गोंडवाना राज्य गठन के लिए हुई विशेष चर्चा, 18 सिंतबर को जबलपुर में मनायेंगे बलिदान दिवस
जबलपुर। गोंडवाना समय।
जबलपुर गोंडवाना साम्राज्य की राजधानी रही वहीं 1750 वर्षो तक गोंडवाना का स्वर्णिम इतिहास रहा है। आजादी के पूर्व से गोंडवाना राज्य गठन की मांग की जाती रही है। बोली भाषा के आधार पर सभी प्रांतों का देश में राज्य गठन हुआ है परंतु गोंडी भाषा बोली और गोंडवाना के गढ़, महल, किला, ताल-तलैया, बावली को संरक्षण संवर्धन प्रदान करने के लिए गोंडवाना महासभा मध्य प्रदेश की विशेष मांग के अनुसार गोंडवाना राज्य का गठन होना चाहिए और प्राचीन गोंडवाना शासन की राजधानी जबलपुर रही है।
प्रमुख रूप से ये रहे मौजूद
ठाकुर प्रभाकर उइके जी महासचिव गोंडवाना महासभा मध्य प्रदेश एवं महेश कुमार वट्टी प्रदेश सचिव, गोंडी भुमका प्रकोष्ठ गोंड समाज महासभा मध्य प्रदेश अखिल गोंडवाना महासभा गोंडवाना सेवा न्यास ट्रस्टअमूरकोट ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुये बताया कि 15 अगस्त 2021 को स्वतंत्रता दिवस की सभी प्रदेश देश वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं आज गोंडवाना महासभा भोपाल से चलकर के प्रदेश अध्यक्ष तिरुमाल एच एस कुसरे जी, प्रदेश महासचिव प्रभाकर उइके जी, गोंडवाना महासभा के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश मरकाम जी सहित अन्य सगाजन जबलपुर पेनठाना और गढ़ दर्शन के माध्यम से मोहनियां में आदिवासी सामुदायिक भवन 1 एकड़ भूमि आवंटित हुई है वहां पर पेनठाना का निर्माण किया गया है वहां पर शामिल हुये।
अमर शहीद राजा शंकर शाह जी एवं कुंवर रघुनाथ शाह जी की प्रतिमा स्थल पर की श्रद्धांजलि अर्पित
ठाकुर प्रभाकर उइके जी महासचिव गोंडवाना महासभा मध्य प्रदेश एवं महेश कुमार वट्टी प्रदेश सचिव, गोंडी भुमका प्रकोष्ठ गोंड समाज महासभा मध्य प्रदेश अखिल गोंडवाना महासभा गोंडवाना सेवा न्यास ट्रस्टअमूरकोट ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुये बताया कि इसके बाद गोंडवाना साम्राज्य के अमर शहीद गोंड राजा शंकर शाह जी एवं कुंवर रघुनाथ शाह जी की प्रतिमा स्थल गोंडवाना चौक रेलवे स्टेशन जबलपुर के पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद गुलौआ ताल में महारानी दुर्गावती के प्रसिद्ध ताल जहां अतिक्रमण किया गया है उसकी जानकारी ली गई। वहीं इसके पश्चात धूमा क्षेत्र से आने वाले सगा समाज जो कि हॉस्पिटल में उपचार करवा रहे हैं उनसे भी भेंट वार्ता की गई।
गुलौआ ताल के संरक्षण व संवर्धन हुई चर्चा
इसके साथ ही इसके साथ ही गोंडवाना कालीन वीरांगना रानी दुर्गावती द्वारा खुदवाया गया गुलौआ ताल जहां पर विगत 2018 को जून माह में क्रमिक भूख हड़ताल किया गया था। ताल तलैयों इनके संरक्षण और संवर्धन के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसी बीच हम लोग क्षेत्रीय पार्षद संजय राठौर व अरूण जैन से भेंटवार्ता की गई। तत्पश्चात गोंडवाना की कुलदेवी माला देवी में पेनगोंगो किया गया। वहीं आगे गोंडवाना कालीन बाजना मठ जहां पर संग्राम सागर और आम खास को भी देखा गया।
मदन महल का किया दर्शन व निरीक्ष्ण
इसके बाद गोंडवाना साम्राज्य का प्रख्यात राजा मदन शाह द्वारा बनवाया गया था। जिसे मदन महल किला के नाम से जाना जाता है और गोंडवाना महासभा भोपाल की विशेष मांग के तहत गोंडवाना राज्य गठन और राजधानी जबलपुर को बनाया जाए, इन बिंदुओं पर विशेष चर्चा हुई और यह निर्णय लिया गया आगामी 18 सितंबर 2021 को गोंडवाना साम्राज्य के अमर शहीद गोंड राजा शंकर शाह व कुंवर रघुनाथ शाह जी के बलिदान दिवस पर प्रत्येक ग्राम ब्लाक, तहसील और जिला स्तर पर गोंडवाना राज्य गठन हेतु मांग की जावे एवं राजधानी जबलपुर बनाया जाये।
सिवनी जिला की ओर से आने वाले सगाजन से की अपील
वहीं इस दौरान यह भी अपील की गई कि सिवनी जिला के रास्ते से आने वाले सभी सगाजन प्रसिद्ध बाजना मठ तांत्रिक भवन में जाकर पेनगोंगो करें। तत्पश्चात गोंडवाना साम्राज्य की कुलदेवी गढ़ा पुरवा में माला देवी की जी मदन महल किला फोर्ट का भ्रमण करें। इसके बाद सभी सगाविडार सामूहिक रूप में अपना संकल्प यात्रा शास्त्री ब्रिज, मालवीय चौक, घंटाघर कलेक्ट्रेट से गोंडवाना चौक बलिदान स्थल, प्रतिमा स्थल और बंदी ग्रह का दर्शन कर आम सभा में सम्मिलित होंगे।