर बैठे हैं लेकिन जिले के कोई भी जिम्मेदार जनप्रतिनिधिओं को इन किसानों से मिलने कि इनकी समस्याओं को जानने कि फुर्सत नहीं है।
विधायकों को किसानों की समस्याओं से अवगत कराया गया
विगत दिवस जिले के प्रवास पर आए मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री वर्तमान विधायक ओमकार सिंह मरकाम, विधायक डिंडोरी नारायण पट्टा, डॉ अशोक मर्सकोले विधायक, विधायक अर्जुन सिंह काकोड़िया एवं केवलारी के पूर्व विधायक ठाकुर रजनीश सिंह धरना स्थल पर किसानों से मिलने पहुंचे और इन किसानों की समस्याओं को सुना। पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं वर्तमान डिंडोरी विधायक ओमकार मरकाम ने पेंच नहर कि समस्याओं को विधानसभा में एवं जल संसाधन मंत्री से दूरभाष में चर्चा कर किसानों की समस्याओं से अवगत कराया गया।
2017-18 में हमारे क्षेत्र में नहर का पानी मिल जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ क्यों ?
आंदोलनरत किसानों का दुर्भाग्य देखिए पड़ोसी जिले के विधायक इन किसानों से मिलने पहुंच गए लेकिन हमारे जिले में 4 विधायक हैं और सौभाग्य से दो सांसद हैं लेकिन इन सांसद विधायकों को इन किसानों से मिलने की उनकी समस्याओं को जानने की अभी तक फुर्सत नहीं है। आंदोलनरत किसानों ने उपस्थित विधायकों को अपनी समस्याओं के बारे में बताया कि पेंच नहर शाखा डी 4 का काम पुराने सर्वे के अनुसार क्यों नहीं हो रहा है ? आप सभी जानते हैं 2017-18 में हमारे क्षेत्र में नहर का पानी मिल जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ क्यों ? 2013 के पूर्व सर्वे के अनुसार सिवनी जिला की 45000 हेक्टेयर भूमि सिंचित होनी थी लेकिन वर्तमान लक्ष्य के अनुसार लगभग 20 हजार हे. भूमि सिंचित होना है, उसमें से भी अभी तक 15 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित करने का कार्य पूरा हो पाया है। हमारे सिवनी के हिस्से का लगभग 25 हजार हैक्टेयर भूमि की सिंचाई का पानी महाराष्ट्र पहुंचाया जा रहा है, ऐसा क्यों ? यदि 25 हजार हैक्टेयर सिंचाई का पानी सिवनी को मिलता तो सिवनी का पूरा सिंचाई से वंचित क्षेत्र को पानी मिल पाता।