आदिलाबाद में आदिवासी आंदोलन को नई दिशा देने वाले सिडम शम्बू को सगाजनों की अर्पित की श्रद्धांजलि
तेलंगाना। गोंडवाना समय।
तेलगांना आदिलाबाद में सबसे पहले आदिवासी आंदोलन को नई दिशा देने वाले ''सिडम शम्बू '' ''तुडूम धेब्बा'' नामक आंदोललन संघटन के प्रारंभ करने वाले आंदोलनकारी। तेलंगाना से आदिवासी समाज के हक अधिकारी के लिये संघर्ष करने वाले वीर यौद्धा के रूप में सिडम शम्बू की विशेष पहचान है।
आदिवासी के साथ होने वाले अन्याय के खिलाफ करते थे आवाज बुलंद
आदिवासी समाज के परंपरागत अधिकारों के साथ आदिवासी के साथ होने वाले अन्याय, अत्याचार के खिलाफ मुखर आवाज उठाते हुये उन्होंने आदिवासी कानूनों का बचाव करो की आवाज बुलंद किया। इतना ही नहीं उन्होंने सारे गोंड़ समाज को एकत्र कर जल, जमीन, जंगल को हासिल करो यह संदेश दिया। सिडम शम्बू की तीसरी वर्षी पर सभा आदिवासी सगाजनों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस कार्य क्रम में तुडुम धेब्बा महिला अध्यक्ष पेंदुर पुष्परानी ने भाग लिया और सिडम शम्बू की सेवा कार्यों न को स्मरण किया और उनके द्वारा आदिवासी समाज के लिये कार्यों व उनके बताये गये मार्गों पर चल कर आदिवासी युवा समाज अपने हक लड़ाई लड़ने के लिये शपथ ले ये संदेश दिया।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में आदिलाबाद जिला अध्यक्ष घोड़ाम गणेश, जिला महासचिव पुरका बापुराव, सीदम शंभू पुत्र, लच्छू पटेल जिला अध्यक्ष राव सिडम उपाध्यक्ष, सचिव वेट्टी मनोज, अर्का शेषरा, मरापा बारात मंडल के अध्यक्ष कोटनाक बारिक राव नेता से डॉ माकी आनंद राव, शंभू, कु डॉमेता प्रकाश, दूर्वा प्रशांत, कुमरा विनायक राव, मेसराम दिनेश आदि समाज सेवको शामिल हुये और सिडम शम्बू को श्रंदाजली समर्पित की।