बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगता में शैलेन्द्र उईके और राजकुमार उईके ने गोल्ड तो याशीन शाह ने जीता सिल्वर मेडल
बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगता में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीतकर किया जिला का नाम रोशन
अनिल उईके जिला संवाददाता
छिंदवाड़ा गोंडवाना समय।
उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में आयोजित ओपन नेशनल बॉडी बिल्डिंग स्पोर्ट्स फिजिक चैमपियनशि में छिंदवाड़ा जिले के खिलाड़ियों ने भाग लेकर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर गोल्ड और सिल्वर मेडल जीतकर जिले का नाम रौशन किया है।
राज्य बॉडी बिल्डिंग एसोसिएशन अध्यक्ष रविकांत अहिरवार ने बताया कि प्रयागराज में विगत दिनों 20 से 21 मार्च को प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इस प्रतियोगिता में पूरे देश से अलग-अलग राज्यों से लगभग ढाई सौ खिलाड़ी ने भाग लिया, जिसमें छिंदवाड़ा जिले से शैलेंद्र उईके,राजकुमार उईके, याशीन शाह, खुशाल बनवारी आदि शामिल हुए।
सभी खिलाड़ियों ने अपने-अपने ग्रुप में बेहतर प्रदर्शन किया और मेडल जीतने में सफलता हासिल की, जिसमें जिले के चैंपियन शैलेंद्र उईके ने 65 किलोग्राम वजन वर्ग में और राजकुमार उईके ने 80 किलोग्राम वजन वर्ग में गोल्ड मेडल जीता वही यासीन शाह ने 85 किलोग्राम वजन वर्ग में सिल्वर मेडल जीतकर जिले का नाम रोशन किया है।
भोपाल के खिलाड़ी प्रमोद भाटी ने 70 किग्रा वजन वर्ग में गोल्ड एवं इसी वजन वर्ग में मुरैना के खिलाड़ी ने सिल्वर मेडल जीता। खिलाड़ी की उलब्धियां पर डीएसओ रामराव नागले, टीआई प्रदीप वाल्मीकि, वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव मो.शफीक खान, जिला बॉडी बिल्डिंग एवं फिजिक स्पोर्ट्स एसोसिएसन अध्यक्ष उज्जवल सिंह चौहान, सचिव विक्रांत अहिरवार सहित अन्य लोगों ने हर्ष व्यक्त किया है।
एसआई बनना चाहते हैं बॉडी बिल्डर राजकुमार उईके
छिंदवाड़ा जिला के छोटे से गांव सुरी रामगढ़ी में जन्मे राजकुमार उईके एक निम्न परिवार से ताल्लुक रखते हैं, उनकी प्रारम्भिक शिक्षा पहली से आठवीं तक गावं के ही शासकीय शाला रामगढ़ी में हुई, उसके बाद उन्होंने उत्कृष्ट विद्यालय छिंदवाड़ा से विज्ञान विषय से 12 वी कक्षा उत्तीर्ण कर पीजी कॉलेज छिंदवाडा में प्रवेश लिया। यहां से उन्होंने वर्ष 2018 में स्नातक बीएससी बायों साइंस से उत्तीर्ण किया, उसके बाद वर्तमान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई हिंदी साहित्य विषय से एम ए कर रहे है। इसके साथ ही मॉर्निंग के समय जिम ट्रेनर की भूमिका भी निभा कर अपना खर्च चला रहे है और बॉडी बिल्डिंग के क्षेत्र में कैरियर बनाने युवाओं को मोटिवेट भी करते है।
शैलेन्द्र उईके ने कई खिताब किये अपने नाम
बॉडी बिल्डर शैलेंद्र उईके छिंदवाड़ा के ढ़ीमराढाना में रहते है वह भी एक छोटे परिवार से आते है उन्होंने 9 वी कक्षा तक पढ़ाई की है पिता कि आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि वह आगे की पढ़ाई निरंतर जारी रख सके। आर्थिक कमजोरी और पारिवारिक जिम्मेदारी ने उन्हें पढ़ाई छोड़ने को मजबूर कर दिया, इसके बाद वह वर्तमान में हम्माली (हम्माल) कर परिवार चला रहे है।
इसके साथ ही छिंदवाडा के जागीरदार कांप्लेक्स में स्थित एक निजी जिम वर्ल्ड वाइड जिम में 3 से 4 वर्षों से तैयारी करते है, यही से उनको बॉडी बिल्डर बनने की प्रेरणा जिम ट्रेनर विक्रांत अहिरवार सर से मिली है और उन्होंने तब से अब तक कई खिताब अपने नाम किया है।
रानी दुर्गा विश्वविद्यालय के लिए एक मात्र खिलाड़ी के रूप में हुआ
बॉडी बिल्डर राजकुमार उईके ने गोंडवाना समय से चर्चा में बताया की एसआई बनने का लक्ष्य बनाकर तैयारी करने जब वे ओलंपिक स्टेडियम में स्थित ग्राउंड पर रनिंग करते थे तब उनकी मुलाकात रिंकू रघुवंशी से हुई उन्होंने जिम ज्वाइन करने को कहा तो उनकी प्रेरणा से वर्ष 2017 में उन्होंने सर्वोत्तम क्लब जिम ज्वाइन कर लिया, उसी साल नगर निगम खेल महोत्सव का आयोजन छिंदवाड़ा में हुआ था, उसमे भी बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगता में भाग लेने का पहला मौका मिला, जिसमें उनका तीसरा स्थान प्राप्त हुआ था।
इसके बाद पहली बार सागर में आयोजित प्रतियोगिता में पार्टिसिपेट किया, उसमे भी उनको सफलता नहीं मिली, इसके बाद उनका चयन रानी दुर्गा विश्वविद्यालय के लिए एक मात्र खिलाड़ी के रूप में हुआ जहां से उनको कालीकट आॅल इंडिया लेबल पर हिस्सा लेने का मौका मिला यहां पर भी उनको सफलता नहीं मिली क्योंकि उनके पास अच्छे कोच और ज्यादा अनुभव नहीं था।
मिस्टर छिंदवाडा का खिताब जीता
इसके बाद उनकी मुलाकात रविकांत अहिरवार सर हुई उन्होंने जागीरदार कांप्लेक्स पर स्थित वर्ल्ड वाइड जिम ज्वाइन करने को कहा और मार्गदर्शन करते हुए राजकुमार उईके को बॉडी बिल्डिंग के क्षेत्र में कैरियर बनाने को कहा तो उनकी प्रेरणा से उन्होंने बॉडी बिल्डिंग की तैयारी शुरूआत कि और जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगता में जैसे बॉडी बिल्डिंग,पॉवर लिफ्टिंग, वेट लिफ्टिंग, मेंस फिजिक आदि में भाग लेकर उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अनेकों खिताब अपने नाम किया है
जिसमें उन्होंने जिला स्तरीय वेट लिफ्टिंग चैंपियनशिप में लगातार तीसरी बार चैंपियन आॅफ चैंपियन का खिताब पर कब्जा कर गोल्ड मेडल जीता इतना ही नहीं उन्होंने वर्ष 2019 में मिस्टर छिंदवाडा का खिताब जीता, पांढुर्णा में आयोजित मिस्टर छिंदवाड़ा वर्ष 2021 का खिताब 75 किग्रा वजन वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त कर बॉडी बिल्डिंग में शैलेंद्र उईके ने जीता वही मेंस फिजिक में चैंपियन का खिताब राजकुमार उईके ने अपने नाम किया था।
वर्ष 2020-21 में राजकुमार उईके ने जिला वेटलिफ्टिंग में वेस्ट लिफ्टर आॅफ द ईयर का खिताब जीता। 23 फरवरी 2020 में उत्तर प्रदेश के बनारस में आयोजित राष्ट्रस्तरीय प्रतियोगता मिस्टर इंडिया बॉडी बिल्डिंग चैंपियन शिप में पार्टिसिपेट कर राजकुमार को 80 किग्रा वजन वर्ग में दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा था। वहीं 75 किग्रा वजन वर्ग में शैलेंद्र उईके को भी दूसरा स्थान प्राप्त हुआ था और हॉल ही में इन्होंने उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में आयोजित प्रतियोगता गोल्ड मेडल जीतकर जिले का नाम गौरवान्वित किया है।
बॉडी बिल्डिंग से शरीर स्वस्थ रहता हैं
बॉडी बिल्डिंग से शरीर स्वस्थ रहता हैं और रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है लोगों को बुरी आदतों से छुटकारा मिलता है इसके लिए जिम में खूब पसीना बहाना पढ़ता है और खान पान पर विशेष ध्यान रखना पढ़ता है युवाओं को अगर किसी भी खेल के प्रति लगन हो तो कोई भी खेल आसान हो जाता है उसके लिए महेनत और लगन की जरूरत होती है