सहकारी समिति कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन का हुआ शंखनाद
शासकीय कर्मचारी के भांति नियमित वेतन न मिलने से नाराज है सहकारी समिति कर्मचारी
सिवनी। गोंडवाना समय।
म.प्र.सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ भोपाल के निदेर्शानुसार दिनाँक 21 मार्च को मध्यप्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ जिला द्वारा मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को दोपहर 12 बजे ज्ञापन सौंपा गया था। जिसमें मुख्य बिंदु दिनांक 10 मार्च 2022 को आयुक्त एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएं भोपाल द्वारा जारी आदेश में सहकारिता मंत्री की घोषणा का पूर्ण रूप से पालन नहीं किया जाना व कर्मचारियों के साथ की गई धोखाधड़ी के संबंध में लेख किया गया हैं। जिलाध्यक्ष जोगेश ठाकुर द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि महासंघ की मांग अनुरूप संस्थाओं में कार्यरत समस्त कर्मचारियों को शासकीय कर्मचारी की भांति वेतन (पूर्व में जारी सेवा नियम अनुसार वेतनमान) एवं सहकारिता मंत्री द्वारा की गई घोषणा को प्रशासन द्वारा गुमराह कर आदेश पारित किया जाना सहकारी समिति कर्मचारियों के साथ न्यायोचित नहीं हैं। जिसके विरोध में मध्यप्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी संघ सिवनी द्वारा दिनाँक 25/03/2022 से अम्बेडकर चौक जबलपुर रोड सिवनी में अनिश्चितकालीन आंदोलन का शंखनाद प्रारंभ कर दिया गया हैं।
सहकारिता मंत्री की घोषणा के बाद भी नियमित वेतनमान न मिलने से नाराज सहकारी कर्मचारी
मध्यप्रदेश शासन के सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया द्वारा संस्था में कार्यरत समस्त कर्मचारियों को नियमित वेतनमान दिये जाने के निर्देश दिनाँक 25 फरवरी को घोषणा करते हुये दिये गये थे। परंतु घोषणा के अनुरूप आयुक्त एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएं भोपाल द्वारा सेवा नियम अनुसार दिनाँक 10 मार्च को वेतन दिये जाने के संबंध में जारी किया गया आदेश पूर्णत: गुमराहपूर्ण एवं अन्यायोचित है। इसी प्रकार बैंक केडर भर्ती में संस्थाओं से कर्मचारियों को प्रदेश स्तर पर भर्ती प्रक्रिया में एकरूपता एवं नियमों में शिथिलता करते हुए भर्ती करने की माँग भी आज दिनाँक तक पूरी नही की गई जिससे प्रदेश के 55000 कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है।
कर्मचारियों के हित में महासंघ ने भरी हुंकार
शासन द्वारा सहकारी कर्मचारियों को वेतन संबंधी वर्तमान में जो आदेश जारी किया गया है उसमें काफी गोलमोलता बरती गई है, कर्मचारियों की माँग अनुरूप वेतनमान लागू कर भुगतान होना चाहिए, भोपाल स्तर पर दिनाँक 23.03.2022 को सहकारिता मंत्री के बंगले का घेराव किया गया। वहीं दिनाँक 24.03.2022 को सहकारिता मंत्री निवास (बंगला) पर अनशन व कर्मचारियों द्वारा मुंडन कराने पर भी शासन द्वारा सहकारी समिति कर्मचारियों की माँग नही माँगी गई। इसी के विरोध में दिनाँक 25.03.2022 से प्रदेश के समस्त जिलों में धरना प्रदर्शन का शंखनाद किया जा चुका है। इतने के बाद भी वेतनमान लागू करने संबंधी आदेश जारी नही हुआ तो दिनाँक 01- 04- 2022 को सीएम हाउस का घेराव कर आवश्यकता पड़ने पर सामूहिक इस्तीफा भी दिया प्रदेश के 55000 सहकारी कर्मचारियों द्वारा दिया जावेगा।