आदिवासी विद्यार्थियों पर दहशत बनाने बिछुआ महाविद्यालय में चल रही दंबगो की गुंडागर्दी
आदिवासी छात्र की जातिगत अपमानित कर की गई पिटाई, शिकायत की पर नहीं हुई कार्यवाही
बिछुआ/छिंदवाड़ा। गोंडवाना समय।
आदिवासी बाहुल्य जिला छिंदवाड़ा का आदिवासी विकासखंड बिछुआ के महाविद्यालय में दूर दराज से सीधे साधे आदिवासी छात्र-छात्राएं शैक्षणिक अध्ययन के लिये आते है। वहीं बिछुआ मुख्यालय के दंबग नेता जो राजनैतिक दलों से संबंध रखते है उनके द्वारा आदिवासी छात्र-छात्राओं को धमकाने चमकाने की कार्य गुण्डागर्दी दिखाते हुये बेखौफ होकर किया जाता है।
राजनेताओं का संरक्षण होने के कारण नहीं होती कोई कार्यवाही
महाविद्यालयों में रैगिंग जैसे कृत्य पर वैधानिक पाबंदी लगी हुई है इसके बाद भी बिछुआ महाविद्यालय में दबंग छात्रों के द्वारा जो कि राजनेताओं से संबंध रखते है उनके द्वारा रैगिंग लेकर छात्र-छात्राओं को परेशान किया जाता है। इनकी शिकवा शिकायत होने पर एवं महाविद्यालय प्रबंधन को जानकारी होने पर भी कोई कार्यवाही भी नही होती क्योंकि इनको राजनेताओ का संरक्षण प्राप्त होता है। इसलिए आये दिन इनकी गुंडागर्दी बढ़ती ही जा रही है। जिससे आदिवासी छात्र-छात्राएं कॉलेज आने से डरते है और उनकी पढ़ाई भी प्रभावित होती है अगर ऐसा ही चलता रहा तो आदिवासी विद्यार्थियों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा।
प्राचार्य व पुलिस थाना में की शिकायत
ऐसा ही एक मामला हाल ही में प्रकाश में आया ग्राम मुर्रा निवासी अर्जुन मरकाम जो कि बिछुआ महाविद्यालय में एमए प्रथम वर्ष का छात्र है, उसे बिना कारण कुछ दंबग लड़को द्वारा आदिवासी युवक को बंद कमरे में ले जाकर बेरहमी से पीटा गया और जब उसने महाविद्यालय प्राचार्य से और थाने में शिकायत की तो राजनीति दबाव के कारण कोई सुनवाई नही हुई है। वहीं अब देखना है मामला प्रकाश में आने के बाद शासन प्रशासन कोई ठोस कदम उठाता है या ऐसे ही आगे आदिवासियों पर आत्याचार होते रहेंगे।