जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र क्रं. 12 में जीतने के बाद गांव के साथ खिलाड़ी की प्रतिभाओं का भी नहीं करा पाये विकास
ग्रामीण शासन की योजनाओं का लाभ से रहे वंचित तो किसान-मजदूर भी हुये हताश व परेशान
छपारा जनपद क्षेत्र से ग्रामीण मतदाताओं का मत पाकर चुनाव जीतने वाले जिला पंचायत सदस्यों ने किया अनदेखी
सिवनी। गोंडवाना समय।
आदिवासी विकासखंड जनपद पंचायत छपारा क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र क्रमांक 12 के चुनाव में चमचमाती गाड़ियों में आकर प्रचार-प्रसार करने वालों के झूठ वायदों, नकली घोषणा पत्र तैयार करके ग्रामीण मतदाताओं के मताधिकार पाकर चुनाव जीतने वाले पूर्व के जिला पंचायत सदस्यों का रिपोर्ट कार्ड मतदाताओं के बीच में ठीक नहीं है, हालांकि फिर वहीं चेहरे धनबल, बाहुबल के जरिए पुन: जिला पंचायत सदस्य बनने की कोशिश कर रहे है।
पहली बारिश में टूटा था पुल, आजादी के बाद नहीं बनी 2 किलोमीटर की सड़क
जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र क्रमांक 12 व केवलारी विधानसभा क्षेत्र में भले ही जीतने जनप्रतिनिधि विकास की गंगा बहाने के दिखावे करते रहे हो लेकिन पहली ही बारिश में बैनगंगा नदी पर बना नवनिर्मित पुल का टूट जाना भ्रष्टाचार को प्रमाणित करता है इसके बाद भी क्षेत्र के बड़े जनप्रतिनिधि जनता के सामने अपना चेहरा साफ ही बता रहे है। भ्रष्टाचार का पुल टूट तो गया लेकिन अभी तक पुननिर्माण शुरू नहीं हुआ है। वहीं ग्राम बेरबंद से बिलकटा तक कच्ची सड़क आजादी से आज तक निर्माण नहीं हो पाई जो कि लगभग 2 किलोमीटर का है लेकिन मेन रोड से गांव जुड़ा ही नहीं है।
गंगई खास कॉलोनी में निवासरत परिवार को सुविधा मिलना चाहिये
जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र क्रमांक 12 के अंतर्गत गंगई खास कॉलोनी जहां पर लगभग 100 घर अधिक निवासरत परिवार है जो कि अवैध कॉलोनी के नाम पर निवास कर रहे है जिसके कारण उन्हें मूलभूत सुविधाओं के लिये परेशान होना पड़ता है जबकि वह शासन-प्रशासन को उसे वैध किया जाना चाहिये ताकि निवासरत परिवारजनों को सुविधा मिल सके। इसके साथ ही वहां पर किया गया अनावश्यक अतिक्रमण भी अधिक है, जिसे हटाकर इसे राजस्व ग्राम घोषित किया जाना चाहिये।
जोगीवाड़ा साल्हेगढ़ सड़क निर्माण से होगी आवागमन की दूरी कम
जनपद पंचायत छपारा क्षेत्र के जिला पंचातय सदस्य क्षेत्र क्रमांक 12 में आने वाले यदि इमलीपठार पंचायत से जोगीवाड़ा साल्हेगढ़ रोड का निर्माण किया जाता है तो इससे मुख्यालय की दूरी कम होगी। वहीं यदि जोगीवाड़ा से आवागमन होता है तो 3 किलोमीटर के लिये 30 किमी चलना पड़ता है वह सफर कम हो जायेगा क्योंकि इमलीपठार से छपारा 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
पेयजल व सिंचाई की समस्या बनी विकराल
भीमगढ़ बांध का पानी हो पेंच परियोजना का पानी सिवनी जिले के अनेक गांवों की प्यास के साथ सिंचाई की सुविधा भी उपलब्ध करवा रहा है। वहीं जनपद पंचायत छपारा क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र क्रमांक 12 के अंतर्गत आने वाले अधिकांश ग्रामों में पीने के पानी व सिंचाई की समस्या विकराल बनी हुई है। देवगांव, घुनई, बरबसपुर, मुंडरई, नयेगांव, सूखा, मुण्डाटोला, सुकराटोला, ऊंटेकटा, तिघरा, मटामा, मुरझोर आदि ऐसे और भी गांव में जहां पर पीने के पानी के साथ सिंचाई के पानी की भी समस्या बनी हुई है। हालांकि पठार क्षेत्र होने के कारण समस्या बनी हुई लेकिन मानव जीवन के अनिवार्य आवश्यकता पेयजल व सिंचाई के लिये लिफ्ट ऐरिकेशन के माध्यम से बांध का पानी लाया जा सकता है लेकिन इसके जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतकर जनप्रतिनिधि बनने वालों ने पूर्व में कोई विशेष प्रयास नहीं किया।