शिवराज में अंतिम पंक्ति के व्यक्ति अजय कर्वेती के परिवार को है पी एम आवास का इंतजार
वर्षाकाल में हुआ क्षतिग्रस्त मकान, दे रहा बड़ी दुघर्टना को न्यौता
बादलपार ग्राम में प्रशासन कर रहा बड़े हादसे का इंतजार
सिवनी/कुरई। गोंडवाना समय।
समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को सर्वप्रथम लाभ पहुंचाना ही केंद्र व मध्य प्रदेश की सरकार का लक्ष्य है। वह इसलिये कि भाजपा के पितृपुस्ष पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के यही सिद्धांत के आधार पर संगठन सत्ता तक पहुंच गया है।
जिस सिद्धांतों के आधार पर भाजपा केंद्र, मध्य प्रदेश व देश के कई राज्यों तक सत्ता संभाल रही है उन सिद्धांतों का पालन धरातल में कितना भाजपा के द्वारा किया जा रहा है इसका भौतिक सत्यापन न तो संगठन कर रहा है और न सत्ता कर रही है।
सरकारी मिशनरी अर्थात अधिकारियों के मुताबिक सत्ता चलाई जा रही है यही कारण है कि धरातल पर पं दीन दयाल जी के सिद्धांतों व उद्देश्यो ंका लाभ पाने के लिये समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तरस रहे है। ऐसी स्थिति जनजाति बाहुल्य ब्लॉक कुरई के ग्राम बादलपार के अजय कर्वेती के साथ हुई है जिन्होंने अपनी पीढ़ा, समस्या व दर्द को सोशल मीडिया के साथ सहयोग के लिये गुहार लगाते हुये वायरल किया है।
सबको जताया-बताया नहीं है कोई सुनने को तैयार
हम आपको बता दे कि श्रमवीर अजय कवेर्ती ग्राम बदलपार कुरई सिवनी में दिहाड़ी के रूप में श्रम का कार्य कर अपना घर परिवार चलाते है। अजय कर्वेती का घर जर्जर स्थिति में है कभी भी ढह सकता है और वहां पर निवास करना उनके परिजनों के लिये जानलेवा खतरा से कम नहीं है लेकिन मजबूरी में उन्हें वहीं अपना पारिवारिक गुजर-बसर करना पड़ रहा है। इस संबंध में अजय कर्वेती के द्वारा पंचायत लेकर क्षेत्रिय विधायक को आवास योजनांगर्त लाभ के लिये समस्या से अवगत करया गया है इसके बाद भी उन्हें आवास योजनन्तर्गत अभी तक लाभ नहीं मिला है।
मुख्य सड़क पर है घर पर किसी नहीं है नजर
अजय कर्वेती का कच्चा मकान जो अत्याधिक वर्षा के दौरान आधा गिर गया था और आधा गिरने की कगार पर है। सबसे बड़ी बात यह है कि अजय कर्वेती का मकान मुख्य सड़क मार्ग से लगा हुआ है जहां से अपने विभागीय कार्योँ के द्वारा स्थानीय व जिला प्रशासन के अधिकारी घर के सामने से ही गुजरते है। इस संबंध में उन्हें स्थाीनय, जिला प्रशासन व क्षेत्रिय जनप्रतिनिधियों को भी अवगत कराया है लेकिन किसी की नजर जीवन के लिये खतरा बना जर्जर मकान पर नहीं पड़ रही है।