शिक्षक दयाराम सूर्यवंशी को बचाने, आदिवासी शिकायतकर्ता से अजाक थाना प्रभारी गोदावरी नायक ने लिये 15 हजार रूपये
अजाक थाना में सबको बांटना पड़ता है यह कहकर आदिवासी शिकायतकर्ता से लिये 15 हजार रूपये
शिकायतकर्ता ने कहा 1 हजार पेट्रोल पानी का खर्चा भले ही रख ले लेकिन 14 हजार वापस लेने एसपी से लगाऊंगा गुहार
आदिवासी देवराम इनवाती से शिक्षक दयाराम सूर्यवंशी ने डंफर बेचने के नाम पर लिये 2 लाख रूपये नहीं कर रहे थे वापस
आदिवासी ने 2 लाख रूपये वापस दिलाने के मामले में कार्यवाही के लिये एसपी कलेक्टर को दी थी शिकायत
पुलिस अधीक्षक ने संज्ञान लेकर कार्यवही के दिये थे निर्देश
सिवनी। गोंडवाना समय।
आदिवासी देवी प्रसाद इनवाती से 21 नवंबर 2016 को शिक्षक दया राम सूर्यवंशी ने 2 लाख रुपए वाहन बेचने के नाम पर धोखाधड़ी करते हुये न तो वाहन दिया था और न ही 2 लाख रुपए वापस कर रहे थे।
वहीं आदिवासी देवी प्रसाद इनवाती 2 लाख रूपये वापस शिक्षक दयाराम सूर्यवंशी से मांगने के लिये संपर्क करते है तो उन्हेें वह धमकाते है उक्त संबंध में कार्यवाही कर 2 लाख रूपये वापस दिलाने के लिये फरवरी माह के प्रथम सप्ताह में पुलिस अधीक्षक सिवनी व कलेक्टर के साथ ही मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, श्री नरोत्तम मिश्रा गृह मंत्री, अनुसूचित जनजाति आयोग नई दिल्ली व भोपाल, पुलिस महानिदेश भोपाल व अनुसूचित जाति, जनजाति कल्याण थाना प्रभारी सिवनी को भी शिकायत दिया था।
जिसे दैनिक गोंडवाना समय द्वारा 6 फरवरी 2021 को प्रमुखता से समाचार भी प्रकाशित किया था। इस मामले में जहां पुलिस अधीक्षक श्रीमान कुमार प्रतीक ने त्वरित संज्ञाान लेकर कार्यवाही करने हेतु अजाक थाना प्रभारी को कार्यवाही करने के लिये निर्देशित किया था।
अजाक थाना प्रभारी ने इस मामले में कार्यवाही न करते हुये समझौता कराने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते हुये शिकायत कर्ता और प्रताड़ित करने वाले के बीच में समझौता करवा दिये जानकारी सूत्र बता रहे है। इसके एवज में शिकायतकर्ता देवी प्रसाद इनवाती से 15 हजार रूपये भी लिया है उक्त आरोप शिकायतकर्ता ने लगाया है।
मुख्यमंत्री व पुलिस अधीक्षक के निर्देशों से लाभ कमा रहे अधिकारी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने माफियाओं पर कार्यवाही करने के आदेश दिये है। वहीं सिवनी पुलिस अधीक्षक श्रीमान कुमार प्रतीक द्वारा पीड़ितों की शिकायत मिलने पर कार्यवाही के निर्देश दिये जा रहे है। इसका लाभ कार्यवाही करने वाले अधिकारी कमा रहे है। यही स्थिति आदिवासी देवी प्रसाद इनवाती के मामले में अजाक थाना प्रभारी गोदावरी नायक द्वारा किया गया है।
पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये थे उक्त मामले में अजाक थाना प्रभारी गोदावरी नायक द्वारा कार्यवाही न करते हुये समझौता करवा दिया गया है। इसके एवज में शिकायत कर्ता को कुछ रूपये भी दिलवाये जाने की चर्चा व्याप्त है उसी में से 15 हजार रूपये शिकायतकर्ता से अजाक थाना प्रभारी ने थाना में सबको बांटने के नाम पर ले लिया है।
आदिवासी शिकायतकर्ता ने कहा 14 हजार रूपये वापस लेने एस पी से करूंगा शिकायत
गोंडवाना समय समाचार पत्र को पीड़ित आदिवासी शिकायतकर्ता ने बताया कि अजाक थाना प्रभारी ने 15 हजार रूपये अजाक थाना में सबको वांटने के नाम पर ले लिया है। वहीं कार्यवाही करने की वजाय समझौता करवा दिया है। मैं पेट्रोल पानी के लिये 1 हजार रूपये देने को तैयार हूं लेकिन 14 हजार रूपये मुझे अजाक थाना प्रभारी गोदावरी नायक से वापस लेना है। इसके लिये मैं एसपी को आवेदन देकर वापस कराये जाने के लिये गुहार लगाऊंगा।
बारह लाख पच्चहतर हजार रुपए में तय हुआ था डंफर बेचने का सौदा
हम आपको बता दे कि आदिवासी देवी प्रसाद इनवाती से शिक्षक दयाराम सूर्यवंशी ने 2 लाख रूपये डम्फर वाहन जिसका कलर नीला सफेद तथा इसकी क्षमता 5759 सी सी है और डंफर वाहन का आरटीओर पंजीयन क्रमांक एमपी22जी2897 जिसका इंजन नंबर डीएसईजेड411991 तथा चेचिस नंबर एमबी1जी3डीवायसी4डीईएसएल7300 है। जो वाहन आरटीओ कार्यालय सिवनी में 18/11/2013 को पंजीकृत हुआ था।
डंफर वाहन क्रमांक एमपी22जी2897 को बेचने का सौदा शिक्षक दयाराम सूर्यवंशी के द्वारा 21 नवंबर 2016 दिन सोमवार को 12, 75, 000/- बारह लाख पच्चहतर हजार रुपए में तय हुआ था। शिक्षक दयाराम सूर्यवंशी के द्वारा नोटराईज स्टांप पेपर 21/11/2016 को लिखा पढ़ी की गई थी और 2 लाख रुपए का बैंक आफ महाराष्ट्र का चैक क्रमांक 259626 बयाना के रूप में शिक्षक दयाराम सूर्यवंशी को देवी प्रसाद इनवाती के द्वारा दिया गया था और शेष रकम फाईनेंस करवाकर देने की बात लिखा पढ़ी में हुई थी।
स्टांप पेपर में लिखा पढ़ी के बाद मुकर गये थे शिक्षक दयाराम सूर्यवंशी
वहीं स्टांप पेपर में लिखा पढ़ी करने के बाद शिक्षक दयाराम सूर्यवंशी मुकर गये थे और देवी प्रसाद इनवाती से कह दिया था कि अब मुझे डंफर नहीं बेचना है, मैं तुम्हें तुम्हारे 2 लाख रुपए लौटा दुंगा यह कहकर आदिवासी देवी प्रसाद इनवाती को डंफर वाहन नहीं दिया और न ही कोई दस्तावेज दिया था।
इसके बाद आदिवासी देवी प्रसाद इनवाती जब भी बहाना बनाकर कहते थे कि अभी मेरे पास रूपया पैसा नहीं है जब 2 लाख रुपए हो जायेंगे तो मैं वापस कर दुंगा। इसके बाद पूर्व में शिकायत करने के बाद कोई कार्यवाही नहीं हुई वहीं पुलिस अधीक्षक श्रीमान कुमार प्रतीक को शिकायत करने के बाद जब कार्यवाही होना था तो उक्त मामले में अजाक थाना प्रभारी ने समझौता करवा दिया है।
3 माह का किराया काट लिया था 2 लाख रूपये
वही इस मामले में जब फरवरी माह में दैनिक गोंडवाना समय द्वारा शिक्षक श्री दयाराम सूर्यवंशी से चर्चा की गई थी तो उन्होंने कहा था कि ऐसा कुछ नहीं है पूर्व में देवराम इनवाती के द्वारा पुलिस को शिकायत दी गई थी, वहां पर सारा निर्णय हो चुका था, देवराम इनवाती ने डंफर वाहन खरीदने के लिये सौदा किया था लेकिन 3 महिने तक नहीं ले गया था इसलिये मेरे द्वारा 80 हजार रूपये के हिसाब से प्रतिमाह नुकसान किया है क्योंकि मेरा डंफर वाहन नहर के काम में 80 हजार रूपये प्रतिमाह के हिसाब लगाये जाने के लिये मांगा जा रहा था जिसे मैंने देवराम इनवाती के कारण नहीं दिया था इसलिये मेरा तीन माह तक नुकसान हुआ था इसके बदले में मैंने 2 लाख रूपये काट लिया था। इसलिये मुझे 2 लाख रूपये अब देना नहीं रह गया है वह मेरी झूठी शिकायत कर रहा है यह बाते कही गई थी।
झूठ बोल रहा है शिकायतकर्ता करते है पुलिस प्रशासन का दुरूपयोग
वहीं जब इस मामले में गोंडवाना समय ने अजाक थाना प्रभारी गोदावरी नायक ने चर्चा किया तो अजाक थाना प्रभारी गोदावरी नायक ने कहा कि शिकायतकर्ता देवी प्रसाद इनवाती झूठ बोल रहा है। मेरे द्वारा कोई 15 हजार रूपये नहीं लिया गया है। शिकायतकर्ता देवी प्रसाद इनवाती ने थाना के बाहर ही खुद समझौता कर लिया है, इसलिये हम कार्यवाही नहीं कर सकते है।
वहीं देवी प्रसाद इनवाती ने पुलिस प्रशासन का दुरूपयोग किया है उसने शिकायत करके खुद समझौता कर लिया है। इसी तरह शिकायतकर्ताओं के द्वारा अजाक थाना का दुरूपयोग किया जाता है। पुलिस प्रशासन का कार्य व समय को बेकार किया जाता है। वहीं देवी प्रसाद इनवाती के द्वारा लगाये गये 15 हजार रूपये लेने के आरोप झूठे है। इस संबंध में मैं उसको बुलवाकर पूछताछ करूंगी।
पुलिस अधीकारी ने वाहन में बैठकर अजाक थाना का दूर से लियाा था जायजा
हम आपको बता दे कि बीते दो दिन पहले ही अजाक थाना के कुछ ही दूरी पर पुलिस अधीकारी द्वारा अपने वाहन में बैठक अजाक थाना में आने वाले का जायजा ले रहे थे। यह फिर किस कारण से वाहन में बैठकर अजाक थाना की ओर देखरेख कर रहे थे।
पुलिस प्रशासन के उक्त अधिकारी को सीधे थाना में जाना चाहिये थे लेकिन वह बाहर से ही अजाक थाना की ओर देख रहे थे, उक्त वाहन को थाना के एक कर्मचारी द्वारा देखा गया था तो उन्होंने चर्चा करते हुये कहा कि साहब का वाहन यहां क्यों खड़ा और उसमें साहब भी बैठे है लेकिन थाना के अंदर क्यों नहीं जा रहे है।