इंग्लैण्ड के नागरिकों की भांति हमारे चिंतन और व्यवहार में राष्ट्र प्रथम स्थान पर होना चाहिए
संघ समाज की स्वाभाविक शक्ति का करना चाहता है विकास
यशस्वी भारत पुस्तक का हुआ विमोचन
सिवनी। गोंडवाना समय।
प्रत्येक मनुष्य के भीतर एक स्वाभाविक शक्ति होती है, जिसे हम इम्यूनिटी कहते हैं। इसके द्वारा मनुष्य अपने ऊपर होने वाले आक्रमणों से स्वयं को सुरक्षित रखते हुए स्वस्थ तथा तंदुरुस्त रहता है, अपना विकास करता है।
इसी प्रकार समाज के भीतर भी एक अपनी स्वाभाविक शक्ति होती है। संघ समाज की इसी स्वाभाविक शक्ति का विकास करना चाहता है ताकि समाज स्वस्फूर्त रूप से अपनी समस्याओं का समाधान अपनी अंतर्निहित शक्तियों के माध्यम से कर सके।
संघ एक पावर हाउस है
उपरोक्त आशय के विचार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह विभाग संघचालक श्रीरंग देवरस द्वारा यशस्वी भारत पुस्तक के विमोचन अवसर पर व्यक्त किए गए। उन्होंने इंग्लैंड का उदाहरण देकर बताया कि किस प्रकार वहां प्रत्येक नागरिक अपने कार्यों में राष्ट्र चिंतन को सबसे आगे रखते हैं तभी तो क्लाइव लायड जैसे नकारा व्यक्ति भी भारत में ब्रिटेन की सत्ता स्थापित करने में सफल हो जाता है। इसलिए चाहे हम किसी भी कार्य में लगे हो हमारे चिंतन और व्यवहार में राष्ट्र प्रथम स्थान पर होना चाहिए। संघ एक पावर हाउस है। इसके माध्यम से ऐसे व्यक्तियों की शक्ति का निर्माण होता है जो सामाजिक जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सेवा, समर्पण एवं अपनत्व भाव से कार्य करते हैं।
286 पृष्ठों वाली पुस्तक में 17 अध्याय है
सिवनी नगर के संघ चालक श्री संदीप गुप्ता द्वारा विमोचित यशस्वी भारत पुस्तक की समीक्षा प्रस्तुत की गई। उन्होंने बताया कि यशस्वी भारत पुस्तक में संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत द्वारा विभिन्न अवसरों पर दिए गए भाषणों का संग्रह किया गया है। यशस्वी भारत 286 पृष्ठों वाली इस पुस्तक में कुल 17 अध्याय हैं। इसकी प्रस्तावना संघ के प्रथम प्रवक्ता श्री माधव गोविंद वैद्य द्वारा लिखी गई है।
यशस्वी भारत पुस्तक में लोगों के प्रश्न व भ्रम का है समाधान
समाज आज संघ को जानने के लिए उत्सुक है। लोगों के मन में अनेक तरह के प्रश्न एवं भ्रम हो सकते हैं। विमोचित पुस्तक इन्हीं सब बातों का समाधान प्रस्तुत करती है। संघ के संपर्क विभाग द्वारा आयोजित पुस्तक विमोचन के इस गरिमामय कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती अनीता पटेल प्राचार्य शासकीय कन्या महाविद्यालय सिवनी द्वारा की गई। मुख्य अतिथि के रूप में श्री एन डी पटले सेवानिवृत्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश उपस्थित रहे। कोविड-19 के प्रतिबंधों का ध्यान रखते हुए कार्यक्रम में प्रबुद्ध नागरिक, साहित्यकार, समाज सेवी, शिक्षाविद, कृषिविद, पत्रकार, व्यापारी एवं गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।