बण्डोल थाना क्षेत्र में न्यायालय के आदेश के बाद भी बेधड़क कर रहे निर्माण कार्य
सिवनी। गोंडवाना समय।
जहां बीते दिनों धूमा थाना अंतर्गत राजस्व पुलिस विभाग के द्वारा स्थगन के आदेश के बाद भी निर्माण कार्य किये जाने को लेकर राजस्व व पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त कार्यवाही की जाकर स्थगन आदेश के बाद निर्माण कार्य करने पर निर्माण कार्य को तोड़ दिया गया था।
वहीं दूसरी ओर सिवनी जिला मुख्यालय तहसील सिवनी व बण्डोल पुलिस थाना अंतर्गत ग्राम छिंदग्वार में माननीय न्यायालय द्वारा स्थगन आदेश दिये जाने के बाद भी बेधड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है। हालांकि पीड़ित पक्ष के द्वारा स्थगन आदेश की जानकारी व शिकायत पुलिस अधीक्षक सिवनी व बण्डोल थाना सहित राजस्व के अधिकारियों को दिया गया है लेकिन माननीय न्यायायल क आदेश की अवमानना करते हुये मकान निर्माण का कार्य बेधड़क जारी है।
आधे निर्माण कार्य पर दिया था माननीय न्यायालय ने स्थगन आदेश
नर्मदा प्रसाद डेहरिया ग्राम छिंग्वार पुलिस थाना बण्डोल, तहसील सिवनी के द्वारा मकान निर्माण को लेकर आपत्ति दर्ज कराते हुये आवेदक रूप में मकान निर्माण कार्य रूकवाने हेतु माननीय न्यायाधीश श्रीमती कमला उईके द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 सिवनी मध्य प्रदेश के माननीय न्यायालय में आवेदक रूप में प्रकरण पेश किया था। जिसमें माननीय न्यायालय द्वारा 15 जुलाई 2021 को स्थगन आदेश जारी करते हुये प.ह.नं. 6, रा.नि.म. बण्डोल तहसील व जिला सिवनी स्थित खसरा नंबर 260 (एस) रकबा 0.04 है पर कोई निर्माण कार्य न करें तथा मौके पर यथास्थिति कायम रखें। माननीय न्यायालय के आदेश की अवमानना करते हुये अनावेदकगणों के द्वारा बेधड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है। जबकि जब माननीय न्यायालय में स्थगन आदेश जारी किया था उस समय मकान निर्माण का कार्य आधा ही हो पाया था लेकिन वर्तमान की स्थिति में लेंटर ढालने के लिये लोहा कसाई, काम पूर्ण होते दिखाई दे रहा है। इसके साथ लेंटर ढालने के लिये मिक्चर मशीन से लेकर सारी तैयारी भी जारी है।
प्रशासन से निर्माण कार्य रूकवाने की मांग
आवेदक नर्मदा प्रसाद डेहरिया ने पुलिस अधीक्षक को भी शिकायत दिया है। वहीं मौके पर न्यायालय के आदेश होने के बाद बण्डोल पुलिस भी निर्माण कार्य को रूकवाने हेतु पहुंची थी लेकिन इसके बाद भी अनावेदकगणों के द्वारा निर्माण कार्य नहीं रोका जा रहा है। आवेदक नर्मदा प्रसाद डेहरिया ने जानकारी देते हुये बताया कि अनावेदकगण माननीय न्यायालय के आदेश को नहीं मान रहे है। इसके साथ मुझे भी मारने पीटने व जान से मारने की धमकी दे रहे है। नर्मदा प्रसाद डेहरिया ने पुलिस प्रशासन, राजस्व विभाग व प्रशासन से मांग किया है कि माननीय न्यायालय के आदेश के तहत अनावेदकगणों का निर्माण कार्य रूकवाया जाये।