आदिवासी धर्म ध्वजा एवं आराध्य बड़ादेव की प्रतिमा के अपमान करने वाले असामाजिक तत्वों पर हो कठोर कार्यवाही-एड. सुनील कुमार
आदिवासी धर्मशाला का निर्माण हेतु भूमि एवं भोजपुर मंदिर ट्रस्ट में बराबर की भागीदारी की मांग
रायसेन। गोंडवाना समय।
भोजपुर में बीते दिनों असामाजिक तत्वों द्वारा आदिवासी धर्म ध्वजा सतरंगी एवं आदिवासी समुदाय के आराध्य बड़ादेव की प्रतिमा पिछले कई बरसों से भोजपुर मंदिर परिसर में लगी थी,
जो असामाजिक तत्वों द्वारा धर्म ध्वजा एवं प्रतिमा का अपमान कर क्षतिग्रस्त किया गया था।
जिसके विरोध में प्रदेश भर के युवाओं द्वारा हुंकार भर पांच सूत्रीय मांग की गयी। जिसमे प्रमुख मांग असामाजिक तत्वों पर कार्यवाही एवं आदिवासी धर्म ध्वजा का उसी स्थान पर सम्मान पूर्वक पुन: स्थापित करना, आदिवासी धर्मशाला का निर्माण हेतु भूमि एवं भोजपुर मंदिर ट्रस्ट में बराबर की भागीदारी।
आदिवासी धर्म ध्वजा को पुन: लहराया गया
जिला प्रशासन द्वारा भोजपुर मंदिर में आदिवासी धर्म ध्वजा को लगाने से रोका गया एवं मंदिर परिसर के बाहर वेरिकेट लगाये गये लेकिन समाज सेवियों के अथक प्रयास के आगे प्रशासन झुका और मंदिर परिसर में आदिवासी धर्म ध्वजा को पुन: लहराया गया। जिसमे मौजूद बंटी धुर्वे, रवि धुर्वे, प्रभा उरवेती, साधना उइके, पंकज इवने, संजू सहरिया, अरविन्द धुर्वे, रामदास सैकड़ो सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।