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निर्भया को इंसाफ दिलाने वाली भारत की बेटी वकील सीमा समृद्धि समेत देश के 40 प्रतिभाओ को अस्तित्व मातृ शक्ति सम्मान से किया जाएगा सम्मानित

निर्भया को इंसाफ दिलाने वाली भारत की बेटी वकील सीमा समृद्धि समेत देश के 40 प्रतिभाओ को अस्तित्व मातृ शक्ति सम्मान से किया जाएगा सम्मानित


चंपारण/बिहार। गोंडवाना समय।

चंपारण की धरती पर अस्तित्व फाउंडेशन के तहत अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर युवा विनियम कार्यक्रम का आयोजन 8 मार्च को आयोजित किया गया है। जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से अलग अलग विद्याआें में मुकाम हासिल करने वाली महिलाओ को मातृ शक्ति अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।


जिसमें बिहार में निर्भया कांड में इंसाफ दिलाने वाली सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता सीमा समृद्धि कुशवाहा इसके अलावा जम्मू कश्मीर, बिहार, महाराष्ट्र, पुणे, वेस्ट बंगाल, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु समेत अन्य प्रांतों की प्रतिभागी चयनित हैं। जिनको मातृ शक्ति अवार्ड से अस्तित्व फाउंडेशन सम्मानित करेगा। 

सीमा समृद्धि निर्भया प्रकरण में सजा दिलाने में मुख्य निभाई 


लंबी लड़ाई लड़कर आरोपियों को फांसी की सजा दिलवाई। सीमा समृद्धि कुशवाहा बतौर अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट आॅफ इंडिया नई दिल्ली में कार्यरत हैं। संपूर्ण भारतीय के दिल को झकझोर देने वाली निर्भया सामूहिक दुष्कर्म कांड में दोषियों को लंबी कानूनी लड़ाई लड़कर फांसी के फंदे तक पहुंचाने वाली सीमा समृद्धि कुशवाहा देश में एक अलग पहचान बना चुकी है। इन्होंने अपनी इच्छाशक्ति के बदौलत महिला सशक्तीकरण का एक आदर्श समाज के सामने प्रस्तुत किया है। इन्हें अस्तित्व फाउंडेशन  द्वारा 8 मार्च को मातृ शक्ति सम्मान से सम्मानित किया जायेगा। 

रूपाली सिंघई रक्त की कमी से जिंदगी की जंग लड़ रहे गंभीर मरीजों को रक्त उपलब्ध करवाकर देती है जीवनदान 


रूपाली सिंघई मध्यप्रदेश से है जो कि गंभीर रोगों से पीड़ित मरीजों के प्राणों की रक्षा करने के लिए रक्तदान को उन्होंने अपना जीवन का मिशन बनाया है। वहीं रूपाली सिंघई उन्होंने स्वयं अब तक 24 बार रक्तदान किया है। जिला अस्पताल में कार्यरत ब्लड बैंक के द्वारा आयोजित किए जाने वाले रक्तदान शिविरों में सतत सहभागिता निभाते हुए अधिक से अधिक संख्या में लोगों को रक्तदान करने के लिए प्रेरित करना रूपाली सिंघई के जीवन का मकसद है। रक्तदान करने को लेकर रक्तदाताओं के मन में उठने वाली शंकाओं का वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर  समाधान करना उनका प्रिय विषय है।
            ब्लड कोआर्डिनेटर का दायित्व निभाते हुए रूपाली सिंघई को अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए उपयुक्त ब्लड ग्रुप का रक्त उपलब्ध कराने के लिए रक्तदाताओं का तत्काल प्रबंध करने में सुकून मिलता है। प्रथम बार रक्तदान करने वाली लड़कियों और महिलाओं को उनके घर से ब्लड बैंक तक लेकर जाने और वापस घर छोड़ने के कारण रक्तदाताओं की झिझक दूर करने में असाधारण सफलता प्राप्त होती है। अब तक 75 रक्तदाताओं को स्वस्फूर्त होकर रक्तदान करने की भावना से ऊर्जित किया है।
             जैन समाज के तत्वावधान में दो रक्तदान शिविर रूपाली सिंघई के समन्वय से आयोजित किये गए हैं। जिनमें 165 यूनिट रक्त ब्लड बैंक के लिए संग्रहित किया गया है। वहीं रूपाली सिंघई का 20 वर्षीय पुत्र भी अब तक 7 बार रक्तदान कर मिशन को स्वेच्छा से पूरा करने में मदद कर रहा है। इनका सम्मान अस्तित्व फाउंडेशन  द्वारा 8 मार्च को मातृ शक्ति सम्मान से सम्मानित किया जायेगा। 

सुचित्रा प्रवीण का जहां पर फ्री में ब्लड मिले ऐसी संस्था या ब्लड बैंक बनाना है लक्ष्य


सुचित्रा प्रवीण नाशिक महाराष्ट्र से है जो कि बीते लगभग 5-7 साल से रक्तदान के क्षेत्र में काम कर रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर रक्तदान शिविर लगाकर रक्तदान के लिये प्रोत्साहित करने का कार्य करती है। वहीं सुचित्रा प्रवीण अपना पारिवारिक अनुभव बताते हुये कहती है कि मेरे पिता जी की जब किडनी फेल होने के बाद उनको डायलेसिस करवाते तब उनका ब्लड ओ निगेटिव्ह था जो कि मिलना बहुत मुश्किल हो जाता था उनकी वह तकलीफ आज भी सामने आती है, तब दिलसे खून के आसू निकलते है और कोई बेटी के ऐसे आसू ना निकले इसलिये मैंने स्वयं रक्तदान के क्षेत्र में कार्य करना प्रारंभ किया। सुचित्रा प्रवीण बताती है कि वे महाराष्ट्र में तो हर महिने रक्त दान शिविर का आयोजन करती है जो की थैलेसीमिया की बच्च्यिों के लिये होता है।
            इसके साथ ही कैन्सर जैसी बीमारियों के लिये भी अलग से शिविर का आयोजन करवाती है। वहीं कोविड महामारी संकट के समय तो हजारों की प्लाझा की उपलब्धता करने के लिये जी जान लगा कर कार्य किया था। सुचित्रा प्रवीण बताती है उनका ये मकसद कभी रुकेगा नहीं मुझे जहां पर फ्री में ब्लड बॅग मिले ऐसी संस्था या ब्लड बेंक बनाना मेरा लक्ष्य है वहीं इसके लिये जो अभि मुझे सहायता कर रहे है उनका  दिल से सलाम करती हूं और मातृ शक्ती अवॉर्ड के अस्तित्व फाउंडेशन समस्त पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करती हूं जिन्होंने हमें प्रोत्साहित कर उत्साहवर्धन करने का कार्य किया है। इनका सम्मान अस्तित्व फाउंडेशन  द्वारा 8 मार्च को मातृ शक्ति सम्मान से सम्मानित किया जायेगा। 

निर्धन बच्चों, बुजुर्गाें, दिव्यांगों की मदद करने में आगे रहती है अर्चना लक्ष्मण


सौ. अर्चना लक्ष्मण पुणे की निवासी है जो कि एक सामाजिक कार्यकर्ता है जो कि समाज के दुलर्भ क्षेत्रों में जाकर जरूरतमंदों की मदद करने का कार्य करती है। जैसे कि गरीब बस्ती में रहने वाले लोग बच्चे, बुजुर्ग, विधवा महीला, अपंग व्यक्ति इन सब के लिये सौं अर्चना लक्ष्मण कार्य करती है। इसके साथ ही विधवा महिलां के लिये पेंशन योजना, बचतगट के माध्यम से आर्थिक मदद प्रदान करती है।
        बच्चों की शैक्षणिक गतिविधियों के लिये सहायता करती है। वहीं अपंग व्यक्तियों का पेंशन चालू कराने में सहयोग करने के साथ ही वृक्षारोपण, रक्तदान शिबिर, आरोग्य शिविर भी आयोजित करती है। सौं अर्चना की यही कोशिश होती है कि वह किसी तरह लोगो के काम आ सके बस यही कोशिश हमेशा करती हूं। इनका सम्मान अस्तित्व फाउंडेशन  द्वारा 8 मार्च को मातृ शक्ति सम्मान से सम्मानित किया जायेगा। 

वंदना तेकाम सामाजिक कार्यकर्ता ने मददगार के साथ जागरूकता के लिये कोरोना काल में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका


मध्यप्रदेश के जनजाति बाहुल्य जिला मंडला के नैनपुर में निवास करने वाली समाजिक कार्यकर्ता वंदना तेकाम के द्वारा कोरोना संकट काल के समय गांव-गांव में जाकर कोरोना से बचाव हेतु मास्क का वितरण किया गया। वहीं झारखंड के अनेक मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने का प्रबंध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके साथ ही कोरोना काल में जरूरतमंदों को राशन सामग्री वितरण किया गया था। वंदना तेकाम बीते कई वर्षों से समाजिक सरोकार की गतिविधियों में जुड़कर में मध्यप्रदेश में कार्य कर रही है। बच्चों को शैक्षणि गतिविधियो में आगे बढ़ाने के लिये जागरूक करती है वहीं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में जागरूक करने का कार्य करती है। पर्यावरण सहित अन्य विभिन्न क्षेत्रों में भी कार्य करती है। वंदना तेकाम का सम्मान अस्तित्व फाउंडेशन  द्वारा 8 मार्च को मातृ शक्ति सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।  

मातृ शक्ति सम्मान समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए अस्तित्व प्रयासरत, आईपीएस विकास वैभव होंगे मुख्य अतिथि


नरकटियागंज शहर में 8 मार्च को महिला दिवस के अवसर पर अस्तित्व फाउंडेशन द्वारा मातृ शक्ति सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में निस्वार्थ भाव से अपनी सेवा दे रही महिलाओं को मातृ शक्ति सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। इस सम्मान के लिए उन महिलाओं का चयन देश भर से किया गया है जिन्होंने जमीनी स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में जैसे-शिक्षा, स्वास्थ, रक्तदान, जरूरतमंदों की मदद सहित सामाजिक गतिविधियों के कार्यों में अपने आप को समर्पित किया है। उन्हें प्रतिक चिन्ह तथा प्रसस्ति पत्र भेंट किया जाएगा। अस्तित्व के संस्थापक राजु कुमार मिश्र ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईपीएस विकास वैभव होंगे। इस संबंध में उन्हें शनिवार को निमंत्रण पत्र भेंट किया गया।
            उन्होंने निमंत्रण को सहर्ष स्वीकार किया। अपने व्यस्ततम कार्यक्रम की वजह से उन्होंने कार्यक्रम में सशरीर उपस्थित होने में असमर्थतता जताई परंतु उन्होंने कहा कि वे वर्चुअल रूप से कार्यक्रम को संबोधित करेंगे तथा पुरे कार्यक्रम के दौरान जुड़े रहेंगे। उन्होंने अस्तित्व के पुरे टीम को इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के लिए अग्रिम बधाई भी दिया।
            कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपमुख्यमंत्री रेणू देवी, स्थानीय विधायक रश्मि वर्मा, पद्मश्री माननीय भागीरथी देवी, एसएसबी 44 वीं बटालियन की कमांडेंट तथा नगर के अनेक समाजसेवी उपस्थित रहेंगे। अस्तित्व के संरक्षक मनीष कुमार राव ने बताया कि चंपारण की धरती पर ऐसा पहला सम्मान समारोह हो रहा है। जिसमें समाज की महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा। महिला दिवस के अवसर पर नारी शक्ति के सम्मान में सम्मान समारोह आयोजित करना अस्तित्व के लिए गर्व का विषय है। निश्चित रूप से यह कार्यक्रम ऐतिहासिक बनेगा।


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