जॉब में रहकर हत्या बलात्कार पर बोल नही सकते क्या ?
जोबट/अलिराजपुर। गोंडवाना समय।
जोबट में सामजिक कार्यक्रम के दौरान कु. रेखा निनामा ने अपनी बात रखते हुये शासकीय अधिकारी कर्मचारी के संबंध में महत्वपूर्ण प्रश्न किये। जयस समाज के हर बेटों को अकेला नही छोड़ता है। समाज के समर्पित बेटों के साथ आटोमेटिक कारवे खड़े हो जाते है। देश के तथाकथित संगठनो से जुड़े कर्मचारी और अधिकारी हजारो की संख्या में मिल जाएंगे, नही तो आप सर्वे कर सकते हो, आदिवासी समाज के सामाजिक वैचारिक संगठनों से जुड़े कर्मचारियों और अधिकारियों को क्यों डराया जाता है? समाज के पढे लिखे जॉब वाले बेटों को समाज के रूढ़िवादी ज्ञान से दूर रखने का षड्यंत्र तो नही है? समाज और देश हित के लिये जहाँ गलत होता है, तो हर व्यक्ति को बोलने में क्या हर्ज है?
जॉब में रहकर पर्यावरण बचाने की बात करना गलत है क्या? जॉब में रहकर संविधान की बात करना गलत है क्या ? जॉब में रहकर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के फेसलो की बात करना गलत है क्या ? जॉब में रहकर शोषण अत्याचार लूट को रोकने की बात करना गलत है क्या? जॉब में रहकर मजदूर किसान महिलाओं, बच्चों की बात करना गलत है क्या? खुद के समाज का वजूद को कोई मिटा रहा है तो जॉब वाले को चुप रहना चाहिये क्या? जॉब में रहकर हत्या बलात्कार पर बोल नही सकते क्या ? जॉब में रहकर देश के सिस्टम में कही गलत हो रहा है तो चुप रहना चाहिये क्या? जॉब में रहकर खुद के समाज का इतिहास, संस्कृति एवं पुरखा व्यवस्थाओं की बात करना गलत है क्या ? जॉब में रहकर देशहित में सच को आवाज देना गलत है क्या ? अगर उपरोक्त बाते सही है तो छूट भय्या नेताओ के कहने पर कर्मचारियों और अधिकारियों को क्यों निशाना बनाया जाता है ? अलीराजपुर का बेटा नितेश अलावा जी ने भी समाज और देश हित की बाते कही है। तो गलत क्या ? जिस देश की जनता और शासकीय कर्मचारी-अधिकारी सही-गलत के सामने आंखों पर पट्टी बांध लेंगे, तो समझो देश गर्त की ओर जा रहा है। नितेश अलावा के ड्यूटी कार्य के प्रति कोई शिकायत नही है, चेतावनी नोटिस दिए बिना ही निलंबन का आदेश आ जाता है, इसका मतलब साफ है। जोबट के प्रशासनिक पद पर बैठे जिम्मेदार अधिकारी अपने पद की गरिमा नही रख पा रहे है। यहाँ पर बदले की भावना भी हो सकती है।