दवाखाना पर एसडीएम ने लगाया ताला, पति-पत्नि चिकित्सक बन कर रहे थे उपचार
लीलाटोला के निजी चिकित्सक दपंति पर एसडीएम ने किया कार्यवाही
जिला स्वास्थ्य विभाग व स्थानीय प्रशासन के संरक्षण में कर रहे नियम विरूद्ध उपचार
बृजेन्द्र सोनवानी
अनूपपुर/पुष्पराजगढ। गोंडवाना समय।
तहसील पुष्पराजगढ़ अन्तर्गत आने वाली ग्राम पंचायत लीलाटोला में बंगाली डॉक्टर के नाम पर प्राइवेट क्लीनिक संचालित है। प्राइवेट डिस्पेंसरी में ईलाज कराने लोग भारी संख्या में पहुंच रहे थे, उक्त क्लीनिक पर सोशल डिस्टेंनसिंग का पालन डिस्पेंसरी संचालक मिलन चंद विश्वास के द्वारा नहीं कराया जा रहा और न ही क्लीनिक संचालित करने के लिये दस्तावेज उक्त संचालक के पास मौजूद रहे।
वैध दस्तावेज नहीं दिखा पाये दवाखाना संचालक
इस बात की जानकारी कोरोना वालेंटियर चंद्रिका प्रसाद के द्वारा पुष्पराजगढ़ एसडीएम अभिषेक चौधरी को दी गई। जिसकी जांच 23 अप्रेल की शाम 4 बजे के आसपास एसडीएम अभिषेक चौधरी, तहसीलदार टीआर नाग व नायब तहसीलदार शेषांक शेन्दे लीलाटोला ग्राम पहुंचे। जहां पर चिकित्सा संचालन के संबंध दस्तावेज की मांग करने पर संचालक द्वारा उचित दस्तावेज नहीं दिखाए गए तो वहीं दर्जनों की संख्या में भीड़ इलाज के लिए जुटी दिखाई दी, जबकि अनूपपुर जिला में बढ़ते कोरोना के मामले के लिए 3 मई तक जिला कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर द्वारा लाकडाउन लगा रखा है। उपयुक्त कारणों से जांच में गई टीम ने क्लीनिक को सील कर दिया।