कॉमन सर्विस सेंटर से ग्रामीणों को मिल रही सुविधाएं तो युवाओं को मिलेगा रोजगार
अब नहीं लगाने पड़ते सरकारी दफ्तरों के चक्कर
दफ्तरों पर होने वाली घूसखोरी पर भी लगी रोक
अजय नागेश्वर संवाददाता
उगली। गोंडवाना समय।
गांवों और दूर-दराज इलाकों में कॉमन सर्विस सेंटर मौजूद हैं। जहां ग्रामीणों को इंटरनेट पर सुविधाएं और युवाओं को रोजगार मिल रहा है। सरकारी दफ्तर का कोई काम हो तो वो भी घर बैठे हो रहा है। कॉमन सर्विस सेंटर जहां पर आम लोग आॅनलाइन मिलने वाली सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं। फिर चाहे वो आॅनलाइन टिकट बुक कराना हो, नौकरी का फार्म भरना या फिर आधार कार्ड जैसे जरूरी डॉक्यूमेंट के लिए अप्लाई करना। ग्रामीणों को अब सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते, वही कॉमन सर्विस सेंटर खोलने वाले युवाओं को गांव में ही अच्छा रोजगार मिल रहा है।
क्या है कॉमन सर्विस सेंटर
डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत भारत का हर व्यक्ति इंटरनेट के माध्यम से मिल रही सुविधाओं का लाभ ले सके इसके लिए सरकार के द्वारा हर ग्राम पंचायत में कॉमन सर्विस सेंटर खोले गए हैं। राशन कार्ड,जमीन के कागजात, आधार कार्ड जैसे कई बुनियादी डॉक्यूमेंट बनाने के लिए आम आदमी को तहसीलों के चक्कर काटने पड़ते थे, लेकिन अब कॉमन सर्विस सेंटर खुल जाने से सभी काम अपने ही गांव में हो रहे हैं। वही आप सरकारी योजनाओं से जुड़े फार्म, नौकरी के फॉर्म भी आॅनलाइन भर सकते हैं। ग्राम पंचायत में केवल स्थानीय व्यक्ति को ही कॉमन सर्विस सेंटर खोलने की अनुमति दी जाती है। जिससे उसे गांव में ही रोजगार मिल जाता है।
कॉमन सर्विस सेंटर का उद्देश्य
कॉमन सर्विस सेंटर खोलने का उद्देश्य देश के हर व्यक्ति तक सुविधाओं का फायदा पहुंचाना है। वहीं इससे ग्रामीण इलाकों में रोजगार भी पैदा हो रहा है। इससे डिजिटल इंडिया के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम को भी बल मिल रहा है।
ग्रामीण इलाकों में रोजगार का विकल्प है कॉमन सर्विस सेंटर
तहसील केवलारी के अंतर्गत ग्राम खामी के रहने वाले श्री सोमेश तुरकर से गोंडवाना संवाददाता ने बातचीत की तो उन्होंने बताया रोजगार का विकल्प बन गई है कॉमन सर्विस सेंटर। कॉमन सर्विस सेंटर पर आप सरकारी और गैर सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकते हैं।सभी प्रकार के जॉब के फार्म पैन कार्ड इत्यादि कार्य किया जाता है। वही 2019 में गांव-गांव कैम्प लगाकर आयुष्मान कार्ड भी बनाया गया हैं।
छात्रों की सुविधा के लिए बनाया खुद का वेबसाईट
हम आपको बता दें ग्राम खामी के रहने वाले सोमेश तुरकर ने आम लोगों की सुविधा के लिए बनाया खुद का वेबसाईट वहीं इस वेबसाईट में परीक्षा फार्म भरने से लेकर और भी अन्य जानकारी मिल रही है। सोमेश तुरकर ने बताया दूर-दराज में रह रहे लोगों तक कई बार जानकारी के अभाव के कारण परीक्षा फॉर्म भरने से वंचित रह जाते हैं उन लोगों को व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जानकारी देने का काम भी कर रहे हैं। ताकि कोई भी बच्चे का भविष्य बर्बाद ना हो।
गांव निसंदेह बदल रहे हैं
गोंडवाना समय की हमेशा से ये कोशिश रही है कि हम आपको ऐसे लोगों से मिलाए जो अपने ही गांव में रहके बड़े-बडेÞ काम कर रहे हैं। ऐसे काम जिनसे उनकी जिंदगी तो बदल ही रही है साथ में हजारों लोगों की जिंदगियां भी बदल रही है।