राजस्व निरीक्षकों में शासन के प्रति असंतोष एवं रोष व्याप्त
राजस्व निरीक्षक संघ ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
सिवनी। गोंडवाना समय।
मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा मध्य प्रदेश के राजस्व निरीक्षक पद को ड्राईग कैडर घोषित करने की तैयारी में लगी हुई है और आयुक्त भू अभिलेख द्वारा कार्यरत राजस्व निरीक्षकों को नगर सर्वेक्षक बनाए जाने का प्रस्ताव किया जा चुका है।
वर्तमान में जो राजस्व निरीक्षक अपने कार्यों में कार्यरत है वे जैसे-जैसे अपने पद से सेवानिवृत्त होते जाएंगे ठीक वैसे-वैसे ही सरकार की मंशा के अनुसार राजस्व निरीक्षक का पद समाप्त कर दिया जावेगा और सरकार अब कोई नई भर्ती भी राजस्व निरीक्षक के पद पर नहीं करने वाली है।
नायब तहसीलदार पद पर समायोजित किए जाने की मांग
इसी चिंता को देखते हुए और सरकार के प्रस्ताव में राजस्व निरीक्षक के संवर्ग के पदोन्नति के संबंध में भी कोई स्पष्टता नहीं होने के कारण राजस्व निरीक्षकों के भविष्य को संकट में देखते हुए मध्य प्रदेश के तमाम राजस्व निरीक्षकों में शासन के प्रति असंतोष एवं रोष व्याप्त है। इसके साथ ही राजस्व निरीक्षक संवर्ग में निराशाजनक का वातावरण उत्पन्न होने के कारण राजस्व निरीक्षक संघ द्वारा अपनी मांगों को लेकर मध्य प्रदेश के समस्त जिलों में जिले के कलेक्टर को ज्ञापन के माध्यम से मध्य प्रदेश सरकार को सचेत करते हुए अपनी मांगों में नायब तहसीलदार पद पर समायोजित किए जाने की मांग को लेकर सिवनी जिले के तमाम राजस्व निरीक्षकों ने भी जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन सौंपते समय ये रहे मौजूद
ज्ञापन सौंपते समय उपस्थित राजस्व निरीक्षकों में अध्यक्ष श्री राकेश दीक्षित, श्री राजीव नेमा, श्री कन्हैयालाल शिवहरे, श्री रमाकांत चौकसे, श्री जयपाल शाह उइके, श्री सुरेश साहू, श्री रूप सिंह बिसेन, श्री सोमेंद्र बिसेन, श्री रौनक सिंह लाखा, निशा परते, शिवानी याठे, श्री नेतराम रंहगडाले, श्री सुरेश सनोडिया, श्री हिम्मत सिंह सनोडिया, श्री राहुल मुड़िया, श्री धीरेंद्र सिंह गुमास्ता, श्री नरेंद्र गनवीर, श्री पुष्पेंद्र पांडे, श्री शिवदास उईके, श्री देव शरण नेताम के साथ-साथ अन्य राजस्व निरीक्षकों ने मिलकर मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।