सिवनी से उठ रही किसान हित की बात पूरे देश में गूँजेगी-ओबीसी विजय कुमार
एम.एस.पी कानून बनाने व मक्का खरीदी के लिये पंजीयन प्रांरभ करने की मांग
औने-पौने दाम पर फसल बेचने मजबूर होता है तो किसान के सपने टूट जाते हैं
सिवनी। गोंडवाना समय।
दिसंबर जनवरी में ओबीसी की जनगणना के लिए उठी माँग संसद के गलियारों में गूँजी थी और देश का मुद्दा बना।
इसी प्रकार किसानों के हित में सिवनी से उठी एम.एस.पी की माँग फिर पूरे देश में गूँजेगी। उक्ताशय की बात 23 सितंबर को बैनगंगा लॉन में आयोजित ओबीसी महासभा जिला कृषक सम्मेलन मुख्यातिथि उद्बोधन में ओबीसी महासभा संस्थापक ओबीसी विजय कुमार द्वारा कही गई।
सरकार को अपनी जनता के सुख-दुख का ख्याल रखना चाहिए
ओबीसी महासभा संस्थापक ओबीसी विजय कुमार ने आगे कहा कि एम.एस.पी याने न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित होने से किसानों अपने दिल-दिमाग में अपने सुनहरे भविष्य की योजना बना लेता है लेकिन जब औने-पौने दाम पर फसल बेचने मजबूर होता है तो किसान के सपने टूट जाते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को अपनी जनता के सुख-दुख का ख्याल रखना चाहिए।
सरकार यदि किसान-हितैषी होने का दावा करती हैं तो एम.एस.पी कानून बनाना ही चाहिए
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि ओबीसी महासभा प्रदेश उपाध्यक्ष श्री संतोष राय ने अपनी आक्रामक शैली में भाषण करते हुए कहा कि यदि ओबीसी समाज को शासक बनाना चाहते हैं तो अपनी विचारधारा को बाहर रखकर ओबीसी मंच और संगठन में आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार यदि किसान-हितैषी होने का दावा करती हैं तो एम.एस.पी कानून बनाना ही चाहिए। उन्होंने बताया कि क्षेत्र की मुख्य फसल मक्का को पशु आहार बताकर सरकारी खरीद की व्यवस्था बंद कर दी गई है; इसे तुरंत चालू करना चाहिए। सरकार अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकती।
1850 रुपये एम.एस.पी होने के बाद भी 8 सौ हजार के रेट में किसानों ने अपना मक्का बेचा
जिला स्तरीय किसान सभा के इस कार्यक्रम का सफल संचालन संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष महेन्द्र (मोनू) राय द्वारा किया गया। स्वागत भाषण जिला संयोजक लोकेश साहू द्वारा रखा गया। कृषक मोर्चा जिला संयोजक श्री बसंत चंद्रवंशी ने कहा कि किसानों द्वारा गाँव-गाँव में एम.एस.पी. गारंटी की बात की जा रही है। गत वर्ष 1850 रुपये एम.एस.पी होने के बाद भी 8 सौ हजार के रेट में किसानों ने अपना मक्का बेचा। इसीलिए किसान आशंकित है और सरकार से समर्थन मूल्य पर खरीदी की गारंटी चाहता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की संवेदनशील सरकार जरूर हमारी जरुरत को समझकर मक्का न खरीदीने के निर्णय पर पुनर्विचार कर उसके पंजीयन की प्रकिया शुरू करवायेगी।
कार्यक्रम स्थल पर तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
ओबीसी महासभा जिला प्रवक्ता योगेश सूर्यवंशी ने बताया कि सभा के बाद रैली के स्वरूप में कलेक्ट्रेट जाकर ज्ञापन देने का कार्यक्रम था किन्तु धारा 144 के प्रभावी रहने की दशा में कलेक्टर प्रतिनिधि के रूप में तहसीलदार मेडम द्वारा कार्यक्रम स्थल पर जाकर सैकड़ों किसानों की उपस्थिति में ज्ञापन लिया गया। ज्ञापन का वाचन संगठन के जिला अध्यक्ष राधेश्याम देशमुख द्वारा किया गया।
राष्ट्रपति व राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
उल्लेखनीय है कि ओबीसी महासभा कृषक मोर्चा द्वारा तीन प्रकार के ज्ञापन सौंपे गए। राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन में एम.एस.पी कानून बनाने, भंडारण की सीमा तय करने तथा एम.एस.पी व भंडारण सीमा का उल्लंघन करने पर दंड का प्रावधान करने माँग है जबकि राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन में गत वर्ष औने-पौने दाम पर मक्का बेचने की मजबूरी का उल्लेख करते हुए प्रार्थना की गई है कि एम.एस.पी पर मक्का की खरीदारी सुनिश्चित करे।
मक्का पंजीयन को लेकर 2 अक्टूबर से चरणबद्ध आंदोलन करेगी ओबीसी महासभा
ज्ञापन में कहा गया कि यदि मक्का पंजीयन की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई तो ओबीसी महासभा कृषक मोर्चा आंदोलन करेगा। वहीं 2 अक्टूबर को जिले की सभी पंचायतों से सरपंच/सचिव के माध्यम से विधायकों के नाम ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा। यदि समाधान कारक प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो बैठकी से लेकर दशहरा तक गांव गांव में अपनी मांगों के लिए किसान अनशन करेंगे। तब भी समाधान नहीं हुआ तो गांव गांव से लोग आकर अपने विधायकों के घर का घेराव करेंगे इसके बाद भी समाधान नहीं होगा तो किसान भोपाल कूच करने मजबूर होंगे।
ओबीसी संस्कृति रत्न से पदाधिकारियों का किया गया सम्मान
इस कार्यक्रम में संगठन में विशेष करने वाले पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। चिकित्सा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष श्री बलपान ठाकुर, उद्योग-व्यापार मोर्चा जिला संयोजक रामकृष्ण ठाकुर, सेवानिवृत्त सैनिक मोर्चा जिला अध्यक्ष राजकुमार साहू, चिकित्सा मोर्चा प्रदेश ब्लाक युवा मोर्चा संयोजक प्रदीप यादव, लखनादौन ब्लाक संयोजक श्री शिवप्रसाद गोल्हानी को ओबीसी संस्कृति रत्न सम्मान योजना अंतर्गत बेहतर कार्य करने के लिए शील्ड देकर सम्मानित किया गया। इस योजना के अंतर्गत जिले के विभिन्न क्षेत्रों में गणेशोत्व पंडालों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए थे तथा ओबीसी महासभा द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए थे। श्री सूर्यवंशी ने बताया की आगामी दुर्गा उत्सव पंडालों पर भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।