भाजपा जिलाध्यक्ष आलोक दुबे ओबीसी महासभा को अपमानित कर पार्टी के लिए खोद रहे गढ्ढा
ओबीसी महासभा कोई राजनैतिक संगठन नहीं है न ही उसकी कोई राजनैतिक विचारधारा ही है
भाजपा पिछड़ा वर्ग कान्हीवाड़ा मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद दूसरे की नियुक्ति के बाद लग रहे आरोप
सिवनी। गोंडवाना समय।
ओबीसी महासभा का खौफ है या ओबीसी समाज को गुमराह रखने की नियत कि यदि कोई व्यक्ति ओबीसी समाज को हक-अधिकार दिलाने के प्रयास में सहभागी बनता है तो भाजपा उसे अपमानित करने की हद तक गिर सकती है।
ओबीसी महासभा के पदाधिकारी की मिली जानकारी तो हटाया सूची से नाम
ऐसी ही हरकत भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा मंडल अध्यक्षों की सूची में देखने को मिली। उक्त जानकारी देते हुये महेश शरद साहू ने बताया कि दरअसल 16 दिसंबर को कान्हीवाड़ा मंडल के लिए शरद साहू को अध्यक्ष घोषित किया गया था लेकिन जब भाजपा जिला अध्यक्ष आलोक दुबे को पता चला कि श्री शरद साहू ओबीसी महासभा के पदाधिकारी हैं तो दूसरे दिन 17 दिसंबर को उनका नाम मंडल अध्यक्षों की सूची से हटा दिया गया और उनकी जगह भोमा सरपंच राज टोनी साहू को कान्हीवाड़ा मंडल अध्यक्ष घोषित कर दिया गया।
लोगों ने इसे ओबीसी समाज के अपमान के रूप में देखा
सोशल मीडिया पर जब यह खबर वायरल हुई तो क्षेत्र के साहू समाज सहित अन्य सभी समाज के लोगों में नाराजगी देखी गई और लोगों ने इसे ओबीसी समाज के अपमान के रूप में देखा। उल्लेखनीय है कि ओबीसी महासभा में काँग्रेस, भाजपा, बसपा, समाजवादी, कम्युनिस्ट, आम आदमी सहित सभी राजनैतिक दलों के लोग शामिल रहते हैं क्योंकि ओबीसी महासभा कोई राजनैतिक संगठन नहीं है न ही उसकी कोई राजनैतिक विचारधारा ही है।
ऐसे में पता नहीं, भाजपा जिला अध्यक्ष ओबीसी महासभा से खौफ क्यों रखते हैं? ओबीसी महासभा से जुड़े हुए लोग बताते हैं कि ओबीसी महासभा द्वारा ओबीसी समाज के लोगों को राजनैतिक विचारधारा से ऊपर उठकर समाज के हक-अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करने की अपील जाती है। उसके पदाधिकारी कहते हैं कि वोट जिसको देना है दीजिए लेकिन अपने हक के लिए आवाज उठाओ क्योंकि ओबीसी समाज के भाग्य से देश का भाग्य जुड़ा हुआ है। आधी जनसंख्या होने के कारण देश को विकास के ट्रैक पर ले चलना उसकी अपनी जिम्मेदारी है।
ओबीसी समाज के लोग नोटा दबाकर या दूसरी पार्टी को सपोर्ट देकर उसका सूपड़ा साफ करने से भी वहीं चूकेंगे
ऐसे विचारों के बीच यदि भाजपा द्वारा इस तरह का भेदभाव करके अच्छे कार्यकतार्ओं का अपमान किया जायेगा तो क्षेत्र के ओबीसी समाज के लोग नोटा दबाकर या दूसरी पार्टी को सपोर्ट देकर उसका सूपड़ा साफ करने से भी वहीं चूकेंगे। क्षेत्र के लोगों ने कहा कि वैसे ही ओबीसी महासभा के जिला संयोजक लोकेश साहू को सस्पेंड कराकर भाजपा जिला अध्यक्ष अपनी पार्टी को वैसे ही नुकसान पहुँचा चुके हैं उसका खामियाजा पाटने की जगह वे और नए गढ्ढे खोद रहे हैं।