चिखली नाला से रात के अंधेरे में रेत निकालकर कारोबार कर रहे खनिज माफिया
चिखली बना रेत माफियाओं का अड्डा, आखिर किसके संरक्षण में चिखली से रेत निकाल रहे माफिया
सिवनी/उगली। गोंडवाना समय।
जिला सिवनी के अंतर्गत उपतहसील उगली के ग्राम चिखली में अवैधानिक तरीके से रेत उत्खनन का कार्य किया जा रहा है। उगली, खामी व बैनगंगा नदी चांगोटोला जाने वाले रोड पर रात भर ट्रकों एवं ट्रैक्टरों की आवाज गूंजती है। पिछले दिनों मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आदेश निर्देश देते हुए माफियाओं को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था सुन लो रे माफियाओं प्रदेश छोड़ देना नहीं तो 10 फीट जमीन के नीचे गाड़ दूंगा पता भी नहीं चलेगा लेकिन रेत माफिया मुख्यमंत्री के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए नजर आ रहे हैं।
रेत चोरी करने का लाइसेंस
वही रेत माफियाओं के हौंसलों को देख कर ऐसा लग रहा है कि शासन-प्रशासन रेत माफियाओं की संरक्षक बनकर भूमिका निभा रही है तभी तो रेत माफियाओं पर कार्यवाही नहीं हो रही है। खनन माफियाओं के द्वारा रेत निकालने के खेल को देखकर ऐसा लग रहा है कि जैसे उगली क्षेत्र के स्थानीय राजस्व व अन्य प्रशासन ने भी माफियाओं को रेत चोरी करने का लाइसेंस दे रखी है। वहीं खनिज विभाग के आला अधिकारी और अन्य मातहत कर्मचारियों ने अपने हाथ बांधकर खनिज माफियाओं को खुला छोड़ दिया है।
मुख्यमंत्री के आदेशो का नहीं हो रहा है पालन
रेत माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि रात में रेत चोरी कर रातों-रात घर में डम करके कुछ दिनों बाद उसे बाजार में बेच दे रहे हैं। वही कानून व प्रशासनिक मीटिंग में अफसरों को माफियाओं पर सख्त कार्यवाई के निर्देश देते हैं लेकिन जनपद पंचायत केवलारी की उप तहसील उगली से लगभग 3 किलोमीटर दूर ग्राम चिखली में देखकर ऐसा लग रहा है कि जैसे मुख्यमंत्री के आदेशों का रेत माफियाओं पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। या यह कह सकते हैं कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को रेत माफिया स्थानीय प्रशासन के संरक्षण में चुनौती दे रहे हैं।