दांडी यात्रा ने अंग्रेजों हुकुमत के घमंड को चूर-चूर किया था-डॉ के.के.चतुवेर्दी
निबंध व भाषण में छात्राओं ने रखे अपने विचार
सिवनी। गोंडवाना समय।
महात्मा गांधी की दांडी यात्री आजादी के आंदोलन में एक ऐसा मील का पत्थर था, जिसने अंग्रेजों की न्यू हिला दी क्योंकि अंग्रेजों को इस बात का घमंड था कि उनके द्वारा ही नमक बनाया जा सकता है लेकिन दांडी यात्रा के द्वारा गांधी जी ने उनके इस घमंड को चूर-चूर कर दिया और अनेक आंदोलन किये।
उन्होंने सारे विश्व को यह बात का संदेश दिया कि जो लड़ाई हथियारों से नही लड़ी जाती वह लड़ाई अंहिसा के बल पर लड़ी जा सकती है।
निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
उक्त उद्गार डीपीसी महाविद्यालय में आयोजित निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता के अवसर पर महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ.के.के. चतुवेर्दी ने व्यक्त किये। इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन अनिता सिंह ने किया। आयोजन में तर्कपूर्वक अपनी बात रखते हुए कृतांजली मिश्रा, अनामिका बघेल, सुमन अवधिया, सौरभ अवधिया, अपूर्वा अवधिया ने भी अपने विचार रखे। आजादी के अमृत महोत्सव पर प्रकाश डाला। इस आयोजन में संगीता जैन, श्वेता गौर, बबीता गौतम, नारायणी तिवारी, मालविका तलवरे, स्मृति तिवारी, भुवन पंचेश्वर, यीतेश नामदेव, नंदकिशोर चौरसिया, निवेद शर्मा, टीसी सनोडिया सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहे।