पाबल (प्रभात पट्टन) बैतूल में भव्य धरती आबा बिरसा मुंडा प्रतिमा का हुआ अनावरण
बैतुल। गोंडवाना समय।
बीते 20 फरवरी 2022 दिन रविवार को बैतूल के ग्राम पाबल (प्रभात पट्टन) जिला बैतुल के समस्त आदिवासी समाज सेवा समिति पाबल के माध्यम से मुख्य अतििथ सांसद दुर्गा दास उइके, विधायक सुखदेव पांसे, रमा प्रेम-शांति तेकाम (शिक्षिका, समाजसेवी, कवयित्री) बालाघाट, विशेष अतिथि प्रमिला परते, सुशीला नवड़े, सरस्वती कोड़ापे, सुनील मर्सकोले, हरेसिंग धुर्वे, राजू मरकाम, मंगेश धुर्वे एवं विशिष्ट अतिथि अन्नपूर्णा उइके, सूरज मरकाम, अम्मीलाल धुर्वे, दंस्सू अहाके पटेल, अंतलाल कवड़ेती, रामू कोड़ापे, विजयलक्ष्मी वाडिवा, संध्या धुर्वे (छिंदवाड़ा) वामनकर (बालाघाट) सहित ग्राम के समस्त निवासियों की उपस्थिति में आदिवासी समाज के भगवान बिरसा मुंडा जी की प्रतिमा का अनावरण किया गया।
पितृ शक्तियों से महिलाओं का हौंसला बढ़ाने का किया निवेदन
कार्यक्रम के दौरान प्रात: 10 बजे ग्राम में रैली के माध्यम से बिरसा मुंडा के जयकार नारा के साथ कलश यात्रा निकाली गई। सांसद दुगार्दास उइके एवं विधायक सुखदेव पांसे ने बिरसा मुंडा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके रास्ते पर चलने का आह्वान किया, फिर सभी उपस्थित सगाजनों ने भोजन ग्रहण किया। रात्रिकालीन कार्यक्रम 8 बजे से पुन: शुरू हुआ तो वहीं बालाघाट से पहुंची रमा प्रेम-शांति तेकाम (शिक्षिका, समाजसेवी, कवयित्री) बालाघाट ने बिरसा मुंडा जी के जीवन का उदाहरण देकर युवाओं को समाज के प्रति कर्तव्यनिष्ठ होने का संदेश दिया और उसी के साथ सबसे ज्यादा महिलाओं को घर से बाहर निकलकर हर क्षेत्र में अपनी योग्यतानुसार कार्य करने की सलाह देते हुए पितृ शक्तियों से महिलाओं के साथ खड़े होकर उनके हौसले बढ़ाने का निवेदन किया।
शिक्षा, संस्कृति, व्यवसाय पर विशेष ध्यान दिया जाये
राम सिंह अहाके ने शादी के मंडे पर नौ ठुनियों का क्या काम महत्व के साथ साथ वेशभूषा, संस्कृति को बचाने की बात रखी। वहीं भूमक आर. एस. वरकड़े ने कोया गोंगो पद्धति के बारे में बताया, दिनेश सरयाम भूमक बच्चों को सांस्कृतिक कार्यक्रम में अश्लील गीतों, नृत्य को त्यागने की सलाह दी एवं उपस्थित अन्य अतिथिगणों ने भी में शिक्षा, संस्कृति, व्यवसाय पर ध्यान देने का जोर दिया। वहीं बीच-बीच पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम ग्राम के एवं दूसरे ग्राम से आएं बच्चों ने अपनी शानदार प्रस्तुति के माध्यम से पाबल के ग्रामवासियों का दिल जीता। आबा बिरसा मुंडा प्रतिमा स्थापित होने से ग्राम के समस्त आदिवासी परिवार सहित ग्रामवासी भी बेहद खुश है।