लखनादौन में दबंगों की प्रताड़ना से 20 साल से परेशान दलित परिवार भूख हड़ताल पर बैठा
कूट रचित दस्तावेज मूें पुलिस की छूट, दलित परिवार की भूमि की लूट
सिवनी। गोंडवाना समय।
आज से करीब 20 साल पहले 14 जून 2000 की रात्रि में लगभग 1 बजे से 2 बजे के बीच लखनादौन के वार्ड नम्बर 1 निवारी टोला निवासी कुम्मी लाल चौधरी और तुलाराम चौधरी के मकान को घेरकर लगभग 50 दबंगों ने जानलेवा हमला किया था। इस दलित परिवार को जातिगत रुप से अपमानित करते हुये अपशब्दों का प्रयोग किया गया था।
पीड़ित परिवार द्वारा दिये गये आवेदनों पर जांच करने वाली टीम कूट रचित प्रतिवेदन भेज देती है
इसकी रिपोर्ट पुलिस थाना लखनादौन सहित जिले के उच्च अधिकारियों को की गई लेकिन 20 साल बाद भी न्याय नहीं मिलने पर 21 सितम्बर 2021 को पीड़ित परिवार सिवनी के डॉ अम्बेडकर प्रतिमा के समक्ष भूख हड़ताल पर बैठने को विवश हो गया। उक्ताशय की जानकारी देते हुए पीड़ित कुम्मी लाल चौधरी ने बताया कि लखनादौन की इस दर्दनाक और अति शर्मनाक घटना पर किसी भी नेता ने और न ही उच्च अधिकारी के द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
इससे ऐसा लगता है कि नेता और अधिकारियों ने अत्याचारी वर्ग को अत्याचार करने की खुली छूट दे रखी है। पीड़ित परिवार ने अपनी प्रार्थना सभी उच्चाधिकारियों की सेवा न्यायोचित कार्यवाही करने के लिये प्रेषित किया है। वहीं पीड़ित परिवार द्वारा दिये गये आवेदनों पर जांच करने वाली टीम कूट रचित प्रतिवेदन भेज देती है। इस कारण सब तरफ से लाचार मजबूर होकर पीड़ित परिवार 21 सितम्बर 2021 से जिला मुख्यालय सिवनी में भूख हड़ताल पर बैठ गया है।
कीमती व उपजाऊ जमीन है प्रताड़ना का मुख्य कारण
इस हमले का मुख्य कारण कुम्मी लाल, तुलाराम चौधरी की वह कीमती जमीन है जो सड़क से लगी है। यह जमीन अत्यंत उपजाऊ है। इसमें एक कुआं है जिसमें हमेशा पर्याप्त पानी रहता है। दबंगों ने इस जमीन को हथियाने के लिए संबंधित कर्मचारियों से सांठगांठ करके कूट रचित दस्तावेज भी बनाये हैं।