थारू आदिवासी महिला आरती राणा को राष्ट्रपती कोविंद हाथो से मिला नारी शक्ति पुरस्कार
नई दिल्ली। गोंडवाना समय।
8 मार्च 2022 के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर खीरी की एक आदिवासी महिला, आरती राणा, को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के हाथो नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया, तो वह खीरी की सभी महिलाओं के लिए एक आदर्श बन गईं। आरती राणा को महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने के लिए एक प्रेरणा के रूप में पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
आरती राणा कालीन, टोकरी, बैग, सजावट की चीजें समेत हस्तशिल्प वस्तुएं बनाने में माहिर है
सैकड़ों आदिवासी महिलाओं को रोजगार देने का कार्य करती हैं आरणी राणा
एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना के परियोजना अधिकारी उमेश कुमार सिंह के मुताबिक, लगभग 15 साल पहले, आरती राणा का काम आईटीडीपी के तहत कवर किया गया था। उन्हें उचित ट्रेनिंग और टूल-किट दिया गया और उनके हस्तशिल्प कौशल को रिफाइन किया गया। बाद में, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत, उन्हें एक दर्जन से ज्यादा दूसरी महिला सदस्यों को शामिल करते हुए एक सेल्फ हेल्प ग्रुप, गौतम स्वरोजगार, का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया गया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर 29 महिलाओं को नारी शक्ति सम्मान से नवाजा गया है। उनकी कला और कौशल के लिए उन्हें कई दूसरे पुरस्कारों से भी नवाजा गया है। इनमें थारू महोत्सव में रानी लक्ष्मीबाई बहादुरी पुरस्कार, ग्राम स्वराज पुरस्कार आदि शामिल हैं। आतरी राणा अब अपने सेल्फ हेल्प ग्रुप के जरिए अपने समुदाय की सैकड़ों आदिवासी महिलाओं को रोजगार देने का कार्य करती हैं। उनके उत्पादों को एक जिला एक उत्पाद कार्यक्रम के लिए भी चुना गया है। नेपाल सीमा से सटे चंदन चौकी के सुदूर आदिवासी इलाके की रहने वाली आरती राणा नारी शक्ति पुरस्कार के लिए चुनी गई 29 महिलाओं में से एक हैं।