मुस्लिम समुदाय में असली-नकली ओबीसी वर्ग को लेकर उठने लगे सवाल ?
नगर पालिका सिवनी में ओबीसी अध्यक्ष के लिये जाति प्रमाण पत्र पर मच रहा बवाल
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति हो या अन्य पिछड़ा वर्ग इन वर्गों का लाभ लेने के लिये कई बार जब शिकायत होती है तो जांच के बाद यह सामने आता है कि अपने स्वार्थ के लिये व लाभ लेने के लिये अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति या अन्य पिछड़ा वर्ग का जाति प्रमाण बनवाकर फायदा ले रहे है। ऐसा अक्सर सरकारी नौकरी के मामले में या चुनाव में उम्मीरवार बनने हेतु आरक्षण का लाभ लेने के लिये किया जाता है। नगर पालिका परिषद सिवनी में अध्यक्ष का पद अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षित होने के बाद चुनाव में उम्मीदवार बनने के मामले में मुस्लिम समुदाय को लेकर भी ऐसी ही कुछ चर्चा सामने आ रही है।
सिवनी। गोंडवाना समय।
नगर पालिका परिषद सिवनी अध्यक्ष का पद अन्य पिछड़ा वर्ग के लिये आरक्षित होने के बाद से सभी राजनैतिक दलों में अन्य पिछड़ा वर्ग में आने वाले संगठन के प्रमुख पदाधिकारी उम्मीदवार बनने के लिये अपनी दावेदार बनकर अपना-अपना बॉयोडाटा अपने अपने राजनैतिक दलों के नेताओं को दे रहे है। नगर पालिका परिषद सिवनी अध्यक्ष पद के लिये अन्य पिछड़ा वर्ग से ही उम्मीदवार होगा यह भी तय हो चुका है। इसके लिये कांग्रेस, भाजपा, बसपा, आप व अन्य राजनैतिक दलों में अन्य पिछड़ा वर्ग में आने वाले दावेदार सक्रिय हो गये है। वहीं हम नगर पालिका परिषद सिवनी में मुस्लिम समुदाय की बात करें तो उनमें भी अन्य पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष पद के लिये दावेदारी कर रहे है लेकिन वास्तविकता और हकीकत में कौन-कौन मुस्लिम समुदाय से है जो अन्य पिछड़ा वर्ग में आते है इसको लेकर सवाल खड़े हो रहे है।
जो नेतागिरी मेें आगे वे अपनी जाति छिपाने में भी सबसे आगे है
यदि हम मुस्लिम समुदाय के वष्ठि नागरिकों की माने तो मान्यता प्राप्त ओबीसी वर्ग में उस्मानी, कुरैशी, अंसारी, बहना, मसंूरी, पिंजारा, नक्दाफ, कीफदर, शीषगर और कुछ अन्य लोग आते है। सिवनी मुख्यालय में पिंजारा, बहना की संख्या काफी है। वहीं जुलाहा और रूई का कार्य करने वाले के रूप में इनकी विशेष पहचान होती है। वहीं अधिकांशतय: मुस्लिम समुदाय के लोग अपनी जाति का सरनेम या सत्यता नहीं लिखते है। जबकि मुस्लिम समुदाय के बुजुर्गों का कहना है कि अपनी जाति की सत्यता लिखना चाहिये लेकिन राजनैतिक दलों से जुड़े हुये लोग है जो नेतागिरी में सबसे आगे है उसमें से अधिकांश लोग अपनी जाति को छिपाने में भी सबसे आगे है।
कांग्रेस में है सबसे ज्यादा दावेदार
हम आपको बता दे कि नगर पालिका परिषद सिवनी में अध्यक्ष पद के लिये ओबीसी वर्ग के लिये आरक्षित होने के बाद मुस्लिम समुदाय से सबसे ज्यादा दावेदार कांग्रेस पार्टी में नजर आ रहे है। इनके द्वारा बकायदा दावेदारी भी प्रस्तुत की गई है। दावेदारों के नाम आने के बाद मुस्लिम समुदाय में वास्तविक ओबीसी को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है। सवाल उठ रहे है कि जो दावेदार है उनमें से कौन हकीकत में ओबीसी वर्ग में आते है और कौन-कौन नहीं आते है। वहीं भाजपा में दावेदार तो है लेकिन मुस्लिम समुदाय की संख्या कम ही है। आम आदमी पार्टी में भी मुस्लिम समुदाय से लोग दावेदारी कर रहे है। बसपा व अन्य दलों में भी मुस्लिम समुदाय के वे लोग जो अन्य पिछड़ा वर्ग में आते है वे दावेदारी कर रहे है।