टंटिया भील के शहादत स्थल पर जाने से म.प्र. सरकार की पुलिस द्वारा रोकने के बाद भी नहीं रूका जयस युवाओं का काफिला
जयस द्वारा आयोजित टंटिया भील शहादत दिवस कार्यक्रम में 10 हजार से अधिक लोग हुये शामिल
इंदौर/पातालपानी। गोंडवाना समय।
जयस द्वारा पातालपानी में टंटिया भील के शहादत दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में लगभग 10 हजार से भी अधिक लोग शामिल हुये।
जयस द्वारा इसके लिये सोशल मीडिया ही प्रचार प्रसार किया गया था। जयस के कार्यक्रम में मध्य प्रदेश व राजस्थान के कार्यकर्ता व पदाधिकारी पहुंचे। जयस के कार्यक्रम में आदिवासी समाज के युवाओं ने स्वयं अपने व्यय पर पातालपानी पहुंचकर टंटिया भील की शहादत स्थल पर माथा टेककर नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।
टंटिया भील के संघर्ष एवं विचारों पर चलेंगे तो हमारे समाज का उद्धार हो जायेगा-राजकुमार रौत
भीलप्रदेश के युवा विधायक राजकुमार रौत ने कहा कि टंटिया भील के शहादत स्थल पातालपानी आने से भाजपा सरकार ने हमें रास्ते में कई घंटे तक रोका। मध्य प्रदेश की सरकार ने पुलिस को मजबूर कर दिया था हमें रोकने के लिये, इसी के तहत जयस और भीलप्रदेश के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को रोकने प्रयास किया गया। जयस को कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जा रही है, इसलिये जगने की जरूरत है, जयस के लोग झण्डे का अपमान तक सहन नहीं कर रहे है लेकिन चुनाव में हमारे कुछ लोग अन्याय करने वाली पार्टी का झण्डा उठाकर चल रहे है।
राजस्थान सरकार को विश्व आदिवासी दिवस की छुट्टी घोषित करनी पड़ी। हम बिखरेंगे तो आने वाली पीढ़ि गुलामी की जिंदगी जीने को मजबूर होगी। हमें समझना होगा, हमारी विचारधारा को गांव-गांव घर घर में ले जाना होगा। हमें पूर्वजों का राज हुआ करता था, हमें इतिहास को पढ़ना समझना होगा, तभी हम आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित रख पायेंगे। हमारे आदिवासी समाज के महापुरूषों की जयंति व शहादत सरकार अब मना रही है। संविधान में आदिवासी शब्द जोड़ दो, पाठ्यक्रम में आदिवासी महापुरूषों को पढ़ाना चाहिये ऐसी व्यवस्था प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री करना चाहिये। टंटिया भील के संघर्ष एवं विचारों पर चलेंगे तो हमारे समाज का उद्धार हो जायेगा।
हमारे लोग, हमारे क्षेत्र, हमारी जमीन तो हमारा राज होना चाहिये-संगीता चौहान
जयस द्वारा पातालपानी में टंटिया भील के शहादत दिवस के अवसर पर जयस नारी शक्ति संगीता चौहान ने कहा कि मैं कहा कौन हूं टंटिया भील के नारा दिलवाते हुये संकल्प दिलाया कि हम अपने पुरखों व क्रांि तकारियों के विचारों पर चल रहे है और पीली क्रांति आई है। हमारे लोग, हमारे क्षेत्र, हमारी जमीन तो हमारा राज होना चाहिये। वहीं उन्होंने जयस के संबंध में विदेशी फंड को लेकर लगने वाले आरोपों का भी खंडन किया।
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के संस्कृति पर हमला किया जा रहा है, इसे राजनीति रंग न दिया जाये। वहीं सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुई कही कि राज्यपाल व राष्ट्रपति तक आदिवासी के मामलों की जानकारी नहीं दे रही है। पीली क्रांति है सभी की मेहनत है, आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिये मरने के लिये तैयार रहना पड़ता है। जल, जंगल, जमीन को बचाने के लिये हमें संघर्ष करना होगा, हम नारी शक्ति भी इस संघर्ष में साथ देने के लिये तैयार है।
मुख्यमंत्री से हमारे विकास के लिये आने वाला पैसा का पाई का पाई का हिसाब मांगेगे-डॉ अभय ओहरी
जयस द्वारा पातालपानी में टंटिया भील के शहादत दिवस के अवसर पर जयस के मध्यप्रदेश प्रभारी डॉ अभय ओहरी ने टंटिया भील को नमन करते हुये टंटिया भील जी के शहादत स्थल पर जयस का युवा बहुत तकलीफ में पहुंचा है। मध्यप्रदेश सकरार ने बिरसा मुण्डा के नाम पर 13 करोड़ रूपये आदिवासी उप योजना के भीड़ एकत्र करने के लिये खर्च कर दिये है, इसके लिये हमने नोटिस दिया है, जवाब मांगा है, हमारे विकास के लिये आने वाला पैसा का पाई का पाई का हिसाब मांगेगे। आदिवासी उप योजना के पैसे से युवाओं रोजगार, छात्रवृत्ति, गणवेश मिलना चाहिये लेकिन मध्य प्रदेश सरकार भीड़ एकत्र करने के लिये खर्च कर रही है।
हमें खुद का नेतृत्व खड़ा करने की आवश्यकता है-मांगीलाल निनामा
जयस द्वारा पातालपानी में टंटिया भील के शहादत दिवस के अवसर पर मांगीलाल निनामा ने कहा कि देश का मूलमालिक की स्थिति दयनीय है, महान जननायक टंटिया भील की तुलना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से करना ठीक नहीं है। कांग्रेस बीजेपी मूलमालिकों को दबाना चाहती है। हमें खुद का नेतृत्व खड़ा करने की आवश्यकता है, हमे देश के मालिको की तरह जीना है आगे बढ़ना है।
समाजिक क्रांति का प्रभाव है कि मुख्यमंत्री भी टंटिया भील को याद कर रहे है-लोकेश मुजाल्दा
जयस द्वारा पातालपानी में टंटिया भील के शहादत दिवस के अवसर पर लोकेश मुजाल्दा ने कहा कि वैचारिक क्रांति का दौर है, आदिवासी समाज की समाजिक क्रांति का प्रभाव है कि मुख्यमंत्री भी टंटिया भील को याद कर रहे है, टंटिया भील ऐसे क्रांतिकारी है जिन्होेंने 35 साल तक संघर्ष किया।
आदिवासी युवा विपक्ष की भूमिका निभा रहा है-देवरावेन गोंड
जयस द्वारा पातालपानी में टंटिया भील के शहादत दिवस के अवसर पर छिंदवाड़ा से पहुंचे गोंडवाना स्टृडेंट यूनियन के प्रदेश प्रवक्ता देवरावेन गोंड ने कहा कि युवाओं की जनजागृति के कारण आदिवासी महान पुरखों को सम्मान दे रही है सरकार है। अभी हमारे समाज में 20 प्रतिशत जागृति आई यदि हमारी जनजागृति 50 प्रतिशत हुई तो बिना सरकार में रहे हम युवा सरकार की नींद उड़ा देंगे। आदिवासी युवा विपक्ष की भूमिका निभा रहा है। यहां पर सभी जनजाति वर्ग के लोग एक साथ है। हमें पंचायत चुनाव में इन्हें सबक सिखाना होगा।
जिनका राज होता है उनके ऊपर कभी अत्याचार, शोषण नहीं होता-नितेश अलावा
जयस द्वारा पातालपानी में टंटिया भील के शहादत दिवस के अवसर पर नितेश अलावा ने कहा कि जिस समाज का समाजीकरण, एकीकरण नही हो सकता उस समाज का राजकरण नहीं हो सकता और जिनका राज होता है उनके ऊपर कभी अत्याचार, शोषण नहीं होता। इसलिए उठो, जागो, समाज की विचारधारा को बढ़ाओ फैलाओ ओर समाज को उपजातिवाद, संगठनवाद से ऊपर एक करके राजकरण की तैयारी करवाओ।
आदिवासी क्रांतिकारियों की सरकार अब याद आने लगी है-महेन्द्र कन्नौज
जयस द्वारा पातालपानी में टंटिया भील के शहादत दिवस के अवसर पर जयस के प्रमुख पदाधिकारी महेन्द्र कन्नौज ने कहा कि गदी पर तो गदर बैठता है, जमीन पर तो जमीदार बैठता है। टंटिया भील अंग्रेजों से छीनकर गरीबों बांट देते थे, महान क्रांतिकारी टंटिया भील मामूली व्यक्ति नहीं थे, आदिवासी क्रांतिकारी बिरसा मुण्डा, टंटिया भील याद आ गये है अब सबकी याद आयेगी। इसलिये जयस के सभी युवा जोश व जुनुन बनाये रखिये।
पुलिस ने जयस के युवाआें को रोकने का किया प्रयास
जयस के युवाओं को टंटिया भील के शहादत स्थल पातालपानी पहुंचने के लिये बहुत मशक्कत करना पड़ा। मध्य प्रदेश सरकार की पुलिस के द्वारा जयस के युवाओं को जगह जगह रोका गया, यहां तक उन्हें 5 किलोमीटर तक पैदल भी चलना पड़ा वहीं चौपहिया व दोपहिया वाहन को 20 किलोमीटर तक का मार्ग बदलकर शहादत स्थल तक पहुंचना पड़ा।
शहादत स्थल पर पहुचने से पुलिस द्वारा रोके जाने की बात स्वयं विधायक राजकुमार रौत ने मंच से उठाया और मध्य प्रदेश सरकार की इस बात को लेकर निंदा भी किया। जयस के युवाआें को रोकने का प्रयास किया गया।